यह बहराइच के डीएम हैं। पहले थूकेंगे, फिर चाट लेंगे

सैड सांग

: निरीह होमगार्डों को अपने बंगले में पहले लाठियों से रौंदा था डीएम अभय प्रसाद ने : बवाल मचा तो सीधे कर्मचारियों के चरणों में सीधे साष्‍टांग हो गये : आनन-फानन एफआईआर में नाम हटवाया और माथा टेक कर खेद-नामा जारी :

कुमार सौवीर

लखनऊ : एक दिलचस्‍प लेकिन निहायत शर्मनाक किस्‍सा सुनने का मूड हो तो आइये, हम आपको एक ऐसे हादसे से रू-ब-रू कराते हैं, जहां एक शाहंशाह की सूरमाई एक ऐसे चूहे के बिल में घुस गयी, जहां केवल मजलूम, निरीह और किस्‍मत के मारे लोगों की बिरादरी अपनी जिन्‍दगी की तमाम दुश्‍वारियों के साथ अपने परिवार के लिए सिर्फ पेट भरने लायक हिम्‍मत जुटा पाती है। इस किस्‍से के हिसाब से पहले तो अपनी निरीह चूहों वाली जनता को इस शाहंशाह नुमा बिल्‍ली ने पहले तो जानलेवा हमला किया, लेकिन चूहों ने फिर बदला ऐसा लेना शुरू किया कि बिल्‍ली ने अपनी पूंछ अपने पेट में घुसेड़ कर इन चूहों के सामने गिड़गिड़ाने लगी। बिल्‍ली ने इन चूहों के सामने अपनी नाक रगड़ी, माथा घिसा और फिर घुटनों के बल बैठ कर सॉरी बोल दिया।

जी हां, यह शाहंशाह हैं बहराइच के जिलाधिकारी। नाम है अभय प्रसाद, आइएएस। लेकिन यह साहब अपने हैसियत को अक्‍सर ही भूल जाते हैं और फिर ऐसा-ऐसा कर्म-सुकर्म कर बैठते हैं, कि इंसानियत ही लज्जित हो जाए। वे भूल जाते हैं कि वे लोक सेवक हैं, और उनको जनता की सरकार ने इसलिए डीएम की कुर्सी थमायी है, ताकि वह लोक-सेवक बहराइच की आम आदमी की सुरक्षा और उसके सम्‍मान को हिफाजत के साथ रखने की चौकीदारी का जिम्‍मा सम्‍भाल सके। लेकिन बहराइच के सारे नौकरों के इस हेड-नौकर ने ऐसी करतूत कर डाली कि पूरे जिले में हंगामा खड़ा हो गया।

जी हां, खबर है कि बात-बात पर अपने अधीनस्‍थों को बंदर-घुड़की देने का शौक पाले अभय प्रसाद ने फिर एक नया करनामा कर डाला है। फिलहाल बहराइच जिले के डीएम की कुर्सी पर विराजमान अभय प्रसाद के बारे में खबर आयी है कि उन्‍होंने उन सभी होमगार्डों से लिखित खेद व्‍यक्‍त किया है, जिन्‍हें अभय प्रसाद ने एक पखवाड़ा पहले अपने सरकारी बंगले पर दौड़ा-दौड़ा कर लाठियों से पीट दिया था। जाहिर है कि अभय प्रसाद इस मामले में बैक-फुट में आ चुके हैं और उन्‍होंने इस पूरे मामले को रफा-दफा करने की जुगत भिड़ानी शुरू कर दी है।

जरा इस घटना को सिलसिलेवार समझने की कोशिश कीजिए तो आपको सहूलियत हो जाएगी। हुआ यह कि करीब 20 दिन पहले बहराइच के डीएम के बंगले से चंदन के कुछ पेड़ चोरी हो गये। इस पांच दिन बाद डीएम अभय प्रसाद ने अपने बंगले पर सुरक्षा के लिए तैनात पांच होमगार्डों को बुलाया। डीएम ने जिला कमांडेंट को भी तलब किया। इसके बाद अभय प्रसाद ने एक मजबूत लाठी थाम ली, और सभी पांचों होमगार्डों को रूई की तरह बुरी तरह धुन डाला। जी भर कर इतनी गालियां दीं कि आस-पास के घरों की महिलाओं ने अपने खिड़की-दरवाजे बंद कर दिये।

इतना ही नहीं, इसके बाद भी डीएम का जी नहीं भरा। अभय ने इन सुरक्षाकर्मियों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज करा डाली और उसके बाद उन सभी को नौकरी से बर्खास्‍त करने का आदेश जारी कर दिया। डीएम के आदेश पर डीएम के नाजिर सैयद नैयरे आजम कूद कर नगर कोतवाली पहुंचे और हरिश्‍चन्‍द्र, कमरूद्दीन, शिव कुमार तिवारी, दरबारी लाल और धर्मराज के खिलाफ 4 एवं 10 वन संरक्षण अधिनियम के साथ ही साथ धारा 454, 380 आईपीसी का मुकदमा दर्ज करा दिया।

जाहिर है कि इसके बाद बहराइच में हंगामा खड़ा हो गया। सारे होमगार्ड आंदोलन पर चले गये। डीएम चोर है, गुंडा है, मवाली है जैसे नारे बहराइच की सड़कों पर गूंजने लगे। आरोपों की झड़ी लगने लगी डीएम अभय प्रसाद के खिलाफ। आरोप तो यहां तक लगने लगे कि लखनऊ के मल्‍हौर में बन रहे अपने विशाल मकान के खिड़की-दरवज्‍जों पर खपायी गयी थी चंदन की लकडि़यों।

बहरहाल, अब जरा यह सुलहनामा पर एक नजर डाल लीजिए जिसे डीएम ने कर्मचारियों के गुस्‍से को शांत करने के लिए तैयार कराया है।

इस पूरे प्रकरण पर हमारा पोर्टल लगातार कड़ी नजर रखे हुए है। इस पूरे कर्म-काण्‍ड की अगली कडि़यों को पढ़ने के लिए निम्‍न लिंक पर क्लिक कीजिए:- नाक कटवा ली डीएम ने


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *