उज्बेकी महिलाओं का गर्भपात हो या नहीं: पुलिस पसोपेश में

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उज्बेकी महिला ही है वेश्यावृति गिरोह की नेता

: कई देश की महिलाएं भी इस गिरोह में शामिल हैं : देश भर में फैला है इस उज्बेकी महिला का जाल : एबॉर्शन कराया जाए अथवा उसी हालत में वापस उनके देश भेज दिया जाए :

नई दिल्ली : लाजपत नगर पार्ट तीन में उज्बेकिस्तान की रहने वाली महिला ही उज्बेकी महिलाओं को अपने फ्लैट में वेश्यावृति का धंधा चलाती थी। पता चला है कि यह महिला दरअसल इस धंधे वाले गिरोह की नेता है। इस महिला का जाल पूरे देश में फैला हुआ है। बहरहाल, अब पता चला है कि करीब दो महीने तक बंधक बनाकर बलात्कार का सितम ढायी गयी इन महिलाओं का गर्भ ठहर गया है।

अब पुलिस इस मसले पर परेशान है कि इन महिलाओं का गर्भपात कराया जाए अथवा उन्हें इसी हालत में उज्बेकिस्तान वापस भेज दिया जाए। खबर है कि गर्म गोश्त के इस धंधे के लिए यह महिला कई विदेशी युवतियों को वहां रखती थी, जिनमें दो उज्बेकिस्तान की भी युवतियां थीं। रविवार देर रात दोनों युवतियां उसके चंगुल से भागकर पुलिस में शिकायत की तो मामले का खुलासा हुआ। लाजपत नगर थाना पुलिस ने आरोपी महिला दिलखुश को गिरफ्तार कर लिया है। जांच में पता चला कि वह कई साल से वेश्यावृति का धंधा चला रही थी।

फ्लैट में बंधक बना वेश्यावृत्ति कराने की घटना से पीड़ित 24 व 25 वर्षीय दोनों युवतियों को गहरा सदमा पहुंचा है। मंगलवार को एक एनजीओ से दोनों की दिनभर काउंसिलिंग कराई गई। एडिशनल डीसीपी गौरव कुमार के मुताबिक, युवतियों के बयान पर रैकेट से जुड़े सभी आरोपियों की पहचान कर गिरफ्तार किया जाएगा। इसके बाद ही उन्हें उज्बेकिस्तान जाने दिया जाएगा। पीड़ित युवतियों में से एक को दो माह का गर्भ है। उसका गर्भपात कराया जाएगा या उसी हालत में उसे उसके देश भेजा जाएगा, इस पर निर्णय नहीं लिया गया है। पुलिस अधिकारी दूतावास के अधिकारियों से इसपर विचार-विमर्श कर रहे हैं।

पूरा प्रकरण पढ़ने के लिए कृपया क्लिक करें:- उज्बेकिस्तान की युवतियों की दर्दनाक दास्तान

 

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