कल्याण, साक्षी और ब्रह्मादत्त द्विवेदी के त्रिकोण में नया मोड़
एटा। भारतीय जनता पार्टी खेमे से फिर एक ताजा मर्डर मिस्ट्री है। करीब 15 साल पहले ब्रह्मादत्त द्विवेदी, साक्षी महाराज और कल्याण सिंह से जुड़े झगड़े में आज एक महिला की भी गोली मार कर हत्या कर दी गयी है। खबर है कि भाजपा के पूर्व सांसद साक्षी महाराज के आश्रम से निकलते समय बीती रात कल्याण समिति की सदस्य सुजाता वर्मा की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी। प्रत्यजक्षदर्शियों के मुताबिक इस हत्या के समय साक्षी महाराज भी मौके पर मौजूद थे। लेकिन अभी तक इस बात का खुलासा नहीं हो सका है कि इस हत्या में साक्षी की भूमिका क्या रही है और हत्या के कारण क्या थे।
गौरतलब है कि भाजपा, कल्याण सिंह, साक्षी महाराज का नाम किसी शातिर हत्या के मामले तब उछला था जब भाजपा के वरिष्ठ और दिग्गज नेता ब्रह्मादत्त द्विवेदी की गोली मार कर हत्या दी गयी थी। साक्षी महाराज तो लम्बे समय तक जेल में ही रहे थे। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि एटा नगर कोतवाली क्षेत्र में शिकोहाबाद मार्ग पर स्थित साक्षी महाराज के आश्रम में 9 बजे उनकी पूर्व शिष्या सुजाता वर्मा की उस समय गोली मार कर अज्ञात हमलावरों ने हत्या कर दी जब वह अपने सहयोगी अनिल यादव के साथ आश्रम से बाहर निकल रही थीं।
उन्होंने बताया कि हत्यारे आश्रम के बाहर घात लगाए बैठे थे और जैसे ही सुजाता वर्मा आश्रम के बाहर निकली उन्हें गोली मार दी गई। एक गोली उनके पीठ से होती हुई पार कर गई है। प्रवक्ता ने बताया कि उनके साथ मौके पर मौजूद एक मात्र चश्मदीद उनके सहयोगी अनिल यादव ने बताया कि गेट पर साक्षी महाराज उनके भाई विजय स्वरुप और दो अन्य लोग राम सिंह, सत्य प्रकाश छोटे वाले गेट पर पहले से ही बैठे थे। इन्हीं चारों में से किसी ने गोली मारी है।
अनिल ने कहा कि यह पूर्व नियोजित हमला है। सुजाता और साक्षी महाराज के बीच सम्पत्ति को लेकर विवाद चल रहा था। इस बीच एटा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय मोहन शर्मा ने बताया कि आश्रम के एक हिस्से में सुजाता और एक हिस्से में साक्षी महाराज रहते थे। इन दोनों के बीच सम्पत्ति को लेकर विवाद था। उनका कहना है कि हमलावर आश्रम की ओर भागे हैं। इस घटना में साक्षी महाराज का नाम आने पर उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। तहरीर आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।