बहुत खो कर कमाया है मैंने यह एटीट्यूड। इसे खोना नहीं चाहता

: आप अपना काम सम्‍भाले रहें, मैं अपने एटीट्यूड में मस्‍त हूं : 3-इडियट्स फिल्‍म देखिये, मुझे नंगा अघोरी-अवधूत मानते हैं : शेषनारायण सिंह ने मुझे कबीर, किसी ने फक्‍कड़-कबीर तो किसी ने केरारबीर का समकक्ष माना : थ्री-इडियट्स में देखें कि कुमार सौवीर में ऐसे एटीच्‍यूट का मतलब क्‍या है : लोग मुझे नापसंद […]

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कानून-ची दुनिया: किसी में चुल्‍ल है, किसी का दायित्‍व, तो किसी का धर्म

: जिन्‍दगी को आम आदमी से जोड़ने में बेमिसाल हैं हाईकोर्ट के तीन वकील : कानून-चीं धंधे से अलग भी एक अनोखा जीवन जीने के लिए जरूरी है लसोढ़ा : व्‍यवसाय के साथ लेखन से डंका बजा रहे हैं वकालत-सेनानी : बातचीत रविशंकर पांडेय, चंद्रभूषण पांडेय और आईबी सिंह पर : कुमार सौवीर लखनऊ : […]

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हमसे ही बेगारी और मजूरी भी ? : भाड़ में जाए तुम्‍हारा लेफ्टिज्‍म

: लेफ्टिज्‍म से राइटिज्‍म तक उछले आईबी सिंह की उछालें दुश्‍मनों की छाती फाड़ देती हैं : देवरिया में बसा है युद्ध-मजदूर बघेलों का इलाका, अब लखनऊ में एकाकी जीवन : ठाकुरपन और सफलता ने एटीट्यूड को परमानेंट बनाया, अब क्‍या खाक मुसलमां होंगे : लाखैरों ने पैसा भी वसूला और टाइम भी : कुमार […]

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एनकाउंटर नहीं, यह कोल्‍ड ब्‍लडेड मर्डर है: आईबी सिंह

: विकास दुबे की मौत पर लखनऊ हाईकोर्ट के सीनियर एडवोकेट आईबी सिंह से खास बातचीत : कोई साक्ष्‍य है कि पुलिस ने जिन बाकी लोगों को मारा, वे कानपुर हादसे में शामिल थे : कुमार सौवीर लखनऊ : पुलिस एनकाउंटर में दुर्दान्‍त अपराधी विकास दुबे को भले ही पुलिस ने हमेशा-हमेशा के लिए नींद […]

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कोरोना-काल में ज्‍यूडिसरी, सिस्‍टमेटिक सिस्‍टम फैल्‍योर

: लखनऊ हाईकोर्ट के वरिष्‍ठ अधिवक्‍ता आईबी सिंह से बातचीत : सरकार से ज्‍यादा हताशा तो लोगों को न्‍यायपालिका से हुई : न्‍यायपालिका को बताना ही होगा कि कोरोना-काल में क्‍या कंट्रीब्‍यूशन था ज्‍यूडिसरी का : कुमार सौवीर लखनऊ : कोरोना-काल ने आम आदमी के आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक ही नहीं, बल्कि उसकी मनो-क्षमता को भी […]

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