महिला विधायक के घर में ‘वो’, जमकर झोंटा-नुचव्वर

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मुरादाबाद में वैध सपा विधायक के अवैध रिश्ते, चटखारा

: दो बच्चों की अविवाहित मां ने बच्चों के बाप को किया खारिज : चंदौसी की विधायक लक्ष्मी गौतम के घर में पुलिस पहुंची : शिक्षक ‘पति’ ने कहा कि लक्ष्मी अब किसी और के साथ रहती है :

मुरादाबाद : चंदौसी से एसपी विधायक लक्ष्मी गौतम, उनके पति और ‘वो’ के विवाद के चर्चे सत्ता के गलियारे में खूब हो रहे हैं। अब यह हाई प्रोफाइल मामला मुख्यमंत्री अखिलेश सिंह यादव की अदालत में है। शुक्रवार को विधायक मुख्यमंत्री के सामने पेश होकर अपना पक्ष रखेंगी।

 

बुधवार को दिलीप वार्ष्णेय जब टीडीआई सिटी स्थित विधायक के आवास पर पहुंचे तो वहां मुकुल अग्रवाल नाम के एक शख्स को देखकर यह आरोप लगाया था उनकी पत्नी लक्ष्मी गौतम एक प्रेमी के साथ रह रही हैं। पहले तो इस मुद्दे पर दोनों के बीच बहस हुई, बाद में इस मसले ने हंगामे की शक्ल ले ली। विधायक ने पुलिस बुला ली और कहा कि दिलीप उनके पति ही नहीं है। लक्ष्मी का कहना है कि दिलीप से उनकी शादी नहीं हुई थी। दोनों लिव-इन में वर्षों से रहते थे। हालांकि दिलीप और लक्ष्मी के दो बच्चे भी हैं।

चंदौसी से समाजवादी पार्टी विधायक लक्ष्मी ने कई बार सरकारी दस्तावेजों में दिलीप को बतौर पति बताया है। उन्होंने नामांकन भरते वक्त शपथ पत्र में भी दिलीप को अपना पति बताया है। सरकारी स्कूल में टीचर दिलीप ने कहा कि लक्ष्मी मेरी पत्नी हैं, लेकिन अब किसी और के साथ रह रही हैं।

दिलीप को बुधवार की रात पुलिस ने हिरासत में लिया था मगर विधायक द्वारा कोई एफआईआर न कराने की वजह से उन्हें छोड़ दिया गया। लक्ष्मी का कहना है कि उन्होंने दिलीप से कभी शादी नहीं की और उन्हें खुद को उनका पति कहलाने का अधिकार भी नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि दिलीप ने एक साल तक उन्हें कठपुतली बनाकर काम कराया। उनकी पासबुक, लेटर पैड आदि सामान भी अपने कब्जे में रखते हैं।

लक्ष्मी गौतम अब कह रही हैं कि उनका दिलीप से कोई संबंध नहीं है। एक वक्त वह था जब लक्ष्मी और दिलीप का प्रेम परवान चढ़ा था। लक्ष्मी गौतम खुद बताती हैं कि जब वह 11वीं में पढ़ती थीं दिलीप प्राइमरी स्कूल में टीचर थे। स्कूल आते जाते दोनों की मुलाकात होने लगी। दिलीप ने ही एक दिन उन्हें प्रपोज कर दिया। वर्ष 2003 में दोनों घूमने के लिए मसूरी, नैनीताल और शिमला गए। इस दौरान दोनों के बीच शारीरिक संबंध भी बने।

लक्ष्मी का कहना है कि 2005 में दिलीप शादी के बिना ही चंदौसी ले आए और अपनी पत्नी की तरह रखने लगे। यहां आकर पता चला कि दिलीप तो शादीशुदा हैं। लेकिन यह बात छुपाए रहे। उनका आरोप है कि वह शक इतना करते थे कि विधान सभा सत्र में विधायकों से भी नहीं मिलने देते थे। सिर्फ हस्ताक्षर कर लौटने की बात कहते थे।

अब सवाल उठ रहे हैं जब दिलीप को लक्ष्मी पति नहीं मानती थीं तो उन्होंने शपथ पत्र पर पति की जगह दिलीप का नाम क्यों लिखा। गलत सूचना के भरने मामले में लक्ष्मी गौतम पर धोखाधड़ी का मामला भी चल सकता

पूरे प्रकरण की खबरें देखने के लिए कृपया क्लिक करें: लक्ष्मी गौतम की वैवाहिक जीवन की दास्तान

 

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