: बयान सरकार के मुखिया सा नहीं : बयान के मुताबिक दरिंदे को मिली वही सजा, जिसका वह हकदार था : ऐसे में कानून, पुलिस और अदालतों की गुंजाइशें ही ध्वस्त :
दोलत्ती संवाददाता
लखनऊ : फर्रूखाबाद हादसे पर मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी का कहना है कि इस हादसे में जिसकी करनी, वैसी भरनी जैसी कहावत चरितार्थ हो गयी है। बच्चों को बंधक बनाने और उन्हें यंत्रणा देने वाले अपराधी को जिस तरह मौत मिली है, वह उसी का हकदार था। भविष्य में ऐसी हरकत करने वालों को सबक मिल जाएगा इस हादसे से।
लेकिन दूसरी ओर योगी के इस बयान पर विपरीत बयान भी आ रहे हैं। अनेक कानूनविदों ने ऐतराज जताया है। उनका कहना है कि योगी ने जो बयान दिया है, वह बात अगर कोई धार्मिक या सामाजिक कार्यकर्ता कहता तो बात समझ में आ सकती थीं। लेकिन फर्रुखाबाद में नाबालिग बच्चों को बंधक बनाने वाले सुभाष बाथम नामक व्यक्ति को भीड़ द्वारा पीट कर मार डालने के मामले में योगी का बयान बेहद आपत्तिजनक है। आपको बता दें कि योगी ने इस हादसे पर कहा है कि फर्रुखाबाद हादसे में दरिंदे को जो सजा मिली, वह उसी का हकदार था।
गौरतलब है कि मोहम्मदाबाद कोतवाली क्षेत्र के बरेली-इटावा हाईवे स्थित गांव करथिया में 23 बच्चों को बंधक बनाने वाले सिरफिरे को पुलिस ने नौ घंटे बाद मुठभेड़ में मार गिराया और बेसमेंट में कैद किए गए सभी बच्चे सकुशल रात एक बजे निकाल लिए गए। डीजीपी ओपी सिंह ने सिरफिरे के मुठभेड़ में मार गिराने की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि कानपुर आइजी मोहित अग्रवाल की अगुवाई वाली पुलिस टीम पर उसने हमला बोला। बम से उड़ाने की धमकी दी थी। जवाबी कार्रवाई में उसे मार गिराया गया।
कई न्यूज चैनलों का कहना है कि फर्रुखाबाद के मामले पर पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह भी चिंतित थे। दरअसल गुरुवार की रात लगभग आठ घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद 23 बच्चों को छुड़ा लिया गया था। बंधक बनाने वाला सुभाष बाथम मुठभेड़ में ढेर हो गया था। जबकि उसकी पत्नी की भीड़ ने पीट-पीट कर हत्या कर दी थी. फर्रुखाबाद में सभी बच्चे सुरक्षित बच गए।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में बच्चों को बंधक बनाने वाले सुभाष बाथम की पुलिस द्वारा हुई क्रॉस फायरिंग में मौत के बाद बच्चों को बचाने का ऑपरेशन खत्म हो गया। वहीं दूसरी ओर अपराधी की पत्नी रूबी जो इस दौरान बुरी तरह घायल थी, अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई। कानपुर रेंज के आईजी मोहित अग्रवाल ने बताया कि घायल महिला को बचाने का प्रयास किया गया। उसे फौरन इलाज के लिए भेजा गया, लेकिन अस्पताल में उसकी मौत हो गई।