चोखा हो रहा है लडकियों की खरीद-फरोख्त का धंधा
पीडित लडकियों ने लगाया आरोप: लगती है लडकियों की मंडी
लडकियों की बुआ ने ही कर डाला अपनी भतीजी का सौदा
महिलाओं को समाज मे सम्मानित स्थान देने के लिये सरकार रोज नये नये नियम कानून बनाती है स्वयंसेवी संस्थाये आंदोलन चलाती है लेकिन सच तो यह है कि महिलाओं की स्थिति अभी भी दयनीय बनी हुई है। आज भी महिलाए किसी न किसी वजह से प्रताडित होती ही रहती है आज भी उन्हे खरीद-फरोख्त की वस्तु समझा जाता है। ताजा मामला है मध्यप्रदेश के बैतुल जिले का जहां लडकियो को बेचने का मामला सामने आया है।
कुछ दिनो पहले बैतुल जिले के चिचोली ब्लाक से दो लडकियां लापता हुई थी जिन्हे पुलिस ने सूचना मिलने पर छापा डाल कर राजगढ से बरामद कर लिया। उन लडकियों ने खुलासा किया कि उन्हे उनकी बुआ द्वारा संतोश नाम के व्यक्ति को बेच दिया गया था। दोनेा लडकियां अपने मायके चिचोली आयी हुई थी। पुलिस ने जब खोजबीन की तो पता चला कि दोनो लडकियों मे से एक लडकी सुनन्दा की दूर की बुआ उन्हे बहला फुसला कर पहले उन्हे आकोदिया लेकर गयी फिर वहां से उन्हे राजगढ ले जाया गया। जहां पर उन्हे बेच दिया गया था। पीडित सुनन्दा ने बताया कि हम दोनो को एक लाख अस्सी हजार मे बेचा गया था। हमे खरीदने वाली लडका संतोष दलाल है। उन्होने यह भी बताया कि संतोश ने उनके साथ बलात्कार भी किया है
पीडित लडकियों ने बताया कि आरोपी संतोष के घर बाकायदा लडकियो की मंडी लगती है और यह लोग षादी का झांसा देकर लडकियो को यहां लाते है फिर लडकियों का सौदा किया जाता है ज्यादातर यहां मुलताई और बैतुल की लडकियां ज्यादा बिकने के लिये आती है।
पुलिस ने सुनंदा की शिकायत पर मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। संतोश, देवी सिंह और सुनंदा की बुआ गीता पुलिस की गिरफत मे है। पुलिस का कहना है कि अभी जांच की जा रही है कि इस गैंग मे अभी कितने लोग शामिल हैं।