राष्ट्रपति ने खारिज कर दी सोनिया-संजीव की दया-याचिका
: पिता, मां, बहन और भाई समेत 8 लोगों की हत्यारी है सोनिया : अंबाला अथवा हिसार में ही होगी फांसी, तैयारियां शुरू हो रही हैं :
हिसार और जगाधरी: सम्पत्ति का लालच और उसका नशा कितना खतरनाक और अमानुषिक बन जाता है, उसकी जीती-जागती तस्वीर हैं संजीव और सोनिया। प्रेम-विवाह करने वाले इन दोनों ने रेलूराम पुनिया की बेहिसाब जागीर में अपना हिस्सा छीनने के लिए पुनिया और उनकी पत्नी समेत परिवार के सारे 8 सदस्योंी को अपने ही मौत की नींद सुला दिया। पुनिया की बेटी रही सोनिया अब हिसार जेल में है और राष्ट्रपति ने उसकी दया-याचिका को खारिज कर दिया है। पूरा हरियाणा अब सोनिया को कलंकिनी और हत्यारी के तौर पर पहचान चुका है। इधर राष्ट्रदपति के फैसले के बाद अंबाला अथवा हिसार जेल में इन दोनों को फांसी के फंदे में लटकाने की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं।
उधर, संजीव-सोनिया का 14 साल का बेटा इन सबसे बेखबर है। मां राजबीरी कहती है कि मेरे बेटे-बहू ऐसे नहीं थे। मगर, कुछ लोगों ने साजिश कर उन्हें फंसाया। अब इसकी सजा पूरा परिवार भुगतेगा। सोनिया ने भी राष्ट्रपति को भेजी गयी अपनी याचिका में लिखा था कि वह तिल-तिल मर रही है। लेकिन शुरू से ही सारे तथ्य सोनिया और संजीव के खिलाफ ही होते जा रहे थे। गुरुवार की भोर राष्ट्रपति द्वारा इनकी दया याचिका खारिज किए जाने के समाचार से संजीव व सोनिया के कई परिचितों को दुख पहुंचा है। इन लोगों का कहना है कि इन्हें आज भी यकीन नहीं होता कि इनके साथ का एक दोस्त इतने बड़े हत्याकांड को अंजाम दे सकता है।
तो, आइये कि यह कांड कैसे और क्यों हुआ। दरअसल, संजीव व सोनिया की मुलाकात यमुनानगर में हुई थी। बरवाला (हिसार) की रहने वाली सोनिया यमुनानगर यानी जगाधरी में पढ़ती थी, जबकि संजीव सिंह मूलरूप से सहारनपुर उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। दोनों ही राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर के ताईक्वांडो खिलाड़ी रहे हैं। संजीव यमुनानगर में ताईक्वांडो कोच के तौर पर शिक्षक था। इसी दौरान उसकी मुलाकात राष्ट्रीय ताईक्वांडो खिलाड़ी सोनिया से हुई और दोनों ने शादी करने का निर्णय ले लिया।
कुछ भी हो, संजीव व सोनिया इस वक्त अंबाला जेल में बंद हैं। इन दोनों सहित कई अन्य कुख्यात आतंकियों पर 24 अक्टूबर-08 को जेल में सुरंग खोदने का भी मुकदमा दर्ज किया गया। यह मुकदमा भी अब कोर्ट में चल रहा है, लेकिन यह सुरंग खोदने के मामले से इतना तो साफ हो ही गया था कि यह दोनों फितरती अपराधी हैं।
सूत्र बताते हैं कि शादी के बाद सोनिया और संजीव ने शहर में एरिना मल्टीमीडिया की फ्रैचाइजी लेकर बच्चों को कम्प्यूटर प्रशिक्षण देने का केंद्र खोला था। एरिना मल्टीमीडिया का काम विशेष रूप से सोनिया ही देखती थी जबकि संजीव ताईक्वांडो की ओर ही अपना अधिकतर समय लगाता था। संजीव के कई शिष्यों ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त की है।
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