नाजुक कलाइयों ने सम्भाला ट्रिगर : पहले हुस्न से घायल करती थीं अब तालिबान पर निशाना: युध्दग्रस्त क्षेत्र मे देंगी ब्रिटिश सैनिको का साथ: तालिबानियों से जूझ रहे ब्रिटिश सैनिको से प्रेरित होकर ब्रिटिश माडल जोडी मिलवार्ड ने अपने सुनहरे माडलिंग कैरियर को दॉंव पर लगा दिया है और तालिबानियो के खिलाफ लडाई के लिए जंग के मैदान मे उतर आयी हैं। जहॉं वे वर्षों तक युद्धगस्त अफगानिस्तान में ब्रिटिश सैनिको का साथ देंगी।
जाहिर है कि यह काम बेहद जोखिम भरा है और एक सामान्य महिला से इस काम की उम्मीद नहीं की जा सकती है। खास कर ऐसी महिलाओं से जो केवल अपने कोमलांगी और नाजुक लटके-झटकों के बल या जरूरत पर बाकायदा एक खुले रैम्प पर इठलाती हुई माडलिंग करती दिखायी पडती हैं। बहरहाल, मिलवार्ड के इस फैसले से लोगों को दांतों तले उंगलियां दबाने पर मजबूर कर दिया है। अपने इस कदम से मिलवार्ड ने उन लोगो को मुहतोड जबाब दिया है जो महिलाओ को कमजोर समझते हैं ।
मॉडलिंग मे अपना कैरियर सवांरने का सपना लिये जोडी मिलवार्ड मिस इंग्लैड के सेमीफाइनल तक पहुंच गयी थी लेकिन अफगानिस्तान मे ब्रिटिश सैनिको के जुझारूपन को देखते हुए उन्होने अपने मॉडलिंग कैरियर को देश-सेवा की भेंट चढा दिया। 32 वर्षों तक ब्रिटिश सेना की सेवा करने वाले अपने पिता की प्रेरणा से ही उन्होंने रायल एयरफोर्स ज्वाइन किया और अब एक एयरक्राफट मकैनिक है। उन्हें आज भी अपने इस फैसले पर बाकायदा गर्व है। हालांकि शौक के स्तर पर बात की जाए तो मिलवार्ड को बचपन से ही सेना और सैनिक अभियान लगातार आकर्षित करते रहे थे। वे कहती हैं कि यह सारा कुछ एक हसीन ख्वाब की तरह था, जो अब साकार हो गया है।
मिलवार्ड आज चाहे जो भी हों, जिस भी हैसियत पर हो, या फिर अपने इस नये फैसले को लेकर भले ही लोगों में कौतूहल का विषय बनी रही हों, लेकिन स्कूल के दिनो से ही जोडी मिलवार्ड को सेना में जाने का शौक अब साकार तो हो ही गया। मिलिवार्ड तो कालेज से लेकर बाकायदा एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग के कोर्स के दौरान भी मिलिट्री टेंनिग लेती रही है। मिलिवार्ड के परिजन उनके इस फैसले से बेहद खुश दिख रहे हैं।