बलात्‍कार, हत्‍या व उत्‍पीड़न पर कांग्रेस का आंदोलन 25 से

ज़िंदगी ओ ज़िंदगी

आपराधिक वारदातों की जांच सीबीआई से हो

27 को लखनऊ में किया जाएगा न्‍याय-मार्च

सूबे की मुख्‍यमंत्री संवेदनहीन: कांग्रेस

जिला स्‍तरों पर भी किया जाएगा आंदोलन

प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने यूपी में बलात्कार, हत्या, उत्पीड़न के बढ़ती तादात और प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती का इन घटनाओं के प्रति हल्‍के रवैये के खिलाफ कांग्रेस अब सूबे में आंदोलन चलायेगी। इसके लिए इसी मास की 25 तारीख से अभियान छेड़ा जाएगा, जिसमें हर जिला मुख्‍यालय पर प्रदर्शन के बाद 27 जून को लखनऊ में न्‍याय मार्च का फैसला लिया गया है। कांग्रेस की मांग है कि इन मामलों की जांच सीबीआई से करायी जाए।

कांग्रेस के इस फैसले के बाद जारी एक बयान में कहा गया है कि एक सप्ताह के अन्दर सूबे में हुईं ऐसी सैंकड़ों घटनाएं हो चुकी हैं लेकिन प्रदेश सरकार ने अभी तक बयानबाजी के अलावा कोई ठोस कदम नहीं उठाये। प्रदेश की महिला मुख्यमंत्री(जो गृह मंत्री भी हैं) का रवैया संवेदनहीन और महिला विराधी बना हुआ है। बयान के मुताबिक डा सचान एक हाई-प्रोफाइल आरोपी थे जिन्हें खुद सरकार ने डा बी.पी. सिंह एवं डा. विनोद आर्य हत्याकाण्ड में मुख्य आरोपी बनाया था। उन्हें अन्य साजिशकर्ताओं से खतरा होने के बावजूद सरकार एवं जेल प्रशासन ने उन्हें सुरक्षित रखने के ऐहतियाती कदम नहीं उठाए। इससे स्पष्ट है कि परिवार कल्याण विभाग के घोटाले में शामिल बड़े सफेदपोश बसपा नेताओं ने उन्हें ही रास्ते से हटाने का षडयंत्र किया और जेल में ही उनका काम-तमाम कर दिया गया। साफ है कि उत्तर प्रदेश सरकार का इकबाल अब प्रदेश में खत्म हो चुका है। सरकारी मशीनरी छिन्न-भिन्न हो चुकी है। जेल के भीतर हत्याएं हो रही हैं। अबोध और नाबालिग बच्चियों के साथ बलात्कार, हत्या और उत्पीड़न की घटनाएं दिनों-दिन बढ़ती जा रही हैं। सरकार का नियंत्रण पूरी तरह शासन-प्रशासन से खत्म हो चुका है। स्वयं मुख्यमंत्री सुश्री मायावती जी भी यह स्वीकार कर चुकी हैं उन्हें अपराधियों की श्रंखला विरासत में मिली है और वह अभी तक उसे नहीं संभाल पायी हैं, इससे जाहिर है कि उप्र की बसपा सरकार का संवैधानिक ढांचा ध्वस्त हो गया है इसलिए प्रदेश की मुख्यमंत्री को अब सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। ऐसे में मायावती को स्वयं इस्तीफा दे देना चाहिए।

मुख्य प्रवक्ता ने कहा कि इन सभी हालातों को देखते हुए उप्र कांग्रेस कमेटी द्वारा आगामी 25जून को पूरे प्रदेश में जिला/शहर कांग्रेस कमेटियों द्वारा डा बी.पी. सिंह हत्याकांड की सी.बी.आई. द्वारा जांच एवं उप्र सरकार की बर्खास्तगी की मांग को लेकर प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर विशाल प्रदर्शन किये जाने एवं प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आगामी 27जून, 2011 को ‘‘न्याय मार्च’’ आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। लखनऊ में आयोजित न्याय मार्च का नेतृत्व स्वयं उप्र कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष डा रीता बहुगुणा जोशी जी करेंगीं।

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