गीतांजलि हत्याकांड में जज पर मामला दर्ज

बिटिया खबर

 

मायकेवालों ने कहा कि बच्चों को पास ही रखेंगे

गुड़गांव : गुड़गांव के मुख्य दंडाधिकारी (सीजेएम) रवनीत गर्ग की पत्‍‌नी गीतांजलि की मौत मामले में शुक्रवार देर रात नया मोड़ आ गया। बुधवार शाम हुई घटना के बाद हत्या या आत्महत्या में उलझी पुलिस ने सिविल लाइन थाने में गीतांजलि के भाई की शिकायत पर रात साढ़े बारह बजे सीजेएम तथा उनके माता पिता के खिलाफ आइपीसी की धारा 302/34 (मिलकर की गई हत्या)के तहत अभियोग दर्ज कर लिया है। पुलिस ने इस बात की सूचना एफआइआर की कॉपी के साथ जिला न्यायालय के साथ पंजाब हरियाणा उच्च न्यायालय को दे भेज दी है।

दो माह पहले यमुनानगर से हुए तबादले के बाद यहां नियुक्त हुए सीजेएम रवनीत गर्ग की पत्नी गीतांजलि (27) का शव संदिग्ध हालातों में पुलिस लाइन (सीजेएम के सरकारी आवास से करीब चार सौ मीटर दूर )स्थित पार्क के पीछे बुधवार शाम मिला था। शव के समीप ही सीजेएम का सर्विस रिवाल्वर पड़ा था। गीतांजलि के पेट में एक गोली, दूसरी बायीं ओर सीने के पास और तीसरी ठोढ़ी को भेदते हुए सिर में लगी थी। पोस्टमार्टम से यह सामने आया कि ठोढ़ी में लगी तीसरी गोली से गीतांजलि की मौत हुई। घटना के दूसरे दिन चंडीगढ़ से आये गीतांजलि के रिश्तेदारों ने हत्या का आरोप लगाया था। उन्होंने सीबीआई जांच की भी मांग की थी, लेकिन पुलिस ने गीतांजलि के पिता ओमप्रकाश के बयान पर आत्महत्या का मामला मानते हुए शव पति को सौंप दिया था।

गीतांजलि के मायकेवालों ने अपनी शिकायत कहा है कि शुक्रवार रात सवा बारह बजे गीतांजलि का भाई चंडीगढ़ निवासी प्रदीप अग्रवाल अन्य दोनों बहनोई के साथ थाना सिविल लाइन पहुंचा और शिकायत दी, जिसमें बताया कि गीतांजलि की शादी 2007 में हुई। उसके जब दूसरी बेटी हुई तो उसके पति व ससुर व सास रचना गर्ग का रवैया गीतांजलि के प्रति बदल गया। प्रदीप का आरोप है कि उन्हें लड़के की चाह थी, जिसके चलते उनकी बहन को परेशान किया जाता था। प्रदीप का कहना है कि उनकी बहन की हत्या की गई उसने आत्महत्या नहीं की। पंचकुला स्थित अपने घर शव ले जाते वक्त रवनीत ने कहा था कि घटना के पीछे दो लोगों का हाथ है। आखिर वह पुलिस को क्यों नहीं बता रहे? पुलिस यह पता करने कि वह दो संदिग्ध लोग और कौन हैं जिनका मेरी बहन की हत्या में हाथ हो सकता है। पहले भी गीतांजलि के साथ मारपीट की गई। पोस्टमार्टम में गोली के घाव के अलावा उसके सिर मे चोट के निशान पाये गये हैं।

गीतांजलि के भाई प्रदीप ने कहा कि सीजेएम रवनीत गर्ग की नियुक्ति गुड़गांव में है, जिसके चलते पुलिस निष्पक्ष जांच नहीं कर पायेगी। वह पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट से गुहार लगायेंगे कि सीजीएम को यहां से हटाये जाए, तभी उनके परिवार को न्याय मिल पायेगा। प्रदीप ने कहा कि वह गीतांजलि के बेटियों को भी नाना-नानी के पास रखने की लड़ाई लड़ेंगे।

गुड़गांव के पुलिस आयुक्तट अलोक मित्तल का कहना है कि ”गीतांजलि के भाई व संबंधी शुक्रवार शाम को मुझसे मिले थे। उन्होंने अपनी शिकायत दी तो तुरंत सिविल लाइन थाना प्रभारी को शिकायत के अनुरूप मामला दर्ज करने के निर्देश दे दिया। रात करीब सवा बारह बजे पीड़ित पक्ष ने बयान दर्ज कराया। उसके पंद्रह मिनट बाद ही एफआइआर दर्ज कर उन्हें दे दी गई। शिकायत के मुताबिक रवनीत गर्ग उनके पिता व मां को आरोपी बनाया गया है। मामले की जांच पहले ही विशेष जांच टीम कर रही है। फोरेंसिक व बैलेस्टिक विशेषज्ञ भी जांच कर चुके हैं। उनकी रिपोर्ट आने के बाद ही आगे कार्रवाई होगी। गिरफ्तारी तभी की जायेगी जब पुलिस के पास आरोप से जुड़े सबूत होंगे”।

 

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