कोई महिला भी हो सकती है अगला लामा: दलाई लामा

ज़िंदगी ओ ज़िंदगी

 

पिता ने जमकर कूटा, मगर माता बहुत करूणामयी रहीं

: आस्ट्रेलिया के दौर में लामा ने जूलिया-कांड को बहुत गंभीरता से लिया : जूलिया गेलार्ड के निजी अंगों पर बनी डिशों पर भड़के लामा : महिलाओं में नेतृत्व‍ के गुण दैवीय और जैविक भी :

मेलबोर्न : बौद्ध धर्म के सबसे बड़े गुरू और नोबेल शांति पुरस्कार विजेता दलाई लामा ने संकेत दिए हैं कि उनके बाद अगला लामा महिला हो सकती हैं. दस दिन के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गए 77 वर्षीय दलाई लामा ने कहा कि ‘महिलाओं में लीडरशिप के सारे गुण जैविक तौर भी मौजूद होते हैं. इसलिए उनके बाद उनका उत्तराधिकारी कोई महिला भी हो सकती है’. लामा ने यह बात यहां की प्रधानमंत्री जूलिया गेलार्ड के प्रति उनके विरोधियों की उस छोछोरी हरकतों के बाद कही, जिसमें उन्हें सार्वजनिक तौर पर अपमानित किया गया था। इस कार्यक्रम में जूलिया के गुप्तांगों के नाम पर अनेक डिश परोसी गयी थी। इसी के बाद में आस्ट्रेलिया की राजनीति भड़क गयी। दलाई लामा ने भी इस प्रकरण पर बहुत गंभीरता से लिया है। यह पहली बार हुआ है जब लामा ने सार्वजनिक तौर पर अपनी नाराजगी को व्यक्त किया।


 

उन्होंने कहा कि ‘ये सच है कि आज भी पुरुष और महिलाओं में भेदभाव बरता जाता है. पुरुषों को महिलाओं से बेहतर समझा जाता है जबकि हकीकत ये है कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से कम नहीं होती हैं बल्कि उनमें नेतृत्व के सारे गुण मौजूद होते हैं’. और उनका यह गुण जैविक भी है। दरअसल, ऑस्ट्रेलिया में कुछ ही महीनों बाद चुनाव होना है और ऑस्ट्रेलिया की मौजूदा पीएम जूलिया गिलार्ड इस मुद्दे को ट्रंप कार्ड के तौर पर पेश करना चाहती हैं. गौरतलब है कि पिछले दिनों जुलिया के विरोधियों ने एक पार्टी के मेन्यू में एक डिश का नाम जूलिया के ब्रेस्ट और हैवी थाई रखे थे.

इस घटना के बाद से ही ऑस्ट्रेलिया में इस मुद्दे पर बहस छिड़ गई है कि क्या आज भी महिलाओं के साथ सौतेला सलूक किया जाता है? ऑस्ट्रेलियाई पीएम चाहती हैं कि विरोधियों के जरिए उनके नाम पर रखे गए डिश के नाम का उसे फायदा हो, लोग उनसे सहानुभूति रखें. इसी बीच पीएम के बुलावे पर ऑस्ट्रेलिया पहुंचे दलाई लामा ने कहा कि पुरुषों के मुकाबले दूसरों की भलाई के लिए महिलाएं ज्यादा संवेदनशील होती हैं. अपने पिता का उदाहरण देते हुए दलाई लामा ने कहा कि मेरे पिता बड़े गुस्से वाले थे, उन्होंने कई बार मेरी पिटाई की है लेकिन मेरी मां ने मुझ पर कभी हाथ नहीं उठाया.

ऑस्ट्रेलिया की प्रधानमंत्री जूलिया गिलार्ड कुछ ही महीनों बाद होने वाले चुनाव में इस मुद्दे को ट्रंप कार्ड के तौर पर पेश कर रही हैं। उनके विरोधियों की एक फंड रेजिंग पार्टी में हुए विवाद से बहस और तेज हो गई है। इस पार्टी के मेन्यू में एक डिश का नाम जूलिया के स्मॉल ब्रेस्ट और हैवी थाई था। गिलार्ड के बयान, च्दुनिया में एक बार फिर से लैंगिक युद्ध लड़ा जाना है पर दलाई लामा बोले कि ये सच है कि दुनिया असमानता संकट से जूझ रही है। उसे ऐसे नेताओं की जरूरत है जो अपने पद पर संवेदनाएं ला सकें।

दलाई लामा ने कहा, संवेदना की बात करें, तो जैविक रूप से महिलाएं इसमें ज्यादा सक्षम होती हैं। उनमें दूसरों के कल्याण के लिए ज्यादा संवेदनशीलता होती है। अगर मैं अपना अनुभव साझा करूं तो मेरे पिता बहुत गुस्से वाले रहे हैं। कई बार मेरी पिटाई भी हुई, लेकिन मेरी मां बहुत करुणामयी थीं।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *