उज्बेकी युवतियों की दास्तान: लेकिन पुलिस क्या करती रही

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देहव्यापार में माहिर है उज्बेकिस्तानी महिला दिलखुश

: दिल्ली में गैंगरेप का शिकार हुईं उजबेकिस्तान की सगी बहनें : देश भर के महानगरों में फैला है ऐसे गिरोहों की जाल : छह मास तक हुआ गैंग-रेप और उत्पीड़न :

नई दिल्ली : छह महीना पहले उजबेकिस्तान की दो सगी बहनें टूरिस्ट वीजा पर घूमने आई थीं। ये दोनों दिल्ली के पहाड़गंज में एक होटल में रुकीं, जहां इनकी मुलाकात उजबेकिस्तान की ही एक महिला दिलखुश से हुई। इस महिला ने इन दोनों बहनों को अपने साथ वसंत कुंज के फ्लैट में रहने का अनुरोध दिया, जिसे इन्होंने स्वीकार कर लिया। और इसी के साथ शुरू हो गयी इन सगी बहनों की बर्बादी की कहानी।

पुलिस के मुताबिक, युवतियां पांच माह पहले टूरिस्ट वीजा पर भारत घूमने आई थी। आगरा में घूमने के दौरान दोनों दिलखुश से मिली थी। दिलखुश ने उन्हें अपना मोबाइल नंबर देकर बताया था कि दिल्ली आने पर वे उसके यहां ठहरें। यहां आकर दोनों दिलखुश के पास गई तो उसने खूब आवभगत की। कुछ दिन बाद उनसे जबरन वेश्यावृति कराने लगी। उन्हें बाहर निकलने नहीं दिया जाता था।

इनमें से एक युवती दो माह की गर्भवती हो गई। बीते रविवार की रात दोनों फ्लैट से भागकर आइएनए मार्केट से आगे एम्स के गोल चक्कर के पास पहुंच गई। वहां दोनों अस्पताल ढूंढने के चक्कर में भटक रही थी। एक कार सवार ने दोनों को सफदरजंग अस्पताल पहुंचा दिया। वहां चेकअप में उसके गर्भवती होने की जानकारी मिलने पर पुलिस को सूचना दी गई। दोनों को कई युवकों ने हवस का शिकार बनाया है, इसलिए उनकी शिकायत पर सामूहिक दुष्कर्म, जबरन कैद रखने व मारपीट की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है।

दरअसल, उजबेकिस्तान की दो सगी बहनें दिल्ली टूरिस्टु वीजा पर घूमने आई थीं। ये दोनों दिल्ली के पहाड़गंज में एक होटल में रुकी, जहां इनकी मुलाकात उजबेकिस्तान की ही एक महिला से हुई। इस महिला ने इन दोनों बहनों को अपने साथ वसंत कुंज के फ्लैट में रहने का अनुरोध दिया, जिसे इन्होंने स्वी कार कर लिया। यही इन दोनों बहनों की सबसे बड़ी भूल थी। उज्बेकिस्तान की इन दोनों बहनों को महिला ने अपने वसंत कुंज स्थित फ्लैट में कैद कर लिया और इनसे जबरन धंधा कराने लगी। मना करने पर इन दोनों के साथ काफी मारपीट की जाती रही। लेकिन आखिरकार इन दोनों को यहां से भाग निकलने का मौका मिल गया। बदहवास स्थिति में इन दोनों को सफदरजंग हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया।

इस केस का ममला दर्ज करने में पुलिस का गैरजिम्मेदार रवैया एक बार फिर देखने को मिला। दो पुलिस स्टेशनों के कॉन्सटेबल घंटों तक इसी बात में उलझे रहे कि आखिर ये केस किस थाने के अंतर्गत आता है। आखिरकार लाजपतगर थाने में इस हाईप्रोफाइल सेक्स रैकेट का केस दर्ज किया गया।

अब पुलिस के सामने समस्याआ थी कि इन दोनों बहनों पर जो बीता है, उसे समझा कैसे जाए, क्योंकि ये दोनों बहने उजबेकिस्तान से हैं और उजबेक में ही बात करती है। इस समस्याभ के समाधान के लिए उजबेकिस्तान के दिल्ली  स्थि‍त दूतावास से ट्रांसलेटर को बुलाया गया। इसके बाद जो दास्तां  सामने आई, वो हैरान करने वाली थी। इन दोनों बहनों ने बताया कि इन्हें  बांध कर रखा जाता था और धंधा करने के लिए मना करने पर पिटाई भी की जाती थी। इस दौरान इनमें से एक लड़की गर्भवती भी हो गई है। इनकी निशानदेही पर वसंत कुंज के अपने फ्लैट में सेक्सन रैकेट चलाने वाली उजबेकिस्ताकन की महिला का गिरफ्तार कर लिया गया है।

इस केस से पुलिस और प्रशासन की लापरवाही भी सामने आई है, क्यों कि ये दोनों बहने टूरिस्टई वीजा पर दिल्लीर आई थीं। जब वे इंडिया से वापस नहीं गईं, तो पुलिस को छानबीन करनी चाहिए थी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ और पूरे छह महीने तक ये उजबेकिस्ता्न की सगी बहने दर्रिंदगी का शिकार होती रहीं। अगर ये दोनों बहने वहां से भाग न निकालतीं तो शायद इन साथ दर्रिंगदी पता नहीं कितने समय तक और जारी रहती।

पूरा प्रकरण पढ़ने के लिए कृपया क्लिक करें:- उज्बेकिस्तान की युवतियों की दर्दनाक दास्तान

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