: जिन्ना की तस्वीर पर फतवा जारी कर दिया है बरेली के मौलाना शहाबुद्दीन ने : कहा है कि शरई कानून के हिसाब से जिन्ना की तस्वीर को हटाना बिलकुल जायज है : खुद को आला हजरत दरगाह के मुफ्तियों का प्रवक्ता बन गये मौलाना शहाबुद्दीन :
मेरी बिटिया संवाददाता
बरेली : यहां के एक मौलाना की करतूत ने न सिर्फ बरेली, बल्कि पूरे मुसलमान समुदाय पर खलबली मचा दी है। इस मौलाना ने मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर पर इस्लाम विरोधी बताया है और कहा है कि जिन्ना जैसे देशद्रोही को हिन्दुस्तान में सम्मान नहीं मिलना चाहिए। मौलाना के शब्दों के अनुसार जिन्ना की तस्वीर को तत्काल हटा दिया जाना चाहिए, और मुसलमानों को भी गौर करना चाहिए कि वे जिन्ना जैसे लोगों के साथ कैसे खड़े हो सकते हैं।
इस मौलाना का यह बयान क्या है और उसका आधार क्या है, उस बारे में तो खासा विवाद पूरे देश में चल ही रहा है। लेकिन इस मौलाना द्वारा जारी किये गये इस फतवे के तौर-तरीकों को लेकर बरेली के आला हजरत दरगाह समुदाय के चेहरे पर नाराजगी की लकीरें बन गयी हैं। चर्चाएं शुरू हो गयी हैं कि जिस तरीके से यह फतवा जारी किया गया है, वह फतवों की परम्परा की पवित्रता और उनकी जमीन को खासी ठेस पहुंचा देगी। वजह यह कि इसमें अकेले जिन्ना की बात की गयी है, जबकि फतवा निजी या व्यक्तिवाचक नहीं हो सकता है।
इस मौलाना का नाम है शहाबुद्दीन। शहर के बाकी मौलाना भी शहाबुद्दीन के इस बयान से खासे नाराज हो गये हैं। खास तौर पर आला हजरत दरगाह से जुड़े लोग।
खैर आइये, इस मौलाना के बयान का वीडियो सुनने की जहमत फरमाइये। उसके बाद हम आपको दिखायेंगे आला हजरत दरगाह से जुड़ी कमेटी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सलमान से हुई मेरीबिटिया डॉट कॉम से बातचीत का वीडियो। यह बातचीत फोन पर सलमान जी से www.meribitiya.com के कुमार सौवीर ने की है।
आला हजरत दरगाह की ओर से एक फर्जी फतवा जारी करने वाले मौलाना शहाबुद्दीन का बयान सुनने के लिए कृपया निम्न लिंक पर क्लिक कीजिएगा :-