गैंग-रेप पीडि़ता को पद्मावती-एवार्ड, सरकारी संरक्षण में कप्‍तान ने भांग घोंट ली

बिटिया खबर

: जीनेंद्र सुराणा ने चुटकी की थी कि रेप करो, पद्मावती पुरस्‍कार पाओ : सत्‍ता के संरक्षण में नीमच में कप्‍तान ने एक फेसबुक पोस्‍ट को हकीकत में तब्‍दील कर दिया : गैंग-पीडि़ता के किस योगदान पर उसे पद्मावती अवार्ड, और क्‍यों, एमपी सरकार अपनी चुप्‍पी साधे बैठी है :

मेरी बिटिया संवाददाता

भोपाल : मध्‍य प्रदेश के पुलिस वाले अब भगवा भांग की तरंग में हैं। ऊपर से ही सत्‍ता के संरक्षण वाली नशीली मिठाई का सुरमई नशा। बस, फिर क्‍या है, पूरा का पूरा प्रदेश ही भंग की तरंग में झूम रहा है। एक तरफ तो गृहमंत्री ने एक गैंग-रेप पीडि़ता को पद्मावती-एवार्ड दे दिया, उधर सत्‍ता के नशे में खरगौन के पुलिस अधीक्षक ने एक कटाक्ष को बलात्‍कार की दुष्‍प्रेरणा मान कर उसे पुलिस डायरी में दर्ज कर लिया। अब तैयारी है इस कटाक्ष करने वाले व्‍यक्ति की खोज की, ताकि उसे जल्‍द से जल्‍द जेल में बंद कर दिया जा सके।

मामला एक निहायत सीधा-साधा सा है। हुआ यह कि भोपाल में हुआ था एक गैंगरेप। एमपी के पुलिस इस मामले में पीडि़ता को पर्याप्‍त न्‍याय दिला पाने में तो कोई ठोस कदम नहीं उठा पायी। लेकिन अब चर्चाएं चल रही हैं कि मध्‍य प्रदेश के गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने इस गैंग-रेप की पीड़ित महिला को पद्मावती अवॉर्ड देने का ऐलान करने वाले हैं। हैरत की बात है कि यह इतिहास में अपने आप में एक अनोखा और पहला मामला है जब किसी गैंग-रेप पीडि़त महिला को न्‍याय दिला पाने के बजाय, सरकार द्वारा उस महिला का सरेआम माखौल उड़ाते हुए इसे पद्मावती अवार्ड से सम्‍मानित करने की चर्चाएं शुरू हो गयी हैं, और उस पर सरकार फिलहाल अपने पत्‍ते नहीं खोल रही है।

आपको बता दें कि मध्य प्रदेश सरकार चित्तौड़ की रानी पद्मिनी के नाम पर ‘राष्ट्रमाता पद्मावती अवॉर्ड’ की शुरुआत करने वाली है। भोपाल गैंगरेप पीड़िता सबसे पहले यह अवॉर्ड दिया जा सकता है। भोपाल में कोचिंग छात्रा से गैंगरेप का मामला मीडिया की सुर्खियों में छाया रहा था। 31 अक्टूबर को सिविल सर्विसेज परीक्षा की तैयारी कर रही कोचिंग छात्रा से गैंगरेप की वारदात सामने आई थी।

शर्मनाक यह है कि सरकार अब तक यह स्‍पष्‍ट नहीं कर पा रही है कि आखिर इस महिला को उसके कौन से योगदान का सम्‍मान करते हुए उसे पद्मावती एवार्ड दिया जा सकता है। इतना ही नहीं, कि पद्मावती की जीवन-गाथा से इस गैंगरेप पीडि़ता की जिन्‍दगी की कहानी से कैसे जोड़ा और व्‍याख्‍यायित किया जा सकता है।

लेकिन आगे की कहानी सुनने से पहले हम आपको बता दें कि फिल्म पद्मावती के खिलाफ राजपूत समुदाय के लोग कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। मध्य प्रदेश सरकार ने रिलीज से पहले ही राज्य में फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगा दी थी। राजस्थान में भी फिल्म को हरी झंडी नहीं मिली। विरोध को देखते हुए फिल्म के निर्माताओं ने इसकी प्रस्तावित रिलीज 1 दिसंबर को टाल दिया है। राजस्थान के संगठन राजपूत करणी सेना का आरोप है कि फिल्म में इतिहास से छेड़छाड़ करते हुए चित्तौड़ की रानी पद्मिनी की गलत छवि पेश की जा रही है। करणी सेना का कहना है कि पद्मावती का किरदार रानी पद्मिनी से प्रेरित है, जिन्होंने दिल्ली के शासक अलाउद्दीन खिलजी के आक्रमण के दौरान चित्तौड़ के किले में 16 हजार महिलाओं के साथ जौहर कर लिया था। फिल्म में पद्मावती का किरदार दीपिका पादुकोण ने निभाया है।

अब सुनिये आगे की कहानी। 24 नवम्बर को नीमच जिले के रहने वाले जिनेंद्र सुराणा नामक ने अपनी फेसबुक वॉल पर लिखा, ‘मध्य प्रदेश में रेप करवाओ और पद्मावती अवॉर्ड पाओ। सरकार की नई घोषणा।’ संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती को लेकर चल रहे विवाद के बीच मध्य प्रदेश के इस युवा के खिलाफ बलात्कार का केस दर्ज किया गया है। विवाद फेसबुक पोस्ट से जुड़ा है, जिसमें सुराणा ने कथित रूप से मध्य प्रदेश सरकार के राष्ट्रमाता पद्मावती अवॉर्ड को लेकर टिप्पणी की थी।

लेकिन इस सहज कटाक्ष को भी मध्य प्रदेश की खरगोन पुलिस भी हजम नहीं कर पायी। उसने जिनेंद्र सुराणा पर उनके सोशल मीडिया पोस्ट के सिलसिले में कार्रवाई की है। खरगोन के कोतवाली थाने में आईपीसी (भारतीय दंड संहिता) की धारा 376/117 292, 505 (2), 67( ए) के तहत केस दर्ज किया गया है। कप्‍तान ने जो कुछ किया, वह तो अलग है, लेकिन डीआईजी एके पांडे का कदम तो और भी शर्मनाक निकला। पांडे का कहना है कि जिनेंद्र सुराना की यह पोस्ट दूसरों को बलात्कार के लिए प्रेरित करने वाली है। लिहाजा इस पर संज्ञान लेते हुए केस दर्ज किया गया है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

उधर यह केस दर्ज होने पर सुराणा का कहना है कि उन्होंने कटाक्ष करते हुए फेसबुक वॉल पर कॉमेंट किया था, लेकिन पुलिस ने उनकी मंशा को गलत अर्थों में लेते हुए केस दर्ज किया है। सुराणा का कहना है कि अगर इस तरह से कार्रवाई होगी तो लोग अपनी बात कैसे कह पाएंगे। सुराणा का कहना है कि महज एक राजनीतिक पोस्ट लिखने पर रेप की धारा में केस दर्ज करना उनके समझ से परे है। यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए सबसे मुश्किल दौर है।

प्रेम और त्‍याग पर केंद्रित एक काल्‍पनिक कथानक की नायिका पद्मिनी सदियों से श्रद्धा के सर्वोच्‍च पायदान पर विराजती रही है। लेकिन आज उसी सर्वोच्‍च शिखर की इमारत को दरकाने की कोशिश शुरू हो गयी, तो तांडव शुरू हो गया है। इसी सब्‍जेक्‍ट पर यह लेख श्रंखला-बद्ध रूप में प्रस्‍तुत किया जा रहा है। अगर आप इसकी बाकी कड़ी देखना चाहें, तो कृपया निम्‍न लिंक पर क्लिक कीजिएगा:-

पद्मिनी। शिखर दरका, दावानल भड़का

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