: नभाटा के संपादक के सम्मान समारोह में उछले सवाल : काशी के पराड़कर भवन में सुधीर मिश्र को काशी पत्रकार संघ ने दिया सम्मान : बड़े ओहदे पर जमे लोग मौखिक ज्ञान ही देते हैं :
दोलत्ती संवाददाता
वाराणसी : क्या नभाटा यानी नवभारत टाइम्स अखबार सरकार को तेल नहीं लगाता है। खोज-खोज कर संघ के वेतनभोगी स्वयंसेवक हर कोने में भरे-ठूंसे जाते हैं इस अखबार के संपादकीय विभाग में। ऐसे-ऐसे चुने रिपोर्टर यहां नौकरी पाये हुए हैं, जिनकी सोच में मूल्क की सबसे बड़ी समस्या नेहरू के सिगरेट में लेडी माउण्ट बेटन का लाइटर जलाना है।
यह तल्ख टिप्पणी वाराणसी के एक वरिष्ठ पत्रकार राय कृष्णदेव ने जाहिर की है। मौका था पराड़कर भवन में आयोजित काशी पत्रकार संघ द्वारा एक सम्मान समारोह का। यह समारोह नभाटा के संपादक सुधीर मिश्र के सम्मान में आयोजित किया गया था। पिछले दिनों सुधीर मिश्र एक कार्यक्रम में काशी जी पधारे थे।
इस समारोह की खबर को यहां के पत्रकार सुधीर गोणार्कर ने फेसबुक पर प्रकाशित की, तो राय कृष्णदेव बिफर पड़े। उन्होंने सुधीर की पोस्ट पर अपना यह नजरिया पेश किया, तो सुधीर ने भी उसका जवाब दिया। सुधीर का कहना था कि अतिथि का स्वागत हमारा शाश्वत कर्तव्य है भैया। वैसे तो सभी जानते हैं कि चाहे अखबार हो या अन्य क्षेत्र उच्च पदों पर आसीन लोग केवल मौखिक ज्ञान ही देते हैं, अमली जामा पहनाने की बारी आती है तो पल्ला झाड़ लेते हैं। ऐसे में उनका ज्ञान सुनना मेरा कर्तव्य या कहिए मजबूरी थी क्योंकि उन्हें हमने इसीलिए बुलाया था।
जाहिर है कि इस नवभारत टाइम्स, लखनऊ व दिल्ली (एन. सी. आर.) संस्करण के संपादक, वरिष्ठ पत्रकार श्री सुधीर मिश्र सोमवार को काशी पत्रकार संघ के निमंत्रण पर पराड़कर भवन पधारे। यहां उन्होंने स्थानीय पत्रकारों के साथ ही समाज के अन्य क्षेत्रों से जुड़े गणमान्य लोगों से वर्तमान पत्रकारिता के सामने चुनौतियों पर विचार साझा किए व लोगों की शंकाओं का समाधान करने के साथ ही अखबारों की भूमिका पर भी बेबाकी से अपनी राय जाहिर की। उन्होंने स्वीकार किया कि अखबार खासकर हिन्दी के समाचार पत्र जनहित के मुद्दों को तरजीह देने से परहेज़ करते हैं। यह नहीं होना चाहिए।
आज देश का युवा वर्ग अपने और देश के प्रति सोचने लगा है, महिलाएं घर की दहलीज से बाहर निकलकर धरने, प्रदर्शनों के जरिए अपने विचार जनता के सामने रख रही हैं। सोशल मीडिया भी लोगों की अभिव्यक्ति का एक सशक्त माध्यम बन गया है। ऐसे में अखबारों की जिम्मेदारी भी बढ़ गई है। इसलिए पत्रकारों को भी अपना काम निष्ठापूर्वक करने की जरूरत है क्योंकि हम जनता के प्रति जवाबदेह हैं। गोष्ठी में अन्य लोगों ने भी अपने विचार साझा किए।
सुधीर मिश्र के इस सम्मान समारोह में संघ अध्यक्ष राजनाथ तिवारी ने सुधीर का स्वागत और सम्मान दिया। इस मौके पर एके लारी समेत वरिष्ठ पत्रकार मौजूद थे।