: 21 नवम्बर को गन्ने खेत में मिली थी गयूर की लाश, पुलिस ने मामला रफा-दफा किया : गयूर की पत्नी ने पुलिस पर पहले ही लगाया था हत्या का आरोप : हैरतनाक वायरल वीडियो, चार पुलिसवाले गयूर को बर्बरता से डंडों से पीट रहे थे : पुलिस क्या फर्जी पीएम-रिपोर्ट में सरकारी डॉक्टरों को भी शामिल करती है :
दोलत्ती संवाददाता
कैराना : करीब एक हफ्ता पहले गन्ने के खेत में मिली एक लाश का अंतिम संस्कार तो पुलिस ने कर दिया था, लेकिन अचानक पुलिस का पायजामा तब गीला हो गया, जब एक वीडियो वायरल हो गया। इस वीडियो में चार पुलिसवाले गन्ने के खेत के पास गयूर को किसी जानकार की तरह डंडों से पीट रहे थे। कुछ भी हो, इस घटना ने पूरे प्रदेश में पुलिस की क्रूरता का एक नया ताजा पर्दाफाश तो कर ही दिया है, साथ ही यह भी खुलासा कर दिया है कि पुलिसवाले किस तरह पोस्टमॉर्टम के लिए सरकारी डॉक्टरों को भी अपने अपराध में शामिल कर अपराधों को कैसे बचा ले जाते हैं। गयूर के मामले में वायरल हुए इस वीडियो से तो इतना तो तय ही हो गया है कि पोस्टमॉर्टम करने वाले सरकारी भी पुलिस के षडयंत्रों में बराबरी के हिस्सेदार होते हैं। और ऐसी हालत में किसी भी पोस्टमॉर्टम पर कोई भी रिपोर्ट को सत्य नहीं माना जा सकता है।
आपको बता दें कि बीते 21 नवम्बर को क्षेत्र के गांव इस्सोपुर खुरगान निवासी गय्यूर (35) की सोमवार को गन्ने के एक खेत में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। इस घटना को संदिग्ध मौत के मामले के तौर पर पुलिस ने बताया था कि उसकी जांच की जा रही है।
हालांकि परिजनों ने पुलिस पर हिरासत में लेकर की गई मारपीट में चोट के कारण मौत होने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया था। मौके पर पहुंचे एएसपी ओपी सिंह ने परिजनों को नियमानुसार कार्रवाई करने का आश्वासन देकर शांत कर दिया था। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया था। पोस्टमार्टम के बाद मंगलवार को शव घर पहुंचने पर परिजनों ने शव को कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया। उधर, कोतवाली प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि मृतक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं है।
मृतक के शरीर पर कोई चोट का निशान भी नहीं मिला,पोस्टमार्टम के बाद पता चला कि मृतक की मौत का कोई भी स्पष्ट कारण जाहिरी तौर पर नहीं मिला है। हालांकि था कि इस लाश का विसरा जांच के लिए प्रयोगशाला भेज दिया गया है। इसके बाद ही पुलिस ने मामला को दाखिल-दफ्तर कर अपने हाथों को झाड़-पोंछ लिया था।
घटना के मुताबिक , जिसका शव उसके ही खेत पर पड़ा मिला था। इसके बाद जिसके बाद विसरा जांच के लिए प्रयोगशाला भेज दिया गया है।
लेकिन हैरतअंगेज तरीके से पुलिसकर्मियों द्वारा जंगल में उस युवक के साथ मारपीट करने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। कुल 14 सेकेंड का यह वीडियो कैराना के खुरगान गांव का बताया जा रहा है। वीडियो में गयूर को जानवरों की तरह डंडों से पीटते चार पुलिसवाले साफ दिख रहे हैं। हैरत की बात है कि पहले तो पुलिस ने इस लाश को सहज मौत माना था, लेकिन अब वीडियो वायरल हो जाने के बाद एसपी ने मामले की जांच उसी एएसपी को सौंपी है, जिसने पहले इसी लाश को सहज मौत करार दे दिया था।