जेल के दौरान गीता से नहीं मिला बद्रीश
गुड़गांव : 1991 बैच के तेज तर्रा पुलिस अफसर बद्रीश की मौत के बाद कई सवाल खड़े हो रहे हैं। सवाल ये कि बद्रीश का गीता शर्मा से रिश्ता क्या था। दरअसल बद्रीश की शादी 1999 में रुचि के साथ हुई थी। इन दोनों की जिंदगी हंसी-खुशी गुजर रही थी। इसी दौरान परिवार में किलकारियां भी गूंजने लगी थीं। लेकिन अचानक किसी राहु की तरह इनके परिवार में कोई बड़ा डंक डंस गया। बद्रीश कि जिंदगी में गीता शर्मा ने कदम रखा और बद्रीश गीता के बेहद करीब आ गए और इसके साथ ही पूरी की पूरी जिन्दगी खाक हो गयी।
इंसपेक्टर बद्रीश शादीशुदा थे, इसके बावजूद वे लिव-इन रिलशन में गीता शर्मा के साथ रहा करते थे। बद्रीश की बीवी का कहना है कि उनके पति जल्द ही घर वापसी करने वाले थे। लेकिन यह भी तो एक हकीकत है कि रूचि ने पुलिस विभाग में बद्रीश और गीता के खिलाफ गंभीर-संगीन आरोप लगाते हुए अर्जी लगा रखी थी। ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या बद्रीश की घर वापसी का फैसला ही दो मौतों की वजह बन गया? या फिर गीता शर्मा की जासूसी दुनिया से दो मौतों का रिश्ता जुड़ा है।
डिटेक्टिव एजेंसी चलाने वाली गीता भी तलाकशुदा थी. वक्त के साथ गीता से बद्रीश की नजदीकियां इस कदर बढ़ी कि दोनों अब एक ही प्लैट में साथ रहने लगे। पुलिस की माने गीता शर्मा पर धोखाधड़ी के कई मामले चल रहे हैं इसी साल ऐसे ही धोखाधड़ी के इल्जाम में गीता को 21 दिन की जेल भी काटनी पड़ी थी। गीता ने अपनी डायरी में लिखा भी था कि बद्रीश उससे मिलने जेल नहीं गए। जेल से जमानत पर रिहा होने के बाद ही बद्रीश और गीता में झगड़े शुरू हो गए थे।
इंसपेक्टर बद्रीश की पत्नी के मुताबिक उनको अपने पति के गीता से रिश्तों की जानकारी थी, लेकिन इसके बावजूद वो तलाक नहीं लेना चाहती थीं। दरअसल बीवी से अलग होने के बाद से ही बद्रीश गीता के साथ ही रहा करते थे और अब पुलिस भी ये ही मानकर चल रही है कि गीता का क्रिमिनल रिकॉर्ड और पारिवारिक कलह ही इन दो मौतों की असली वजह है।
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