शववाहन के एक्सीडेंट में झटके से फिर धडकने लगा दिल
चंडीगढ पीजीआई ने सुनीता को मृत घोषित कर दिया
शिमला की सुनीता के लिए शववाहन वरदान साबित हो गया। उसे तो लाश समझ कर घरवाले वापस ले जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही शववाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गयी। सुनीता की लाश इस हादसे में बाहर सडक पर गिर पडी लेकिन उसी झटके ने उसे फिर से जीवनदान दे दिया। और इस तरह चंडीगढ पीजीआई से मृत घोषित हो चुकी सुनीता की दिल की धडकनें फिर से वापस आ गयीं
पीजीआई चंडीगढ़ में मृत घोषित की गई सुनीता शर्मा के लिए 108 एंबुलेंस वरदान साबित हुई। 30 वर्षीय सुनीता शर्मा को क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर से दोबारा पीजीआई गया है। वहां उसकी स्थिति सामान्य बनी हुई है। स्वास्थ्य कर्मी सुनील कुमार ने बताया कि पीजीआई में सुनीता को मृत घोषित किए जाने के बाद उसका पति प्यारे लाल घर ले जा रहा था। स्वारघाट के पास छड़ोल में यह वाहन अनियंत्रित होकर सड़क से बाहर हो गया, लेकिन वाहन चालक ने इस पर नियंत्रण पा लिया। इस बीच वाहन को लगे झटके से सुनीता के दिल की धड़कनें फिर से चल पड़ी। प्यारे लाल ने तत्काल 108 एंबुलेंस सेवा के लिए फोन किया। एंबुलेंस तत्काल वहां पहुंची और महिला का उपचार किया। हालत सामान्य होते ही सुनीता को चंडीगढ़ भेज दिया गया।