दुनिया की अजूबी शख्सियत हैं एब्बी-ब्रिटनी
अब इन जुड़वां बहनों की उम्र 23 वर्ष की हो चुकी है। कई बार सोचा गया कि इन लड़कियों को एक-दूसरे से ऑपरेशन करके अलग कर दिया जाए, लेकिन यह मुमकिन नहीं हो पाया। इस उम्र में ऐसी जुड़वा बच्चों की इतनी बड़ी यानी मेजर चिकित्सा अब मुमकिन नहीं। और अगर ऐसी हिमाकत की भी गयी तो यह शायद कम से कम, एक जुड़वां की मौत का परवाना बन जाएगा। और अगर खुदा न खास्ता, दोनों बच भी गयीं तो तो उनके जीवन बेकार हो जाएगा। कारण इनके ज्यादा और महत्वकपूर्ण अंग तो एक-दूसरे पर पूरी तरह आश्रित हैं। फिर कौन ले ऐसी सर्जरी का जोखिम। वैसे भी दोनों जुड़वाँ अब खुश और पूरा जीवन जीते हैं। वे तो अब एक-दूसरे के बिना न सोच सकते हैं और न कर सकते हैं।
जुड़वां होना भी एक चमत्कार ही माना जाता है। वर्तमान अनुमानों के मुताबिक हर 2,00,000 प्रसव में पैदा होने वाले शिशु जुड़वां हो जाते हैं। लेकिन हैरत की बात है कि ऐसे अजूबे बच्चों के जन्म के साथ ही दुखांत हो जाते हैं। अनुमान है कि लगभग 40 से 60 प्रतिशत ऐसे बच्चे जन्म के पहले या उसके तत्काएल मृत हो जाते हैं।
जुड़ी हुई जिंदगी का क्या कारण है? इन जु़ड़वा बहनों के जुड़े हुए शरीर का एक खास वैज्ञानिक कारण है. इस तरह के बच्चे एक ही अंडे से विकसित होते हैं। इसलिए इनका लिंग और चेहरा एक जैसा होता है। वैसे यह अब तक पता नहीं चला है कि क्यों यह भ्रूण जुड़वा शरीरों को अलग करने की प्रक्रिया में पिछड़ जाता है।
पिछले 500 वर्षों का रिकार्ड बताता है कि इस तरह जुड़े हुए जुड़वा बच्चों की संख्या 600 है। इनमें करीब 70 फीसदी लड़कियां रहीं। चिकित्सा विज्ञान की इतनी प्रगति के बावजूद इनको आपरेशन के जरिए अलग करना आज भी नामुमकिन है।
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