: बहू ने कहा कि पति है समलैंगिक, ससुर डीके पांडेय ने की यौन शोषण की कोशिश : दूसरों से भी संबंध बनाने को कहा : महिला शक्ति एप लांच किया था पूर्व डीके पांडेय ने :
दोलत्ती संवाददाता
रांची : महिलाओं को प्रताड़ना से बचाने के लिए महिला शक्ति एप लॉन्च करने वाले डीके पांडेय पर खुद उनकी अपनी ही बहू ने यौन शोषण सम्बन्धी गम्भीर आरोप लगाए हैं। बहू रेखा मिश्रा पांडेय ने बीती शाम यहां के महिला थाना में इस सिलसिले में एफआईआर दर्ज करा दी है। रेखा का कहना है कि उनका पति समलैंगिक है और इसलिए दाम्पत्य जीवन सम्भाल पाने में असमर्थ है। इतना ही नहीं, पति ने अपनी अक्षमता के चलते अपनी पत्नी को सलाह दी कि वह अपने ससुर समेत दीगर लोगों से शारीरिक संबंध बना ले। आरोपों के अनुसार डीके पांडेय ने खुद भी इस बारे में दुराचार करने की कुत्सित कोशिशें की और शारीरिक संबंध बनाना चाहा। वैसे आपको बता दें कि पूर्व डीजीपी डीके पांडेय हमेशा से ही विवादों में रहे हैं। झारखंड में इस पद पर सर्वाधिक समय तक बिताने वाले पांडेय अपनीऊल-जुलूल हरकतों से भी खासे चर्चित रह चुके हैं। एब बार तो इसडीजीपी ने संपेरे की वेशभूषा बना कर सांप लटका नौटंकी करनी शुरू की थी।
बहरहाल, पुलिस ने ससुर डीके पांडेय, सास पूनम पांडेय और पति शुभांकर के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। इसमें कहा है कि तीन साल पहले उसकी शादी शुभांकर से हुई थी। शादी के बाद से ही सास, ससुर और पति दहेज की मांग को लेकर ताना देने लगे। मानसिक रूप से प्रताड़ना का दौर शुरू हो गया। जब वह विरोध करती थीं तो उन्हें धमकाया भी जाता था। इससे परेशान होकर वह अपने मायके आ गईं। रेखा का कहना है कि ससुर के रवैये से इतनी आहत हो गई थी कि आत्महत्या की सोचने लगी थी। पुलिस के अनुसार, रेखा मिश्रा भाजपा नेता गणेश मिश्रा की बेटी हैं और अपना एनजीओ चलाती हैं। दो दिन पहले गणेश मिश्रा खुद अपनी बेटी रेखा समेत परिवार के सदस्यों के साथ कोतवाली डीएसपी से मिले थे। इसके बाद शनिवार को रेखा के बयान पर महिला थाना रांची में प्राथमिकी दर्ज कराई।
आपको बता दें कि शुभांकर किसी भी व्यक्ति, पशु, या वस्तु को कहा जाता है जो भाग्य लाने के लिए माना जाता हैं। अर्थात शुभ-प्रतीक चिह्न, जिसके आधार पर किसी भी अनुष्ठान अथवा अभियान की सफलता की शुरूआत की जाती है। यह पहचान चिह्न होते हैं, जैसे कि किसी स्कूल, पेशेवर खेल समूह, समाज, सैन्य इकाई, के और इसका प्रतिनिधित्व करते हैं। लेकिन मिली खबरों के मुताबिक रेखा का विवाह जिस शुभांकर से हुआ, उसने रेखा का जीवन ही नहीं, बल्कि डीके पांडेय के पूरे खानदान की भी नाक कटवा ली है।
15 फरवरी 2016 को हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार रांची में मेरी शादी शुभांकर के साथ शादी हुई थी। इसके बाद मैं पति और सास-ससुर के साथ जमशेदपुर सर्किट हाउस के समीप केडी अपार्टमेंट में फ्लैट नंबर 118 और 121 में रहने के लिए चली गई थी। मुझे शादी के दूसरे दिन पता चला कि मेरा पति शुभांकर समलैंगिक (गे) है। मैंने इसकी जानकारी ससुर डीके पांडेय और सास पूनम पांडेय को दी। यह बताने पर भी सास-ससुर की ओर से कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला। बल्कि झूठा आश्वासन देते हुए बताया कि यह उनके बेटे को मेडिकल प्रॉब्लम है, जो चेकअप के बाद ठीक हो जाएगा।
मेडिकल चेकअप के बाद वह सामान्य आदमी की तरह बिहेव करने लगेगा। सास-ससुर के इस झूठे दिलासे पर मैं 3 वर्षों तक इंतजार करती रही कि शायद उसके पति के बिहेवियर में बदलाव आएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। मैं तब काफी परेशान हो गई, जब पति, सास और ससुर तीनों ने सुखद वैवाहिक जीवन व्यतीत करने के लिए किसी दूसरे व्यक्ति के साथ अतिरिक्त संबंध बनाने की बात कहने लगे। एक समारोह के दौरान जब मैं अकेली थी तो ससुर डीके पांडेय ने अपने साथ शारीरिक संबंध बनाने के लिए मुझे सूचित किया।
हालांकि, इस बात की जानकारी परिवार में किसी भी सदस्य को नहीं है। ससुर की इस हरकत से मुझे बहुत परेशानी हुई और काफी मानसिक आघात भी हुआ। जिंदगी से मैं इस कदर परेशान हो चुकी थी कि आत्महत्या करने तक की सोचने लगी थी। दिन-ब-दिन शुभांकर में समलैंगिकता के लक्षण बढ़ते जा रहे थे। वह मुझसे मिलना और बात तक करना पसंद नहीं कर रहा था। कोई रिश्तेदार से भी वह बात नहीं करता था। सास पूनम पांडे हमेशा मुझे जोर देकर कहती थी कि एनजीओ में बिजी रहो। सास ऐसा इसलिए कहती है कि शुभांकर से मैं दूर रह सकूं।
फरवरी 2016 में महाशिवरात्रि के दिन डीके पांडेय परिवार के साथ शक्तिपीठ रजरप्पा पहुंचे थे। उन्होंने सांप को गले में लपेट लिया था। प्रधान वन संरक्षक वन्य जीव रत्नाकर सिंह ने डीजीपी पांडेय से जवाब तलब करने का निर्देश दिया था। इसके बाद उन्हें नोटिस दिया गया था।