विधवा की जागीर लूट ली, अब विधायकी लूटने में जुटे अनुराग सिंह

ज़िंदगी ओ ज़िंदगी

: भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश सिंह के पुत्र हैं अनुराग : हाल ही बेवा और उसकी बेटियों को श्रद्धांजलियां अर्पित करने से भी मना कर दिया गया : भाजपा के टिकट पर मैदान में हैं अनुराग :

कुमार सौवीर

लखनऊ : वे आजकल अपने इलाके में बड़े-बड़े दावे करने में व्यस्त हैं। मन-मोहनी और लुभावने बातें के छल्लेदार पतंग उडा़ रहे हैं। दावा कर रहे हैं कि आम जनता, महिला और निरीह बच्चियों को उनका वाजिब हक दिलायेंगे। लुटेरों-डकैतों के क्रूर हाथों और दांतों को तोड़ कर हर इंसान को इंसाफ दिलायेंगे। माफिया, अपराधी, गुंडे और पुलिस के चंगुल में फंसे लोगों को राहत दिलायेंगे। उनके आंसू पोंछेंगे और दुष्टों के खिलाफ लोगों को त्वरित इंसाफ दिलायेंगे।

जी हां, यहां जिस सज्जन के बारे में बात की जा रही है, उनका नाम है अनुराग सिंह। अनुराग सिंह अब विधायकी की सीट दबोचने की फिराक में हैं। भाजपा ने उन्हें मिर्जापुर के चुनार से टिकट दे दिया है। अब यह दीगर बात है कि इनके बारे में ऐसी-वैसी चर्चाएं बेहिसाब बढ़ती जा रही हैं।

एक अनाथ बेवा और उसकी बेटियों ने तो अनुराग सिंह के बारे में खुलेआम आरोप लगा रखा है कि यह सज्जन हमेशा सिर्फ मजलूम, अनाथ और बेवा-विधवा तथा निरीह बच्चियों के आशियानों को लूटा करते थे। आरोपों के मुताबिक जिन-जिन लोगों की जागीर उन्होंने लूटी है, वह आज सड़क पर हैं, अपने खिलाफ साजिशें करने वालों पर लानतें भेज कर अदालत-कचेहरी में न्याय की भीख मांग रहे हैं।

87 बरस की बुजुर्ग इस राजदुलारी के दुखों का तो पारावार ही नहीं है। उनके पति ने अपनी जिन्दगी भर की अरबों-खरबो की कमाई से अपनी पत्नी और बेटियों के लिए जो भी जागीर खड़ी की थी, राजदुलारी के आरोपों के अनुसार अनुराग सिंह ने उसे पूरा का पूरा हडप लिया। बल्कि वह वृद्ध महिला का आशियाना तक छीन लिया गया। अब वह अपने दामाद के पास रह रही है, जबकि उसका अपना खुद का विशाल बंगला अनुराग ने हड़प कर उसे दर-ब-दर कर दिया है। इसमें अनुराग सिंह के साथ उनकी पत्नी स्नेहलता सिंह की भी संलिप्तता रही है।

आपको बता दें कि राजदुलारी के पति डॉ ओपी चौधरी ने रायबरेली रोड पर एक विशालकाय सरदार पटेल डेंटल कालेज की स्थापना की थी, लेकिन चौधरी की मृत्यु के बाद अनुराग सिंह और उनकी पत्नी स्नेहलता सिंह ने उसे हड़प कर राजदुलारी और उसकी बेटियों को कालेज से निकाल बाहर कर दिया। इस बारे में कई मुकदमे अनेक अदालतों में लम्बित हैं।

लेकिन सबसे दुखद बात तो तब हुई जब डॉ ओपी चौधरी की पुण्यतिथि के मौके पर राजदुलारी जी उनकी मूर्ति पर अपनी श्रद्धांजलियां अर्पित करने सरदार पटेल डेंटल कालेज पहुंचीं, तो सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें परिसर में घुसने से ही मना कर दिया। सुरक्षाकर्मियों का कहना था कि अनुराग सिंह ने इस बाबत सख्त आदेश दे रखे हैं कि राजदुलारी और उनकी बेटियों को कालेज परिसर में नहीं घुसने दिया जाए।

लेकिन अनुराग सिंह को इससे क्या फर्क पड़ता है। उन्हें किसी से भी कत्तई कोई भी खौफ नहीं है। उनकी पार्टी उनके साथ है, उनकी पीठ पर हाथ रखे है। अनुराग सिंह के पिता ओमप्रकाश सिंह भाजपा के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं। ऐसे में जब सइयां ही कोतवाली के इंचार्ज बने बैठे हों तो फिर डर किस बात की।

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