: लखनऊ के जितने भी चोर-लुटेरे पेट्रोल-पम्प मालिक हैं, आज पुलिस कार्रवाई के खिलाफ हड़ताल पर गये : पचास साल पहले बहराइच के जरवल रोड में हुई घटना मेरे जेहन में ताजा है : देख लो साहब, मैंने थूक कर चाट लिया है माई-बाप :
कुमार सौवीर
लखनऊ : मुझे खूब याद है अपना बचपन। तब मैं शायद पांच साल का रहा होऊंगा।
उच्चतर प्राथमिक कन्या विद्यालय में रहता था मैं। मेरी मां उसी स्कूल में शिक्षिका थीं, और स्कूल के गेट के बगल ही बहराइच के जरवल रोड की पुलिस चौकी थी।
अचानक एक दिन हंगामा हुआ, पता चला कि पुलिस ने एक चोर पकड़ा है।
बाल-सुलभ जिज्ञासा में मैं और मेरे अनेक मित्र भी पुलिस चौकी में लगी भीड़ का हिस्सा बन गये। तब बच्चों को ज्यादा तरजीह दी जाती थी। मैंने देखा कि पुलिस उस चोर को जमकर लठिया रही थी। अचानक दारोगा ने पिटाई रोक कर उससे पूछना शुरू किया।
तूने चोरी की?
जी सरकार, माई बाप। की हजूर।
फिर करेगा?
नहीं हजूर सरकार। अब नहीं करूंगा।
चल थूक कर चाट दिखा
चोर के कपड़े फटे हुए थे, होठों और हाथों से चोटों से खून चू रहा था। उसकी जांघिया पीछे से फट गयी थी, और उस पर पड़ी लाठियों के निशान उसके चूतड़ों पर साफ इम्बोस्ड हो चुके थे। वह उकड़ू बैठा था।
दारोगा के ललकारते ही चोर अपनी चोट और दर्द को भूल कर चोर गर्दन जमीन की ओर झुकायी। जोर की आवाज के साथ जबर्दस्त खंखार का पूरा जोर लगा कर उसने जमीन पर थूका। फिर दारोगा की ओर देख कर बोला:- देख लो साहब, यह थूक दिया मैंने। देख लो माई-बाप।
और यह कहते ही चोर लपका और जमीन पर मुंह लगा कर पूरा का पूरा थूक कंठस्थ कर गया।
वह तो बाद में पता चला कि पुलिसवालों ने उस चोर को उसके बाद नहीं पीटा, लेकिन बाद में उसे जेल जरूर भेज दिया।
लेकिन आज करीब पचास साल बाद आज हालत यह है कि लखनऊ के जितने भी पकड़े गये चोर हैं, वे सब अब एकजुट हो गये हैं। खबर है कि लखनऊ के पेट्रोल पंपों में चल रही 10 से 15 फीसदी तक की तेल चोरी पकड़े जाने पर सारे चोर-लुटेरे-डकैत पम्प-मालिकों ने लखनऊ में अपनी बेमियादी पंप-बंदी का ऐलान कर दिया है। इन चोरों ने यह भी धमकी दी है कि वे पूरे प्रदेश भर में सारे पम्प बंद कर देंगे।
एसटीएफ की कार्रवाई के बाद यह तो खुलासा हो गया कि कम से कम यूपी के छह हजार से ज्यादा पेट्रोल-पम्पों में 10 से 15 फीसदी तक की तेल चोरी होती है। लेकिन इस खुलासे के बावजूद लखनऊ के पेट्रोल-पम्प मालिकों ने अपना अपराध कुबूल करने के बजाय गुर्राना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं, सोमवार की रात से वे एसटीएफ की छापेमारी के खिलाफ बेमियादी हड़ताल पर चले गये। शर्मनाक बात तो यह है कि इन बेईमान पम्प मालिकों की करतूतों पर 70 लाख की आबादी वाले लखनऊ में दस लोग भी ऐसे नहीं जागे कि इन मालिकों के खिलाफ आवाज उठा सकते।
उन तेल-चोर लुटेरों की करतूत से जुड़ी खबरों को देखने के लिए कृपया निम्न लिंक पर क्लिक कीजिए:-
लुटेरे-डकैत-चोर पेट्रोल-पम्प मालिक
यह तो हालत है इन चोर-लुटेरे और डकैतों की,
शर्म की बात है कि लखनऊ की करीब 70 लाख की आबादी में से 10 लोग भी यह साहस या क्षमता नहीं जुटा पाये हैं कि वे ऐसे बंद पेट्रोल-पम्पों के सामने खड़े होकर पम्प-मालिकों के सामने सीना ठोंक कर कह पायें कि तुम चोर हो, और हम तुम्हारी निंदा-भर्त्सना करते हैं, तुम्हारे पम्प पर थूकते हैं, और कसम खाते हैं कि आइंदा तुम्हारे पम्प की ओर न रूख करेंगे, न वहां थूकने आयेंगे और न ही वहां मूत्र-विसर्जन तक नहीं करेंगे।
चलो, मान लिया कि यह नहीं कर सकते हो तुम। कोई बात नहीं। कम से कम अपनी स्कूटर, बाइक, कार या अपने दीगर वाहनों के आगे-पीछे, अगल-बगल, विंड-स्क्रीन पर यह तो लिखवा सकते कि हम चोरों से तेल नहीं खरीदते। इस तरह का स्टिकर अपने घर के सामने दरवाजे पर और गैराज के बाहरी गेट पर भी चस्पां कर सकते हो। महिलाएं भी यह कर सकती हैं कि वे आगे सामने आयें और अपनी टूटी-फूटी क्रॉकरी, चूड़ी वगैरह ऐसी चोरी के खिलाफ अपनी आवाज उठाते हुए ऐसे पेट्रोल पम्पों के सामने पटक कर तोड़ डालें। इससे तेल-चोरों पर सामाजिक दबाव पड़ता और जिम्मेदार विभागों पर चैतन्य रहने की प्रेरणा मिलती। एसटीएफ को भी बल मिलता।
लेकिन प्रमुख न्यूज पोर्टल मेरी बिटिया डॉट कॉम ने इस मामले को उठाया और बाकायदा अभियान छेड़ दिया है।
और अगर यह भी नहीं कर पाने का साहस नहीं है तुममें, तो जाओ भाड़ में तुम। तुम इसी लायक हो कि तुम्हारी जेब की ऐसी की तैसी ऐसे चोर लगातार डाका डालते रहें।
कायर, का-पुरूष, और नपुंसक।
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