5 मई को होने वाले चुनाव में प्रचार करने जा रही थीं मायावती
: तलाशी से बिफर गयी हैं बसपा सुप्रीमो, बोलीं कि दलित होने के चलते हुई कार्रवाई : अब सारे नेताओं की भी तो तलाशी लेनी चाहिए : चुनाव आयोग के निर्देश पर प्रशासनिक अधिकारियों ने ली तलाशी :
गुलबर्ग : चुनाव के लिए कर्णाटक पहुंची मायावती का स्वागत करने के लिए प्रदेश की सरकार मशीनरी मौजूद थी। लेकिन इन अफसरों की यह मौजूदगी उनकी खातिर-सम्मान के लिए नहीं, बल्कि उनकी तलाशी के लिए थी। अफसरों ने अपनी इस कवायद के तहत बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती के हेलीकॉप्टर और उनकी कार की भी सघन तलाशी की है। इस तलाशी के बाद मायावती ने प्रदेश सरकार और चुनाव आयोग को जातिवादी होने का आरोप लगाया और कहा कि यह कार्रवाई केवल इस लिए की गयी थी क्यों कि मायावती दलित हैं।
खबर है कि उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बीएसपी सुप्रीमो मायावती के हेलीकॉप्टर और कार की तलाशी ली गई है। सूत्र बताते हैं कि मायावती की इस तलाशी चुनाव आयोग के आदेश पर ली गई थी। मामला कर्नाटक के गुलबर्ग का है, जहां मायावती शनिवार दोपहर चुनाव प्रचार के लिए दौरे पर गई थीं। जैसे ही उनका हेलीकॉप्टर उतरा, चुनाव आयोग ने हेलीकॉप्टर और कार की तलाशी ली।
इस तरह तलाशी लिए जाने पर मायावती ने आरोप लगाया कि वे दलित हैं, इसलिए तलाशी ली गई। इस घटना से नाराज मायावती ने पूछा, ‘सोनिया गांधी और राहुल गांधी के हेलीकॉप्टर की तलाशी क्योंक नहीं ली जाती है?’ बहरहाल, यह मामला धीरे-धीरे और गरमाना तय समझा जा रहा है।
गौरतलब है कि कर्नाटक में 5 मई को विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। चुनावी जंग जीतने के लिए बीएसपी भी जोर-आजमाइश कर रही है।