कल्‍पेश याग्निश: पांच करोड़ की रंगदारी चाहती थी सलोनी 

बिटिया खबर सैड सांग
: इसके पहले भी मोटी रकम उगाह चुकी थी यह लड़की, अचानक एकमुश्‍त वसूली पर आमादा : बेहद शर्मनाक अंत हुआ इस सम्‍पादक का, किसी को कुछ बता तक नहीं पाया : ब्‍लैक-मेल करते हुए कल्‍पेश याग्निक को बाकायदा धमकी दे रही थी सलोनी :

दोलत्‍ती संवाददाता 

इंदौर : अभी चंद दिन ही तो बीते थे जब दैनिक भास्‍कर की इस एक ट्रेनी पत्रकार पर एक बड़ा तोहफा मिल गया। यह तोहफा था इस अखबार के समूह सम्‍पादक से उसकी भेंट, औरउनके द्वारा उसका पीठ थपथपा देना। समूह सम्‍पादक ने भरी मीटिंग में उसकी तारीफ की थी, और कहा था कि तुम बहुत आगे बढोगी। इसके बाद उन्‍होंने सलोनी को कइ टिप्‍स भी दिये थे, जिनके आधार पर वह जीवन में बहुत कुछ हासिल कर सकती थी। सलोनी गदगद थी। किसी भी नवजात पत्रकार बनी ऐसी युवती के लिए इससे बड़ा तोहफा और क्‍या हो सकता था।
और इसके बाद फिर कुछ ही दिनों बाद सम्‍पादक से उसका फिर आमना सामना हो गया। सम्‍पादक ने उसे फिर उत्‍साहित किया और कहा कि तुम फिल्‍म रिपोर्टिंग में हाथ साफ करो। इसके दो-तीन भेंट के बाद सलोनी को सम्‍पादक एक रेस्‍ट्रां में ले गये। फिर उसके बाद से ही सलोनी के सितारे चमक गये। फिल्‍मी रिपोर्टिंग के साथ सलोनी ने कई फिल्‍मी तोड़जोड़ वाले किस्‍से छापे। सम्‍पादक उसके हमदम बने रहे, लेकिन उन्‍हें क्‍या पता था कि जिस लड़की को सम्‍पादक उसे फिल्‍मी रिपोर्टिंग सिखा रहे हैं, वह उनके साथ ही फिल्‍मी दांवपेंच लगा देगी।
और एक दिन सम्‍पादक ने अपने ही मुख्‍यालय की छत से कूद कर आत्‍महत्‍या कर डाली।

खबर है कि सलोनी दैनिक भास्कर की फिल्म पत्रकार रह चुकीआरोपी सलोनी अरोरा जल्दी ही जेल की हवा खा सकती है। उस पर आरोप है कि कि उसने दैनिक भास्कर के ग्रुप एडीटर रहे (स्व.) कल्पेश याग्निक से 5 करोड़ रु. की मांग कर ब्लैकमेलिंगकी कोशिश की है। सलोनी भी मान रही है कि उसने धमकीदी थी लेकिन इस पर किसी का ध्यान नहीं है कि सलोनीकी इस मांग पर कल्पेशजी घबराए क्यों और जान दे दी।
माना तो यही जा रहा है कि सलोनी के पास जरूर कोई नकोई राज है। हो सकता है कि वह कोर्ट के लिए अपना यहट्रंप कार्ड बचा रखी हो। उसने ऑडियो टेप में दैनिक भास्करकी नौकरी नहीं छोडऩे के एवज में स्लो पॉयजन औरसाइनाइड की बात क्यों कही। आखिर क्या कारण था किएक अवसर पर कल्पेशजी सलोनी को 25 लाख रु. देने कोतैयार हो गए थे।सलोनी ने पहले कल्पेशजी से 25 लाख रु. की मांग की थी ,बताया जाता है कि जिसे देने की व्यवस्था परिजनों ने कर दी थी। लेकिन कल्पेशजी ने यह कह कर मना कर दिया कि मैंने कोई गलत काम नहीं किया है औरने ही मेरा सलोनी से कभी अंतरंग संबंध रहा है इसलिए एककौड़ी भी देने की जरूरत नहीं है। परिजन इसके बाद हीबैकफुट पर हो गए थे। नीरज ने दैनिक भास्कर मेंकल्पेशजी के साथ काम कर रहे तत्कालिन लोगों से कहाथा कि भैया बेदाग थे इसलिए हम लड़ाई जीत कर रहेंगे।नीरज और कल्पेशजी की बेटियां दैनिक भास्कर आईं थीऔर कल्पेशजी की ढेरों किताबें और अन्य सामग्रियां लेकरगईं। ये किताबें विदेशी लेखकों की थीं। इस प्रतिनिधि कोपता है कि कल्पेशजी ने ये सारी किताबें पढ़ रखी थी।
कल्पेशजी के भय पर उठ रहे हैं सवाल
1. आखिर सार्वजनिक स्थल पर सलोनी से मिलने क्यों चलेगए थे कल्पेशजी( जैसा कि उन्होंने अपने पत्र में लिखा)
2.आडियो टेप में वे क्यों कह रहे हैं कि मैं गिरता चला गया, अपने परिवार की नजरों में और संस्थान की नजरों में गिरा।
3.ऑडियो टेप में है-मुझे मृत्यु का प्लान करने के लिए एकमाह का वक्त चाहिए।
4.सलोनी का कल्पेशजी को ‘तुम कहना और ‘कल्पश कहना क्या साबित करता है।
सलोनी संपादकों को करती थी प्रभावित : सलोनी जबराज-एक्सप्रेस में थी तब काम करने के समय संपादक केकेबिन में घंटों बैठी रहती थी। उसके बाद जब दैनिकभास्कर,इंदौर में आई तो संपादक उस पर मेहरबान थे।संपादक ने सलोनी का जन्मदिन सिटी भास्कर के साथियोंसे रुपए इकट्ठा कर केक काटा
जबकि बाकी लोगों के जन्मदिन पर सेव-परमल से कामचलाया गया। स्टाफ के लोगों में तब से ही उससे नाराजगीथी।
सब छोड़ रहे सलोनी का साथ : मां,भाई, पति ने पहले हीसाथ छोड़ा। अब कथित दोस्त आदित्य चौकसे भी सलोनीके खिलाफ बोलने लगे हैं। बताया जाता है कि आदित्य नेकई महत्वपूर्ण जानकारियां पुलिस को दी है।
ऑडियो सिटी सॉफ्टवेयर जब्त : सलोनी के पास सेपुलिस ने ऑडियो सिटी सॉफ्टवेयर जब्त किया है। इसी केजरिए वह बातचीत को संपादित करती थी। सलोनी ऑडियोमें कल्पेशजी को डरा रही थी कि उनके पास सबूत है जिससेउनका कैरियर बर्बाद हो जाएगा।
सलोनी के पास कोई सबूत नहीं ? -पुलिस के अनुसारसलोनी के पास कोई सबूत नहीं है। वह केवल कल्पेशजीको डरा रही थी। पुलिस का यह तर्क गले नहीं उतर रहा हैक्योंकि जो भी सबूत हो आखिर उससे डर के ही कल्पेशजीने आत्महत्या की।
अब आगे क्या?
1. यह भी हो सकता है कि आदित्य चौकसे बचने के लिएनहीं बचाने के लिए सलोनी के खिलाफ बोल रहे हैं। ताकिबाहर रह कर सलोनी के बेटे और वकील का साथ दे सकें?
2. सलोनी सबूत नहीं दे सकी तो 15 अगस्त के बाद उनकाजेल जाना तय है।
3. सलोनी कुछ नहीं साबित कर सकीं तो सात से दस सालका जेल होना संभव है।
4. सलोनी ने अगर सबूत दिखा दिया तो मामला यू-टर्न लेलेगा।

 

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