राजयसभा में लहरायेगा फौलादी मुक्का, मैरी कॉम सांसद बनी

सक्सेस सांग

: स्वामी, जाधव, सिद्धू, गोपी और दासगुप्ता समेत छह लोग सांसद बने : मैरी कॉम फिल्म में इस मुक्केबाज का अंदाज दिखा चुकी प्रिंयका चोपड़ा : सवाल कि पूर्वोत्तर के बेहद अशांत मणिपुर को शांत करेगा मनोनयन :

नई दिल्ली : अपने फौलादी मुक्के से पूरी दुनिया को हिला देने वाली एमसी मैरी कॉम अब राज्यसभा में दिखायी पड़ेंगी। मूलत: पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर की रहने वाली मैरी को आज राष्ट्रपति ने राज्यसभा में नामित कर दिया। मैरी के साथ ही कुल छह हस्तियों को राज्यसभा की सदस्यता दी गयी है, जिनमें स्वामी, जाधव और सिद्धू आदि शामिल हैं। सातवीं रिक्त सीट पर अब तक कोई भी फैसला नहीं लिया गया है। गौरतलब है कि नरेंद्र जाधव कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता वाली राष्ट्रीय सलाहकार परिषद (एनएसी) के सदस्य रह चुके हैं। इसके अलावा, भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी और नवजोत सिंह सिद्धू, मलयालम अभिनेता सुरेश गोपी और पत्रकार स्वप्न दासगुप्ता को भी राज्यसभा में मनोनीत किया गया है।

मैरी कॉम का पूरा नाम है मैंगते चंग्नेइजैंग मैरी कॉम। मैरी का राज्य सभा में मनोनीत करना खेल की इस उत्कृष्ट हस्ती को सम्मान देना तो है ही, साथ ही पिछले लम्बे से अशांत बने रहे मणिपुर की चोटों पर मलहम लगाने की कोशिश भी है। हालांकि आने वाले वक्त में ही पता चलेगा कि मैरी कॉम का मनोनयन खेल में सिक्का जमायेगा या फिर उसके साथ ही पूर्वोत्तर की राजनीति को भी प्रभावित कर सकेगा। गौरतलब है कि मैरी कॉम ने 2012 लंदन ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था। मैरीकॉम ने अभी तक वर्ल्ड चैंपियनशिप में भारत के लिए 5 स्वर्ण पदक जीते हैं। आपको बता दें कि इसके पहले भी भारत की महिला मुक्केबाज एम सी मैरी कॉम को महिला विश्व चैंपियनशिप के लिए एआईबीए का एंबेस्डर बनाया गया था। अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (एआईबीए) ने विश्व चैम्पिनशिप के लिए आठ एंबेस्डर को चुना था।

मैरी कॉम का जन्म 1 मार्च 1983 को मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में एक गरीब किसान के परिवार में हुआ था। उन्होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा लोकटक क्रिश्चियन मॉडल स्कूल और सेंट हेवियर स्कूल से पूरी की। आगे की पढाई के लिये वह आदिमजाति हाई स्कूल, इम्फाल गयीं लेकिन परीक्षा में फेल होने के बाद उन्होंने स्कूल छोड़ दिया और फिर राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय से परीक्षा दी। मैरी कॉम की रुचि बचपन से ही एथ्लेटिक्स में थी। उनके मन में बॉक्सिंग का आकर्षण 1999 में उस समय उत्पन्न हुआ जब उन्होंने खुमान लम्पक स्पो‌र्ट्स कॉम्प्लेक्स में कुछ लड़कियों को बॉक्सिंग रिंग में लड़कों के साथ बॉक्सिंग के दांव-पेंच आजमाते देखा। मैरी कॉम बताती है कि “मैं वह नजारा देख कर स्तब्ध थी। मुझे लगा कि जब वे लड़कियां बॉक्सिंग कर सकती है तो मैं क्यों नहीं? साथी मणिपुरी बॉक्सर डिंग्को सिंह की सफलता ने भी उन्हें बॉक्सिंग की ओर आकर्षित किया।मैरीकॉम की शादी ओन्लर कॉम से हुई है। उनके जुङवाँ बच्चे हैं।

उनके जीवन पर एक फिल्म भी बनी जिसका प्रदर्शन 2014 मे हुआ। इस फिल्म में उनकी भूमिका प्रियंका चोपड़ा ने निभाई। लेकिन हैरत की बात है कि पूरी तरह हिन्दी भाषी मणिपुर के लोगों ने इस फिल्म के प्रदर्शन के खिलाफ एक जबर्दस्त विरोध जताया। उनका कहना था कि मणिपुर में हिन्दी का कोई भी स्लोगन या प्रचार किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा। आपको बता दें कि पिछले लम्बे समय से मणिपुर की शर्मिला इरोम मणिपुर से सैनिक हस्तक्षेप के खिलाफ आमरण अनशन कर रही हैं। इरोम का आरोप है कि मणिपुर के जन-जीवन में सैनिक हस्तक्षेप हो रहा है। हालांकि हालत यह है कि यह पूरा राज्य आतंकवादी हरकतों से त्रस्त है और उससे निपटने के लिए पिछले करीब बीस बरसों से यहां कड़ा सैनिक तैनाती कर रखी है।

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