वापसी नामुमकिन, पत्रकारिता करूंगी: टॉप-लेस जेहादी अमीना
ट्यूनीशिया: कट्टरवादियों पर सख्त जवाब देने का हौसला अब यहां की अमीना पर बहुत महंगा पड़ गया है। विरोध के अपने तरीकों को लेकर पूरी दुनिया तक में ट्यूनीशिया के कट्टरवादियों-कठमुल्लाओं की सल्तदनत पर जमकर लानत-मलामत करने वाली अमीना अब संकट में है। यह संकट अब उसके जीवन को लेकर तो है ही, साथ ही उसके परिवार पर भी गंभीर संकट बन गया है। हालत तो यह है कि अब शायद अमीना वापस ट्यनीशिया नहीं लौट पाये।
आपको बताते चलें कि अमीना का नाम विगत दिनों अचानक किसी जबर्दस्त बम की तरह सोशल मीडिया पर छाया था। खासकर फेसबुक पर। अपनी नंगी छाती को उधेड़े हुए अमीना ने यह स्लोगन भी जारी किया था कि यह मेरा शरीर मेरा है। उसका यह नारा उसकी नंगी छाती पर लिखी हुई थी। इस नारा ने स्त्री-सशक्तिकरण आंदोलन को बहुत सहारा दिया और बाद में उसे मीलों दूर तक आगे बढ़ाने में मदद की।
दरअसल, अमीना यूक्रेन के फेमेन समूह के तरीकों को अपनाते हुए आप अपनी भावनाओं-आवाजों को आम आदमी और देश-दुनिया तक पहुंचाने की राजदूत बन चुकी है। यह समूह अपनी बातों को स्त्री, स्त्रीत्व की अशक्तता के चलते उन हर मुमकिन तरीकों को अपनाता है जिनको वह गलत साबित करना चाहता है। इन तरीकों में सबसे बड़ा तरीका तो है महिलाओं और समलैंगिक अधिकारों के लिए नंगे होकर छाती दिखाने का विरोध-प्रदर्शन। समूह की सदस्याएं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बाकायदा टॉप-लेस जेहाद आंदोलन छेड़ चुकी हैं।
बहरहाल, कट्टरवादियों की ओर से खुद पर मंडराती मौत की धमकी मिलने के बाद अमीना अब भूगत हो चुकी है। हालांकि शुरूआती तौर पर बताया गया था कि वह किसी पागलखाना में छिपी है। लेकिन बाद में यह सूचनाएं मिथ्या ही साबित हुईं। एक फ्रेंच केबल टीवी स्टेशन ने हाल ही खुलासा किया था कि वह ट्यूनीशियाई राजधानी के ही एक इलाके में मौजूद है, और वहीं से हर घंटे पर वह अपना साक्षात्कार प्रसारित कराती है। हालांकि एक अन्यथ समाचार के मुताबिक अमीना अब ट्यूनीशिया में ही नहीं मौजूद है।
अपने ही साक्षात्कारों में अमीना यह बता चुकी है कि “मैं मेरे जीवन और मेरे परिवार के जीवन के लिए डर लग रहा है,”। उनका कहना है कि वह यह ट्यूनीशिया में स्कूल में लौटने के लिए संभव नहीं लगता है और विदेश में करने के लिए पत्रकारिता का अध्ययन करना चाहती है।