सोशल साइट्स में नंदना सेन पर अश्लील कीचड़ की बारिश
: मोदी-समर्थकों ने अपनी महिला-विरोधी सोच जग-जाहिर कर दी : भाजपाई-सोच की सारी गंदगी दिखने लगी है सोशल साइट्स पर : बाप का कुछ न बिगाड़ सके तो उसकी बेटी को नंगा करने पर आमादा हैं मोदी-समर्थक :
नई दिल्ली : नरेंद्र मोदी पर अमर्त्य सेन की टिप्पणी को मोदी समर्थकों को हजम नहीं हो रही है। भारत-रत्न अमर्त्य सेन के बयान के बाद मोदी समर्थक अमर्त्य़ सेन पर बुरी तरह से हमलावर दिखायी पड़ रहे हैं।
कभी पत्रकार रहे भाजपा के चंदन मित्रा उनसे भारत रत्न वापस लेने की मूर्खतापूर्ण मांग पर अड़े हैं। लेकिन उधर मोदी समर्थकों ने अमर्त्यर सेन की अभिनेत्री बेटी को लेकर सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट्स पर भद्दी टिप्पणियां शुरू कर दी हैं। इन समर्थकों की टिप्पणियां इतनी भद्दी हैं कि उन्हें लिखा जा पाना मुमकिन नहीं। वह कार्टून और तस्वीरें भी दिखाई जा रही हैं इन लोगों ने फेसबुक पर शेयर की हैं। आपको बता दें कि अमर्त्य सेन नोबल पुरस्कार प्राप्तर विश्व के प्रख्यात अर्थशास्त्री हैं तो उनकी बेटी नंदना सेन रॉयल अकादमी ऑफ ड्रामाटिक आर्ट तथा हॉर्वर्ड यूनीवर्सिटी से पढ़ी हैं।
भाजपा के चंदन मित्रा ने 23 जुलाई को ट्वीट किया कि अमर्त्य सेन कहते हैं कि वे नहीं चाहते कि मोदी भारत के पीएम बनें. क्या सेन भारत के मतदाता हैं? अगली एनडीए सरकार को उनसे भारत रत्न वापस ले लेना चाहिए। चंदन मित्रा ने इस मुद्दे पर कुल चार ट्वीट किए। अगले ट्वीट में उन्होंने लिखा कि डॉ. सेन कृपा करके आप अपनी अवांछित टिप्पणी भारत पर न थोपें। हम सभी आपको गुजरे जमाने के अर्थशास्त्री के तौर पर जानते हैं जो इन दिनों अपनी आजीविका के लिए कांग्रेस की विचारधारा बेचता है।
तीसरे ट्वीट में उन्होंने कहा कि वे लोग जो अमर्त्य सेन और भारत रत्न को लेकर मेरे बयान से निराश हैं, क्या आप मुझे किसी और आदमी का नाम बता सकते हैं जिसने भारत रत्न जीतने के बाद पार्टी आधारित राजनीति में हिस्सा लिया हो। चौथे व आखिरी ट्वीट में उन्होंने लिखा कि भारत रत्न सम्मान पूरे देश का गहना है। भारत रत्न विजेता को किसी भी पार्टी या नेता के खिलाफ नहीं बोलना चाहिए। डॉं.सेन को कांग्रेस की चुनावी टीम का हिस्सा नहीं बनना चाहिए।
चंदन मित्रा के बयान पर बुरी तरह आहत अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन ने कहा कि चंदन मित्रा को शायद नहीं मालूम कि बीजेपी की सरकार ने मुझे भारत रत्न दिया था और अगर अटल बिहारी वाजपेयी चाहते हैं कि मैं इसे लौटा दूं, मैं निश्चित तौर पर इसे लौटा दूंगा। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसी मांग की गई है और उन्होंने इसे मित्रा का ‘निजी’ विचार करार दिया। कांग्रेस प्रवक्तान मनीष तिवारी ने कहा कि अमर्त्य सेन ने क्या गलती की है, क्या बीजेपी अभिव्यक्ति की आजादी में भरोसा करती है। यह अभिव्यक्ति, लिखने और बोलने के अधिकार पर बड़ा हमला है। लगातार हो रही राजनीतिक बयानबाजियों के बीच अब मोदी समर्थकों ने नंदना सेन के अभिनय और उनकी व्यवसायिकता को लेकर सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट्स पर मोर्चा खोल दिया है।