: पहली मौत पर इसी आपिये मंत्री ने अपना आपा खो दिया था पत्रकारों पर मोबाइल पटक दिया था : दिल्ली में 15 नागरिकों की मौत के बाद पूरे एनसीआर में हाहाकार, अप्रत्याशित पलायन शुरू : सत्येंद्र जैन का बेतुका बयान, कि चिकुनगुनिया से किसी भी मरीज की मौत नहीं होती: आप पार्टी सरकार के स्वास्थ्य विभाग के बेशर्म मंत्री की सलाह कि, इलाज मुझसे नहीं, गूगल से पूछिये :
एक संवाददाता
नई दिल्ली : चिकुनगुनिया को लेकर किसी को भी परेशान होने या घबराने की कत्तई जरूरत नहीं है। यह ऐसी बीमारी है जो किसी को मार नहीं डालती। मेरी बात का अगर किसी को विश्वास नहीं हो तो भी परेशान मत होइये। आप लोग तो लिखे-पढे लोग हैं न, खोलिये अपना लैपटॉप या फिर स्मार्ट-फोन। ऑन कीजिए और फिर गूगल पर चिकुनगुनिया लिख कर टप्प से इंटर मार दीजिए। पर भर में आपको गूगल बता देगा कि जिस चिकुनगुनिया को लेकर देश-विदेश में जो हंगामा चल रहा है, वह बेबुनियाद है।
जी हां, यह बयान है देश की राजधानी दिल्ली में सरकार का प्रशासन थामे आप पार्टी के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का। उनका कहना है कि चिकुनगुनिया एक साधारण से बुखार से ज्यादा नहीं है। जैसे वायरल, ठीक वैसा ही चिकुनगुनिया। बस बुखार आता है, जैसा वायरल में। बस बदन टूटता है, ठीक उसी तरह जैसे वायरल में। बिलकुल उसी तरह कमजोरी आ जाती है, ठीक उसी तरह जैसे वायरल में होता है। बस्स्स्स। कहीं कुछ नहीं, सब कुछ नार्मल।
लेकिन इसी सीधे-साधारण इस आपिये मंत्री ने परसों दिल्ली में चिकुनगुनिया में हुई पहली मौत के बाद पत्रकारों की ऐसी की तैसी कर डाली थी। चिकुनगुनिया से पीडि़त पहले नागरिककी मौत के बाद पत्रकारों ने जब सत्येंद्र जैन से सवाल-जवाब शुरू करना शुरू किया तो सत्येंद्र जैन हत्थे से उखड़ गये थे। जब उन्हें कोई भी जवाब नहीं सूझा तो उन्होंने हिंसा का सहारा लेना शुरू कर लिया। अपनी मेज पर उनका बयान रिकार्ड करने की कोशिश कर रहे एक पत्रकार का मोबाइल सत्येंद्र ने उठाया और फिर उसे उसी पत्रकार की ओर जमीन पर पटक कर फोड़ दिया।
आपको बता दें कि राजधानी में डेंगू से अब तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें से पांच मौत केवल एम्स में हुई।