अब पीड़िता के दोस्त को है नौकरी की दरकार

ज़िंदगी ओ ज़िंदगी

केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे को भेजी नौकरी की अर्जी

: दिल्ली गैंगरेप व हत्या कांड : केंद्रीय सरकार ने यह अर्जी दिल्ली  सरकार को भेजी : ऐसे तो लाइन ही लग जाएगी नौकरी मांगने वालों की :

नई दिल्ली : तो अब पिछले साल हुए दिल्ली गैंगरेप और हत्यालकांड की शिकार मेरी बिटिया के दोस्त को भी नौकरी चाहिए। अनुकम्पा के अधार पर इस बारे में इस युवक ने अपनी दरख्वास्त केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे को भेजकर अपने लिए माकूल नौकरी की मांग की है। उधर खबर है कि इस युवक के पत्र पर विचार करने की बजाय मंत्रालय ने इसे दिल्ली सरकार को भेज दिया है।

आपको बताते चलें कि दिल्ली के इस हौलनाक हादसे के बाद केंद्र सरकार ने उक्तर पीड़ित युवती के परिवार को एक फ्लैट के साथ-साथ उसके एक भाई को सरकारी नौकरी भी देने का फैसला किया था। इतना ही नहीं, उप्र सरकार ने इस परिवार को 25 लाख रूपयों की आर्थिक मदद दी थी। लेकिन अब इस पीड़ित युवती के दोस्त की इस मांग से अफसरशाही और राजनीतिज्ञों के होश उड़ गये हैं। दरअसल, इस घटना के सम्बन्धो में सरकार के पास ऐसा कोई आधार ही नहीं है, जिसके बल पर इस युवक को नौकरी दी जा सके। जानकार बताते हैं कि यदि इस तरह से नौकरियां देने की परम्पारा शुरू हो गयी तो ऐसे मामलों को निपटा पाना सरकार के लिए मुमकिन नहीं होगा।

दरअसल शिंदे को लिखे डेढ़ पेज के पत्र में विस्तार से बताया कि घटना के बाद वह किन मुश्किलों का सामना कर रहा है। पत्र के अनुसार, इस दौरान उसके इलाज पर 18-20 लाख रुपये खर्च हुए हैं और अब दिन-प्रतिदिन की सुनवाई के लिए उसे अदालत के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। घटना का एकमात्र चश्मदीद गवाह होने के कारण उसका अदालत में मौजूद रहना बहुत जरूरी है।

उसने सरकार को अपना बायोडाटा भी भेजा है। दूसरी तरफ, मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि किसी घटना के चश्मदीद गवाह को सरकारी मदद या नौकरी देने का कोई नियम नहीं है और पीड़िता के परिवार वालों की सहायता का फैसला केंद्रीय मंत्रिमंडल ने लिया था। उस अधिकारी ने बताया कि अब दिल्ली सरकार पीड़िता के दोस्त के बारे में आगे विचार कर सकती है।

पूरा प्रकरण देखने के लिए कृपया क्लिक करें:- दिल्ली की दरिंदगी से कांप उठा देश

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *