महिला पत्रकार ने की आत्महत्या, संपादक पर आरोप

सैड सांग

: पहनावे, चलने के तौर-तरीके को लेकर लगातार दी जा रही थी प्रताडऩा, स्थानीय प्रबंधन साक्ष्य छिपाने की तैयारी में, पुलिस की ढीली कार्रवाई से मीडिया जगत में आक्रोश : अपने पहनावे पर ध्‍यान दिया करो, पत्रकारिता में चमकने के लिए स्‍मार्ट दिखना बहुत जरूरी होता है :

मेरी बिटिया संवाददाता

जगदलपुर : जगदलपुर से प्रकाशित दैनिक समाचारपत्र पत्रिका की ब्लॉगर रेणु अवस्थी की आत्महत्या के पीछे अखबार के स्थानीय संपादक की प्रताडऩा बड़ी वजह बनकर सामने आई है। स्थानीय संपादक की लगातार प्रताडऩा से त्रस्त होकर इस युवा पत्रकार ने शनिवार को अपने घर में फांसी में झूलकर खुदकुशी कर ली है। मृतका के परिजनों ने युवा पत्रकार की आत्महत्या के पीछे स्थानीय संपादक को जिम्मेदार ठहराते हुए उसके खिलाफ पुलिस में नामजद रिपोर्ट दर्ज कराने की तैयारी की है। खबर तो यह भी है कि घटना के बाद मृतका की मां व भाई स्थानीय संपादक के घर पहुंचे और उसे खूब खरीखोटी सुनाई। मृतका की मां ने यहां तक कहा कि इस व्यक्ति (स्थानीय संपादक) को गोली मार देनी चाहिए।

दैनिक समाचारपत्र पत्रिका की ब्लॉगर रेणु अवस्थी की मौत के बाद बस्तर का मीडिया जगत सदमें में है क्योंकि बेहद कम उम्र में रेणु अवस्थी ने स्थानीय पत्रकारिता में अपनी पहचान बना ली थी। खबर है कि प्रताडऩा का दौर कुछ दिनों पहले से शुरू हुआ। कुछ दिनों पहले पत्रिका की तरफ से किसी विषय पर एक टॉक शो का आयोजन किया गया था, जिसमें शहर की महिलाओं व युवतियों को आमंत्रित किया गया था। इस कार्यक्रम के बाद स्थानीय संपादक ने रेणु अवस्थी को प्रताडि़त करना शुरू कर दिया। वह रेणु अवस्थी के पहनावे को लेकर टिप्पणी करता था। उसे स्मार्ट बनने को कहता था। इतना ही नहीं, उसे रेणु अवस्थी के चलने के तरीके पर भी आपत्ति थी।

जानकारों के अनुसार घटना दिनांक को स्थानीय संपादक रेणु अवस्थी को लगातार प्रताडि़त करता रहा। उसे बार-बार अपने चैम्बर में बुलाता और प्रताडि़त करता रहा। पत्रिका कार्यालय के वीडियो फुटेज में इस बात का खुलासा है कि शनिवार को सुबह 11 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक स्थानीय संपादक उसे लगातार अपने कक्ष में बुलाता रहा। एक फुटेज में रेणु अवस्थी टेबल पर सिर रखकर रोती हुई दिख रही है। इसके बाद उसने इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी रायपुर स्थित अपने एक पुराने सहयोगी को दी (यह सहयोगी पहले पत्रिका, रायपुर में कार्यरत था) और उसे आत्महत्या करने की बात बताई। उस सहयोगी की सूचना पर जगदलपुर में जब तक रेणु अवस्थी की खोजबीन शुरू की जाती, वह खुदकुशी कर चुकी थी।

घटना के बाद दैनिक समाचारपत्र पत्रिका जगदलपुर कार्यालय में लगे वीडियो कैमरों के फुटेज के साथ छेड़छाड़ की प्रक्रिया शुरू कर दी गई। वहां के ब्रांच मैनेजर शब्द कुमार सोलंकी की देखरेख में साक्ष्य मिटाने की कोशिश की गई। घटना की खबर मिलते ही शब्द कुमार सोलंकी स्थानीय संपादक के निवास पहुंचे, जहां साक्ष्य मिटाने की रणनीति बनाई गई।

घटना के बाद मृतका के परिजनों ने स्थानीय सम्पादक पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका आरोप है कि स्थानीय संपादक और ब्रांच मैनेजर की प्रताडऩा से त्रस्त होकर रेणु आत्महत्या करने के लिए विवश हुई। मृतका का भाई अनूप अवस्थी भी मीडिया से जुड़ा हुआ है। वह रायपुर पहुंचकर पत्रिका के उच्च प्रबंधन से स्थानीय संपादक पर त्वरित कार्रवाई की मांग कर रहा है अन्यथा सीधी कार्रवाई की चेतावनी दी जा रही है। अनूप अवस्थी ने कहा कि वह चाहते हैं कि उनकी बहन को न्याय मिले। उसे आत्महत्या करने के लिए विवश करने वाला कितनी भी बड़ा व्यक्ति क्यों न हो, उसे सजा दी जाए। इसके लिए वे हर स्तर तक जाएंगे।

इस पूरे घटनाक्रम में जगदलपुर पुलिस की भूमिका की सर्वत्र आलोचना की जा रही है। घटना के दो दिनों बाद तक पुलिस पत्रिका कार्यालय जाकर साक्ष्य एकत्र करने की कोशिश नहीं की है। स्थानीय संपादक और ब्रांच मैनेजर के बयान नहीं लिए गए हैं। रेणु अवस्थी के मोबाइल की विस्तृत जांच नहीं की गई है। यह पता लगाने की कोशिश नहीं की गई है कि आखिर वह कौन सी वजह थी जिससे पत्रकारिता जगत में एक सितारा चमकने से पहले ही डूब गया। मृतका के भाई अनूप अवस्थी ने बताया कि पुलिस सिर्फ आश्वासन दे रही है, जमीन पर कोई कार्रवाई नहीं दिख रही है।

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