ये स्‍कूल की है जमीन डीएम साहेब। दूकानें न बनवाओ

ज़िंदगी ओ ज़िंदगी

: बहराइच में विख्‍यात आजाद इंटर कालेज में खेल का विशाल मैदान अब भ्रष्‍टाचार के दलदल में तब्‍दील : देश को नामचीन खिलाड़ी और अन्‍य प्रतिभाओं को जन्‍म दे चुका है यह इंटर कालेज, अब अस्तित्‍व खतरे में : बिना स्वीकृत मानचित्र के ज़िला अधिकारी के संरक्षण में चल रहा है अवैध निर्माण :

सलीम सिद्दीकी

बहराइच : बहराइच में शहर में नदी के किनारे आजाद इंटर कालेज है, तो होगा। उसमें खेल का एक विशाल मैदान भी है, तो होगा। यह मैदान देश को नामचीन खिलाड़ी और अन्‍य प्रतिभाओं को जन्‍म दे चुका है, तो कर चुका होगा। अब इस मैदान और कालेज परिसर में दर्जनों दूकानों का निर्माण हो रहा है, तो होता रहे। इसके निर्माण के लिए जरूरी मानचित्र भी मंजूर नहीं कराया गया है, तो होगा। एसडीएम साहब ही इस इलाके में आवास-विकास के विहित अधिकारी हैं, तो होंगे। ऐसे अवैध निर्माणों के मुखिया जिलाधिकारी होते हैं, तो होंगे।

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भरों की बहराइच

यह हालत है बहराइच की। पूरा शहर अवैध निर्माणों में घिरा है। लेकिन शिकायतों का अम्‍बार होने के बावजूद किसी भी अफसर के कानों पर कोई भी जूं नहीं रेंग रही। इसमें आजाद इंटर भी कालेज एक है। लेकिन धडल्ले से चल रहा  है अवैध निर्माण। मगर जब डीएम साहब की निगरानी में ही यह सब चल रहा हो, तो कोई क्‍या कर लेगा।

सरकार से वित्त पोषित आजाद इंटर कालेज के क्रीड़ा मैदान में अवैध रूप से लगभग 40 दुकानों का निर्माण कराये जाने के बारे में नगर मजिस्ट्रेट से ज़िला पंचायत अध्यक्ष ने ये जानना चाहा कि मानचित्र स्वीकृत हुए बिना उतना बड़ा निर्माण कैसे हो रहा है।इस सवाल से उत्तेजित नगर मजिस्ट्रेट ने उनसे अभद्रतापूर्ण ढंग से व्यहार किया तथा ऐसी की तैसी करने की धमकी दे दी। जिसकी जिले में घोर निंदा की जा रही है।

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बड़ा बाबू

बताते चले की बहराइच जिले में नगर के अंदर पुराना आजाद इंटर कालेज चल रहा है। अति कीमती जमीन पर भू माफियाओ की काफी पहले से नजर लगी थी जिला प्रशासन से मिली भगत सांठ गाठ कर लगभग 40 दुकानों का अवैध निर्माण जिला अधिकारी अजय दीप सिंह के संरक्षण में कराया जा रहा है । जब की उसी जमीन पर स्कूल के बच्चे क्रीड़ा मैदान में खेलते है और आये दिन प्रतियोगिता का आयोजन भी इसी मैदान में होता रहा है। जब की इस मैदान ने कई ऐसे खेलाड़ी पैदा किये जिसने बहराइच का नाम भी रोशन है। कालेज की भूमि पर हो रहे कब्जे की भनक मिलते ही नगर वासियो ने इसकी शिकायत 12 दिसम्बर को नियत प्राधिकारी/नगर मजिस्ट्रेट से की और एक ज्ञापन दिया।फलस्वरूप काम बंद हो गया। इस बीच भू माफियाओं ने अधिकारियों को मैनेज करके 17 जनवरी को फ़िर बड़ी संख्या में मज़दूर और मिस्रती लगवाकर युद्ध स्तर पर निर्माण कार्य शुरू कर दिया।

(सलीम सिद्दीकी का नाम सक्रिय पत्रकारों में शुमार है, और इस वक्‍त बहराइच में एनडीटीवी में कार्यरत हैं)

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