टल्‍ली सांसद के गंदे बोल, सोशल साइट्स पर तूफान। ले त्‍तेरी की, धत्‍तेरी की

ज़िंदगी ओ ज़िंदगी

: संसद में जाहिल सदस्य नरेश अग्रवाल ने बहुमत-आस्था पर हमला किया : ह्विस्‍की में विष्‍णु बसें, रम में श्रीराम। जिन में सीता बसें, ठर्रे में हनुमान : नरेश अग्रवाल को तो वैसी ही सज़ा मिलनी चाहिए , जैसी नरसिंह भगवान ने हिरणकश्यपु को दी थी :

मेरी बिटिया डॉट कॉम संवाददाता

लखनऊ : फेसबुक परिवार के सक्रिय सदस्‍य धीरज फूलमती सिंह की सुनिये। वे कहते हैं कि:- हिंदू धर्म न हुआ, बाबाजी का घंटा हो गया। जो देखो बजा के चला जाता है।

दरअसल, धीरज हिन्‍दू धर्म के पूज्‍य प्रतीकों पर ताजा हमलों से बेहद आहत हैं। उनको गुस्‍सा नरेश अग्रवाल पर है, जो समाजवादी पार्टी के महासचिव और राज्‍य सभा में सांसद भी हैं। कल ही हरदोई के रहने वाले सांसद नरेश अग्रवाल ने भरी राज्‍यसभा की कार्यवाही के दौरान एक सस्‍ती कविता पढ़ डाली। हालांकि चूंकि नरेश अग्रवाल हमेशा सस्‍ती और ओछी राजनीति के प्रखर वकील हैं, इसलिए किसी को कोई बहुत ज्‍यादा अचरज नहीं हुआ। लेकिन चूंकि नरेश की गंदी जुबान हिन्‍दू समुदाय में बेहद आदरणीय, पूज्‍य और प्रात:स्‍मरणीय विष्‍णु, श्रीराम, सीता और हनुमान आदि चरित्रों पर हमला करने पर आमादा थी, इसलिए बवाल होना तो स्‍वाभाविक ही था।

नरेश अग्रवाल की गंदी जुबान ने यही उगला था कि:- ह्विस्‍की में विष्‍णु बसें, रम में श्रीराम। जिन में सीता बसें, ठर्रे में हनुमान। बस इसी पर हंगामा खड़ा हो गया। धीरज जैसे हजारों-लाखों पाठकों ने नरेश के खिलाफ बवाल खड़ा कर दिया। लेकिन केवल धीरज ही क्‍यों,  पूरी सोशल साइट्स में नरेश के खिलाफ आग भड़क रही है आजकल। हमने कुछ चुनिंदा प्रतिक्रियाओं को एकत्र किया है। आप भी उनका जायजा लीजिए:-

चंचल बीएचयू : रामवालों ने राम को इस मुकाम पर पहुंचा दिया कि सरे आम, संसद में एक ‘जाहिल ‘ सदस्य नरेश अग्रवाल ने बहुमत के आस्था पर हमला कर दिया । निंदा करता हूँ । अग्रवाल को माफी मांगनी चाहिए । और यह उसी सदन में हुआ जहां दलित उत्पीड़न के सवाल पर सुश्री मायावती को बोलने तक नही दिया गया । उसी सदन में विष्णु राम ,सीता सब ‘ हौली तक पहुंचा दिए गए । यह संसद है ?

श्‍याम कुमार : कोई कहे कि उसने धर्मशाले में लिखा देखा कि नरेश अग्रवाल रंडी की औलाद है तो क्या उसे सार्वजनिक रूप में यह बताना ठीक है?

Dileep Kumar Sinha : control your language, sir

Shyam Kumar : यह नरेश अग्रवाल से कहो,जिसने किसी धर्मशाले में लिखी हिन्दू विरोधी गन्दी बात का उल्लेख किया और विरोध होने पर ठीक से माफी भी नहीं मांगी। तुम्हें बुरा लगा तो मैं भरपूर माफी मांगता हूं, हालांकि मैंने ‘अगर ‘ के साथ लिखा है।

देव आनंद उपाध्याय : अगर कोई मुझसे पूछे तुम्हारी पहली इच्छा क्या है तो मैं #नरेश को तीन थप्पड़ मारना पसंद करूँगा

और आप ?

Rajkumar Singh : सभी धर्मो का सम्मान करने की बात करने वाले सेक्युलर नेता नरेश अग्रवाल के बयान पर आखिर चुप क्यों ?

Hasan Usmani : मुसलमानो को ऐसे तथाकतिथ हमदर्द नही चाहिये। किसी के भी अराध्य का अपमान हम सब का साझा अपमान है .

शिवानन्द द्विवेदी सहर : संसद के अंदर ही नरेश अग्रवाल को दो जूते लगा दो और फिर सभापति महोदय उसे संसदीय रिकॉर्ड से हटा दें। कोई मुकदमा नहीं बनेगा।

नरेश अग्रवाल को तो वैसी ही सज़ा मिलनी चाहिए , जैसी नरसिंह भगवान ने हिरणकश्यपु को दी थी ।

धीरज फूलमती सिंह : हिंदु धर्म न हुआ, बाबाजी का घंटा हो गया। जो देखो बजा के चला जाता है

Ishwar Chandra Bharadwaj : नीचे लिखी पंक्तियां सपा के राज्यसभा सांसद नरेश अग्रवाल को समर्पित है-

वैश्याओ में माँ बसी,

गिलमो में बसा बाप,

फ्री सेक्स में बहन बसी

तब निकला नरेश अग्रवाल जैसा दलाल !!

बोलो सर्पन्डो की जय…

–रोहित राना से साभार.

Rajesh Rai: नरेश अग्रवाल को तो वैसी ही सज़ा मिलनी चाहिए , जैसी नरसिंह भगवान ने हिरणकश्यपु को दी थी ।

Anshuman Tripathi : नरेश अग्रवाल पर क्रोध

मनोहर पर्रिकर पर अनसुनी

गज्जब मानसिकता है…

Rakesh Sharma : इतनी बकवास बातें करने की क्या आवश्यकता थी सपा सदस्य नरेश अग्रवाल को। इसकी जांच करानी चाहिए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव जी को…

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