इंडिया-टीवी के रजत शर्मा का पत्‍ता काट दिया मोदी ने

बिटिया खबर
: तीन मूर्ति स्‍मारक की अधिशासी समिति में सदस्‍य लोगों की जो फाइल मोदी को गयी, उसमें रजत के नाम पर हुआ कट्टम-कट्टा : रजत के बजाय रामबहादुर राय के नाम को खुद जोड़ लिया मोदी ने : अर्नब गोस्वामी, विनय सहस्त्रबुद्धे, एस जयशंकर नये सदस्‍य बने :

कुमार सौवीर
नई दिल्‍ली : तीन मूर्ति भवन में सरकारी हस्‍तक्षेप पर हंगामा के बाद बदले हालात में इंडिया टीवी के मालिक रजत शर्मा चारोंखाने चित्‍त हो गये हैं। खबर है कि तीन मूर्ति स्‍मारक की अधिशासी समिति में नये सदस्‍य लोगों को शामिल करने वाली जो फाइल मोदी को गयी, उसमें रजत के नाम पर फेरबदल हो गयी और नये नाम के तहत रजत के बजाय रामबहादुर राय को जोड़ लिया गया है। इस नामबदली कवायद में जेटली की साख को खासी चोट पहुंची बताया जाता है। जेटली और रजत शर्मा परस्‍पर घनिष्‍ठ मित्र बताये जाते हैं।
आपको बता दें कि तीन मूर्ति स्‍मारक भवन की व्‍यवस्‍था नेहरू मेमोरियल म्‍यूजियम ऐंड लाइब्रेरी सोसायटी संचालित करती है। हाल ही केंद्र सरकार ने तीन मूर्ति स्टेट को सभी प्रधानमंत्रियों का म्यूजियम बनाने के फैसले का विरोध करने वाले नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी सोसायटी (एनएमएमएल) के तीन सदस्यों को हटा दिया है। इस समिति में हटाये गये लोगों की जगह पत्रकार अर्नब गोस्वामी, भाजपा सांसद विनय सहस्त्रबुद्धे, पूर्व विदेश सचिव एस जयशंकर और आईजीएनसीए के चेयरमैन राम बहादुर राय को सदस्य नियुक्त किया है।
विश्‍वस्‍त सूत्र बताते हैं कि इन लोगों को हटा कर जिन लोगों को नये सदस्‍य के तौर पर शामिल किया गया था उसमें रजत शर्मा का नाम शुमार था। यह फाइल वित्‍त मंत्री अरूण जेटली की ओर से अंतिम संस्‍तुति के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजी गयी। लेकिन जब यह फाइल लौटी तो जेटली के खेमे में उदासी का माहौल बन गया। उसमें रजत शर्मा के बजाय राम बहादुर राय का नाम दर्ज था।
पूर्व केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर एनएमएमएल की एग्जिक्यूटिव काउंसिल के वाइस चेयरमैन बने रहेंगे। 29 अक्तूबर को जारी अधिसूचना के मुताबिक, संस्कृति मंत्रालय ने अर्थशास्त्री नितिन देसाई, प्रोफेसर उदयन मिश्रा और पूर्व नौकरशाह बीपी सिंह को हटाया है। अन्य सदस्य प्रताप भानु मेहता ने 2016 में शक्ति सिन्हा को एनएमएमएल का निदेशक बनाए जाने पर इस्तीफा दे दिया था। नए सदस्यों का कार्यकाल 25 अप्रैल 2020 तक होगा।
खास बात यह है कि इन तीनों सदस्यों का कार्यकाल पूरा नहीं हुआ था, उन्हें बदला गया है। हालांकि माना जा रहा है कि केंद्र सरकार के म्यूजियम बनाने के प्रस्ताव का विरोध करने के कारण ही तीनों की छुट्टी की गई है। इस घटनाक्रम पर पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि जिन लोगों के हटाया गया है, वे मजबूत इच्छाशक्ति वाले लोग हैं।
इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पत्र लिखकर तीन मूर्ति स्टेट को म्यूजियम बनाने का विरोध किया था। तीन मूर्ति भवन देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की रिहायश थी। उन्हीं की याद में 1 अप्रैल 1966 को उसी संपति पर नेहरू मेमोरियल म्यूजियम और लाइब्रेरी की स्थापना हुई थी।
केंद्र सरकार ने तीन मूर्ति स्टेट को सभी प्रधानमंत्रियों का म्यूजियम बनाने के फैसले का विरोध करने वाले नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी सोसायटी (एनएमएमएल) के तीन सदस्यों को हटा दिया है। उनकी जगह पत्रकार अर्नब गोस्वामी, भाजपा सांसद विनय सहस्त्रबुद्धे, पूर्व विदेश सचिव एस जयशंकर और आईजीएनसीए के चेयरमैन राम बहादुर राय को सदस्य नियुक्त किया है।

1 thought on “इंडिया-टीवी के रजत शर्मा का पत्‍ता काट दिया मोदी ने

  1. नमस्कार….
    मेरी बिटिया डांट काम……
    आज के खबरों में ऐसे शब्द नही मिल पाते जैसे इस पोर्टल न्यूज़ में मिलता है, संपादकीय बातों से सही जानकारी देने वाले इस न्यूज़ चैनल को मैं हमेशा देखता हूँ, और सही खबरों को संग्रह करता हूं।

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