चीथड़ा है तुम्‍हारी तहजीब-संस्‍कृति, हल्‍ला बहुत मचाते हो

: औरत को डायन बता कर गाँव भर में नंगा घुमाने से संस्कृति/तहज़ीब फलती फूलती है : सीने पर दुपट्टा न हो तो संस्‍कृति-तहजीब मरती है, और जीन्स और टीशर्ट के बीच कमर दिखे तो भी संस्कृति/तहज़ीब मरती है : ऐसी संस्कृति/तहज़ीब का न होना ही बेहतर : डॉ राजदुलारी बोकारो : सीने पर दुपट्टा […]

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और तुम औरत को केवल उसके स्‍तन और जांघों से आंकते हो। है न ?

: देह-यष्टि में ऊंचाई और गहराई से भी योजनों-कोसों आगे होती है महिला की आन्‍तरिक सुन्‍दरता : महिला को देखते ही सबसे पहले उसे सूक्ष्‍म एक्‍स-रे की तरह छानबीन करना शुरू कर देता है पुरूष : बहुत जरूरी है सोच में बदलाव लाना, लेकिन मंजिल अभी बहुत दूर है : डॉ राज दुलारी बोकारो : […]

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यूपी पापी-क्षेत्र, खुद को मर्द का दम्‍भ भरने वालों पर थू

: झारखंड में एक हादसा सामूहिक बलात्‍कार हुआ तो नागरिक सड़क पर जम गये : आक्रोश को थामने के लिए बोकारो में कर्फ्यू तक लगाया गया था 15 साल पहले : यूपी में हर जिले में हो रहा है कुकर्म, झारखण्‍ड में नागरिक चेतना है : डॉ राजदुलारी बोकारो ( झारखण्‍ड ) : एक बात […]

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हरामत्व का निंदक हूं। पर हरामी और हरामीपन पर सवाल क्यों?

कोई हरामी धोखा दे तो सिर काट लेना मेरा। शर्त लगा सकता हूंकिसी हरामी के खून में नहीं होती दगाबाजी, आप खुद समझदार हैंहरामजादा आप किसे जोड़ रहे, मां की ओर से या बाप की तरफ?आओ बेटियों। 8 मार्च को हरामत्व का सोल्लास अभिषेक करो कुमार सौवीर लखनऊ : लेकिन इसके पहले मैं कुछ और बातें खास […]

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