रियाद ने ऐसे लोगों को वीजा न देने का फैसला किया
रियाद : इस साल बुजुर्ग, गंभीर बीमारी से ग्रसित लोग, गर्भवती महिलायें, बच्चे और रोग प्रतिरोधक क्षमता की कमी झेल रहे लोग हज नहीं कर पायेंगे। पाकिस्तान के समाचार पत्र द डान में आज प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक सऊदी अरब के स्वास्थ्य मंत्रालय ने घोषणा की है कि इस साल बुजुर्गों और गंभीर बीमारी से ग्रसित लोगों को हज करने की अनुमति नहीं दी जायेगी। ऐसे लोगों के लिये सऊदी अरब के दूतावास वीजा जारी नहीं करेंगे।
मंत्रालय के मुताबिक उन्होंने यह कदम पश्चिम एशिया में श्वसन संबंधी संक्रमण फैलाने वाले कोरोना वायरस के प्रसार पर रोकथाम लगाने के लिये उठाया है। कोरोना वायरस के संक्रमण से सऊदी अरब में गत सितंबर से 38 लोगों की मौत हो चुकी है। मंत्रालय के मुताबिक इस साल हज और उमरा वीजा बुजुर्गों और मधुमेह, दिल, गुर्दे और श्वसन से संबंधित बीमारियों से पीडि़त लोगों को नहीं दिया जायेगा।
मंत्रालय के प्रवक्ता के मुताबिक बुजुर्गों और गंभीर बीमारी से पीडि़त लोगां के अलावा रोग प्रतिरोधक क्षमता की कमी झेलने वाले लोग, कैंसर पीडि़त,गर्भवती महिला और बच्चे भी इस साल हज नहीं कर पायेंगे। इन लोगों को भी सऊदी अरब के दूतावास वीजा जारी नहीं करेंगे। सऊदी अरब के दूतावास रमजान के पवित्र महीने के अंतिम दिनों में वीजा देना शुरू करते हैं। मंत्रालय द्वारा वीजा नियमों में किया गया यह बदलाव हज और उसके बाद उमरा पर भी लागू होगा।
मंत्रालय ने बुजुर्गों के लिये किसी तय उम्र का जिक्र नहीं किया है लेकिन उनका कहना है कि बुजुर्ग कमजोर और चिकित्सीय आधार पर अयोग्य लोगों को वीजा नहीं दिया जायेगा। इसके अलावा भी मंत्रालय ने यात्रा के दौरान पालन किये जाने वाले कई नियमों की घोषणा की है। इसके तहत अब जायरिनों को हज पर जाने के दस दिन पहले मेनेंजाइटिसरोधी टीका लेने और पोलियो के टीके का प्रमाणपत्र रखना जरूरी है। इसके अलावा जायरीनों को इंफ्लूएंजा के बचाव के लिये एहतियातन टीका भी लेना होगा।