लसोढ़ा के बिना भी कोई जिन्‍दगी है ?

: परमानेंट तो हमारी-आपकी सांसें भी नहीं हैं हुजूरेआली : पीढि़यों तक संस्‍कार के लिए जीवन में लसोढ़ा-पन खोजिए : प्रेमचंद की बूढ़ी काकी या फिर मंत्र के उस ओझा की तरह डॉ चड्ढा का मासूम बच्‍चा बचाने वाला लसोढ़ा कहीं और न मिलेगा : अशक्‍त, असहाय, मजलूम, महकूम लोगों को जिन्‍दगी से कोई खास […]

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आज मैं चिन्‍मयानन्‍द के घर में हूं। गांव में

: गोंडा-बहराइच के सीमान्‍त कर्नेलगंज के तरबगंज की सड़क के किनारे पर है मकान : दुर्धष-यात्री की तरह यात्रा कभी थमी नहीं। राजसत्‍ता से लेकर बिस्‍तर तक, और फिर बिस्‍तर से जेल तक : 04 में चिन्‍मयानन्‍द ने अपने सांसदी चुनाव में प्रचार के लिए मुझे उत्‍कोच यानी घूस-प्रलोभन दिया : बाघमंरी मठ से याद […]

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औली के बुग्‍याल को चर गयी सरकार, ढलान पर बना दिया होटल

: हिमालयी घास की बेशकीमती ढलानें बचना कितना जरूरी : पर्यटन विभाग ने ही लम्बा ऊंचा होटल पूरी ढलान को ढांप कर बना डाला : बुग्याल का जो हश्र इन कुछ सालों में हमने किया है ,उसमें कड़े फैसले की जरूरत : अतुल सिंह जोशीमठ : नैनीताल हाईकोर्ट के हालिया आदेश से यह पुन: स्थापित […]

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बरसी झमाझम इंसानियत, और मैं नंगा-अवधूत

: आप ठहाके लगाते रहियेगा योगी देवनाथ जी। मैं बस पहुंच रहा हूं : मैं ही अनावृत्‍त औघड़, साक्षात नंगा अवधूत। मुझ में जो कुछ भी है, वह सब का सब नंगा : प्राणदायिनी गोमती-जल से ही आसपास के निवासी दाल चुरवाते हैं : जौनपुर एक बेमिसाल और अजीमुश्‍शान शहर है : कुमार सौवीर लखनऊ […]

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काठमाण्‍डू में शिव से वार्तालाप: शिव से शिव मिले, विष अमृत हो गया

: अरे यह पिछले महीने की फोटो है, जब मैं काठमाण्‍डू गया था : पशुपतिनाथ मंदिर के बाहर ही भेंट हो गयी महादेव की शिव-शंकर की : शिव  ने महादेव को जी-भर दुआएं दीं, और भोलेनाथ ने भी आशीष लुटाने में कोई भी कंजूसी नहीं की: कुमार सौवीर काठमाण्‍डू : कुछ बरस पहले नेपाल में […]

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