हाईकोर्ट में झंझट: मुफ्त का चंदन, घिस मेरे नंदन

बिटिया खबर

: बार नेताओं पर गंभीर आर्थिक आरोप, डकारा 46 लाख रूपया : आपस में तीन-तीन लाख का बंदरबांट : एल्डर्स कमेटी की सोमवार को बैठक संभावित, ठोस-कड़ा निर्णय मुमकिन :
कुमार सौवीर
लखनऊ : वकीलों का काम होता है अपने-अपने मु‍अक्किलों की लड़ाई लड़ना। लेकिन आज हालत यह है कि वकीलों की जमात आपस में ही लेत्‍तेरी-धेत्‍तेरी की कर रही है। इतना ही नहीं, वकीलों की यूनियनें भी अधिवक्‍ताओं के हक में लड़ने के बजाय आपस में ही बार-संघों की संचित रकम को ही हड़पने पर आमादा है। शर्मनाक आरोप तो सीधे हाईकोर्ट परिसर के माथे पर चस्‍पां होने लगे हैं। खबर है कि लखनऊ हाईकोर्ट के अवध बार एसोसियेशन के पदाधिकारियों ने बार के फण्‍ड को लेकर मोटी हेर-फेर की है। तर्ज थी बंदरबांट जैसी। नयी कार्यकारिणी के चुनाव पर भी भारी गड़बडि़यों पर हो-हल्‍ला चल रहा है। कुछ भी हो, खबर है कि सोमवार को इस मामले पर अवध बार एसोसियेशन की एल्‍डर्स कमेटी सम्‍भवत: इस मामले पर बैठक आयोजित कर सकती है, जिसमें कुछ कठोर निर्णय हो सकते हैं।
आपको बता दें कि अवध बार एसोसियेशन की निवर्तमान कमेटी फिलहाल गंभीर आरोपों से घिरी हुई है। वजह केवल निवर्तमान कमेटी को लेकर है, जिसको यह कमेटी बाकायदा अपहृत कर चुकी है, ऐसा आरोप खुलेआम लगने लगे हैं। जबकि हकीकत यह है कि यह बार एसोसियेशन की यह कमेटी अपना कार्यकाल पूरा होने के चलते अवैधानिक हो चुकी है। इतना ही नहीं, कमेटी ने नये चुनाव के लिए जो कार्यवाही शुरू की और इसके लिए चुनाव अधिकारी की नियुक्ति कर डाली है, वह भी अवैध और असंवैधानिक मानी जा रही है।
शर्मनाक बात तो यह है कि ऐसी विवादित कमेटी के पदाधिकारियों के खिलाफ बार सदस्‍यों ने खुलेआम विद्रोह छेड़ दिया है। मामला अब कमेटी के सभागार के बजाय सीधे हाईकोर्ट में अदालत-रूम तक पहुंच चुका है। अपने ही मामलों में याचिका दायर हो चुकी है, और अब तक एमेसक्‍यूरी तक की नियुक्ति बेंच ने कर डाली है। लेकिन इसके बावजूद तय नियत तारीख पर कोई नतीजा नहीं निकल पाया। बताया जाता है कि अगले शुक्रवार को इस मामले की फिर सुनवाई होनी है।
लेकिन इसके बावजूद यह विवादित कमेटी के पदाधिकारियों की कार्यशैली पर आचरण से लेकर खजाने तक में अमानत में खयानत तक जैसे गंभीर आरोप फेंके जा रहे हैं। खुले आम। हैरत की बात है कि यह अभूतपूर्व हालत है, जब अवध बार एसोसियेशन की किसी कार्यकारिणी पर अवैध गतिविधियों में लिप्‍त होने के आरोप लगाये गये हैं। इतना ही नहीं, कमेटी पदाधिकारियों पर गैरकानूनी तरीके से बार के फंड पर मनचाहे और अवैध निकासी के आरोप लगाये हैं। यह भी आरोप सरेआम हो रहे हैं।
आपको बता दें कि लखनऊ हाईकोर्ट की एल्‍डर्स कमेटी के अध्‍यक्ष डॉक्‍टर अशोक निगम ने हाल ही दोलत्‍ती संवाददाता से बातचीत के दौरान खुलेआम तौर पर ऐलान किया था कि बार एसोसियेशन की यह कमेटी पूरी तरह गैरकानूनी है और उसके ताजा गतिविधियां पूरी तरह अवैध। डॉ निगम के अनुसार इस विवादित कमेटी ने अपना कार्यकाल पूरा होने के बाद भी गैरकानूनी तरीके से दो टुकड़ों में करीब 46 लाख रूपयों का भुगतान बैंक से ले लिया।
बार एसोसियेशन की इस हरकतों को लेकर सदस्‍यों ने भी खुलेआम ऐतराज करना शुरू कर दिया है। कई सदस्‍यों ने इस विवादित कमेटी पर कड़ी प्रतिक्रियाएं व्‍यक्‍त करनी शुरू कर दी हैं। आरोप तो यहां तक हैं कि इस विवादित कमेटी ने अपनी कार्यकारिणी के सभी सदस्‍य पर बार का खजाना लुटवाया है। आरोप तो यहां तक है कि हर कार्यकारिणी सदस्‍य के बीच तीन-तीन लाख रूपयों का भुगतान गैरकानूनी तरीके से किया गया है।
यानी हालात काफी गंभीर होते जा रहे हैं। असंतोष खुलेआम और लगातार संगीन होते जा रहे हैं। लेकिन इसी बीच ताजा खबर यह है कि एल्डर्स कमेटी सोमवार को अपनी एक आपात बैठक आयोजित करने जा रही है। बताते हैा कि एल्डर्स कमेटी इस मामले पर कोई ठोस और कड़ा निर्णय ले सकती है।

इस संबंध में बार एसोसियेशन के विवादित कमेटी के पदाधिकारियों से काफी प्रयासों के बावजूद संपर्क नहीं हो पाया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *