: पाकिस्तान पत्रकार एसोसियेशन ने किया अदालत में चुनौती दिये जाने का फैसला : भारत में पत्रकार संगठन धंधेबाज और झूठी खबरें फैलाने वाले पत्रकारों के साथ गलबहियां करते हैं :
दोलत्ती संवाददाता
पाकिस्तान: धार्मिक उन्माद फैलाने के आरोप में यहां के एक पत्रकार को 5 साल की सजा दी गयी है। यह फैसला यहां कराची की एक अदालत ने सुनाया है। सजा पाया गया पत्रकार यहां के एक उर्दू अखबार का है। हालांकि इस मामले पर यहां की पत्रकार एसोसियेशन ने अदालत में चुनौती दिये जाने का फैसला किया है। कराची यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट ने कहा कि हमने शुरू में ही नसरुल्लाह को उठाए जाने और लापता होने के बारे में सूचना दी थी.
खबर है कि पाकिस्तान में उर्दू अखबार के पत्रकार को एंटी टेररिज्म कोर्ट ने 5 साल की सजा सुनाई है. कोर्ट ने इसके साथ ही 10,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया है. पाकिस्तान के उर्दू दैनिक ‘नई बात’ के पत्रकार नसरुल्ला चौधरी को कोर्ट ने धार्मिक उन्माद भड़काने फैलाने और देश के खिलाफ साहित्य रखने का दोषी पाया था.
इस पत्रकार को मिली इस सजा के खिलाफ कराची यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट का कहना है कि वह कोर्ट के इस फैसले को उच्च कोर्ट में चैलेंज करेंगे. केयूजे ने कहा, ‘हमने शुरू में ही नसरुल्लाह को उठाए जाने और लापता होने के बारे में सूचना दी थी.’ हैरत की बात है कि इस मामले में पाकिस्तान की पत्रकार यूनियन ने हस्तक्षेप कर दिया है, जबकि भारत में किसी भी पत्रकार पर होने वाले मामले में कोई भी पत्रकार संगठन सामने नहीं आता है। बल्कि वे तो धंधेबाज और झूठी खबरें फैलाने वाले पत्रकारों के साथ गलबहियां करते दीखते हैं।