: पहले पत्रकारों की खोपड़ी फोड़ी, अब थाने में बंद कराएंगे देवरिया के कप्तान : आईजी ने दोषी अफसरों को निलम्बित और ट्रांसफर कर दिया, अब कप्तान की शह पर प्रताड़ना का दौर शुरू : निकाय चुनाव मतगणना के दिन हुआ था पत्रकारों-वकीलों पर बर्बर लाठीचार्ज, भाजपा खामोश :
कुमार सौवीर
देवरिया : अपने कप्तान के इशारे पर पुलिस अब देवरिया में प्रताड़ना की एक नयी बड़ी कहानी लिखने पर आमादा है। शुरूआत हुई है एक पत्रकार को गिरफ्तार करने से। साधना प्लस के रिपोर्टर प्रवीण यादव को कोतवाली पुलिस ने आईटी एक्ट में गिरफ्तार कर लिया है। देर रात तक पुलिस इस पत्रकार को थाने में बिठाये रखे है। इस बारे में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी न तो फोन उठा रहे हैं, और न ही इस गिरफ्तारी की कोई की ठोस वजह ही बता रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि निकाय चुनाव मतगणना के दौरान सीओ और कोतवाल द्वारा पत्रकारों पर की गयी लाठीचार्ज पर हुई अपनी किरकिरी से आहत पुलिस अधीक्षक ने इस मामले में पत्रकारों को सबक सिखाने का फैसला किया था, यह गिरफ्तारी इसी षडयंत्र के तहत हुई बतायी जाती है।
देवरिया में पत्रकारों पर बर्बर लाठीचार्ज कराने वाली पुलिस के वर्तमान पुलिस अधीक्षक राकेश शंकर से जुड़ी खबरों को देखने के लिए निम्न लिंक पर क्लिक कीजिए:-
आपको बता दें कि मतगणना के दौरान पुलिस ने जो लाठीचार्ज पत्रकारों और वकीलों पर किया था, उसके खिलाफ कप्तान राकेश शंकर गहरे आरोपों के घेरे में आ गये थे। इस लाठीचार्ज में वरिष्ठ पत्रकार चंद्रप्रकाश पांडेय का सिर फट गया था। साथ ही भाजपा के एक बड़े नेता का भी सिर फट गया था। वकीलों पर भी खूब लाठियां पड़ी थीं। इस को लेकर पूरे जिले में आक्रोश की लहर फैल गयी थी।
आईपीएस अफसरों से जुड़ी खबरों को देखने के लिए क्लिक कीजिए:-
इसको लेकर जब मामला बहुत भड़का तो आईजी ने खुद ही कमान सम्भाली और देवरिया आकर मामले को समझने के बाद दोषी सीओ को तो तबादले पर भेज दिया गया, जबकि कोतवाल को निलम्बित कर दिया था। लेकिन इसको लेकर कप्तान ने अपनी प्रतिष्ठा का सवाल बना डाला था। एक पत्रकार ने बताया कि कप्तान ने पत्रकारों को अपमानित करने के लिए भोजन का आयोजन किया था। लेकिन नाराज पत्रकारों ने इस भोज का बहिष्कार कर दिया। इतना ही नहीं, पत्रकारों ने तो इस बारे में अपना आक्रोश व्यक्त करते हुए वाट्सऐप पर विरोध भी दर्ज किया था।
पत्रकारिता से जुड़ी खबरों को देखने के लिए निम्न लिंक पर क्लिक कीजिए:-
सूत्र बताते हैं कि इस पर तिलमिलाये कप्तान ने पत्रकारों में फूट डालने के लिए अगले दिन भोज पर फिर बुलाया और जो भी पत्रकार अगले दिन भोज में पहुंच गये थे, कप्तान के पक्ष में एकजुट हो गये। इन्हीं के चलते बाद में उन पत्रकारों पर मुकदमा दर्ज किया गया, कि उन्होंने कप्तान के भोज-बहिष्कार में अपशब्दों का प्रयोग किया। सूत्र बताते हैं कि इसी पर कप्तान के इशारे पर इस मुकदमे में आईटी एक्ट-67 लगाया गया। और मामला दर्ज होने के 3 दिन बाद इस पत्रकार प्रवीण यादव को पुलिस ने देर शाम पकड़ कर कोतवाली में बंद कर दिया।
देवरिया से जुड़ी खबरों को देखने के लिए निम्न लिंक पर क्लिक कीजिए:-
इस खबर मिलते ही प्रमुख न्यूज पोर्टल मेरी बिटिया डॉट कॉम के स्थानीय संवाददाता गौरव कुशवाहा ने वरिष्ठ अधिकारियों को इस बारे में सूचना भेज दी। आला अफसरों को फोन कर भी मामले की खबर दे दी गयी है।
राकेश शंकर की पूरी कहानी सुनने के लिए निम्न लिंक पर क्लिक कीजिए:-
उधर स्थानीय पत्रकार चंद्र प्रकाश पाण्डेय ने इस बाबत एक संदेश भेज दिया है कि:- देवरिया पुलिस का एक नया चेहरा सामने आया चन्द्र प्रकाश पान्डेय पत्रकार के साथ लाठी चार्ज के कारण खडे सहयोगी पत्रकार को पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर एस.ओ.जी. टीम कर रही प्रताणीत.आज रात 10 बजे से प्रवीन यादव को विना किसी अपराध का रात मे उठा ले गये थाने।