: देवरिया में पुलिसलाठी चार्ज पर मामला लगातार संगीन : रिटर्निंग अफसर ने साफ कहा कि लाठीचार्ज का आदेश नहीं दिया गया था, पुलिस की कार्रवाई पर गम्भीर सवाल भड़के : उत्पीड़न सम्मान और प्रतिष्ठा की लड़ाई लड़ के जीती जाती है ना कि समझौतों से :
मेरी बिटिया संवाददाता
देवरिया : लाठीचार्ज के अगले दिन पुलिस द्वारा अधिवक्ताओं पर लाठीचार्ज की घटना से खार खाये हुए डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन ने अपने कार्य का बहिष्कार किया। और न्यायालय पहुँचे शहर कोतवाल राय साहब यादव को न्यायालय गेट से ही खरी खोटी सुनाते हुए भगा दिया।शनिवार को पूरे दिन दर्जनों पार्टियों और संगठनो द्वारा पत्रकारों पर लाठीचार्ज की घटना के विरोध में कड़ा प्रदर्शन और पुलिस के प्रति तीखे तेवर देखने को मिलता रहा। उधर मतगणना स्थल पर हुए लाठीचार्ज में बुरी तरह घायल वरिष्ठ पत्रकार चंद्रप्रकाश पाण्डेय ने साफ ऐलान कर दिया है कि इस मामले पर वे पुलिस की धज्जियां उड़ा देंगे। उनका कहना है कि उत्पीड़न के खिलाफ सम्मान और प्रतिष्ठा की लड़ाई लड़ के जीती जाती है ना कि समझौतों से।
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हालांकि लाठीचार्ज की घटना को लेकर उप निर्वाचन अधिकारी मनोज कुमार ने कहा कि लाठीचार्ज करने का आदेश नाही मैंने और ना ही एसडीएम सदर ने दिया था।आखिर पुलिस ने किसके आदेश पर लाठियां भांजी इसका जवाब तो सीओ सदर संदीप सिंह ही देंगे।कुमार ने बताया कि सीओ की इस मनमानी की रिपोर्ट शासन को भेजेंगे।इस गंभीर मामले पर डीएम सुजीत कुमार ने माना कि पुलिस ने मनमानी करते हुए पत्रकारों पर ज्यादती की हैं।ऐसी घटनाएं होनी ही नही चाहिए थी।पूरे मामले की जांच कराई जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही होंगी।उन्होंने ने कहा कि वीडियो फुटेज से साफ लग रहा हैं कि गलती पुलिस वालों की ही है।
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मामला बढ़ता देख और पत्रकारों पर बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज की घटना को गंभीरता से लेते हुए गोरखपुर जोन के आईजी मोहित अग्रवाल शनिवार देर रात पत्रकार चन्द्र प्रकाश पांडेय का हाल जानने और घटना की समीक्षा करने देवरिया पीडब्ल्यूडी के डांक बंगले आये।यहाँ आईजी डीएम सुजीत कुमार और एसपी राकेश शंकर के साथ ने पत्रकारों और अधिवक्ताओं से देर रात तक घटना को लेकर बातचीत की और घटना के सभी पहलुओं की समीक्षा की।पत्रकारों ने आईजी मोहित अग्रवाल से सीओ संदीप सिंह और कोतवाल राय साहब यादव को निलंबित कर उन दोनों पर मुकदमा दर्ज करने की मांग की।आईजी मोहित अग्रवाल ने उप निर्वाचन अधिकारी मनोज कुमार और एसडीएम सदर राकेश सिंह से मामले की जानकारी लेते हुए आईजी ने दर्जनों वीडियो फुटेज देख पुलिस की की ज्यादती को स्वीकार किया और इस गंभीर मामले को मैनेज करने में लग गए।आईजी मोहित अग्रवाल ने कोतवाल राय साहब यादव को तुरंत ही निलंबित कर दिया और सीओ संदीप सिंह का कार्यक्षेत्र बदल के पत्रकारों को लॉलीपॉप थमा दिया।मुकदमा दर्ज करने के बात पर आईजी ने कहा कि पुलिस को ये ना लगे कि सारी कार्यवाही उन्ही पर हुई है।अगर ऐसी घटना पुलिस वालों के साथ घटी होतो और पुलिसकर्मियों की इस कदर बर्बरतापूर्ण पिटाई हुई हो तो शायद आईजी साहब मुकदमा दर्ज करने के अलावा और कोई कार्यवाही नही करते।
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मेरीबीटिया डॉट कॉम के संवाददाता ने घायल पत्रकार साथी चन्द्र प्रकाश पांडेय से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि वह आईजी मोहित अग्रवाल के कार्यवाही से संतुष्ट नही है।उन्होंने कहा कि उत्पीड़न सम्मान और प्रतिष्ठा की लड़ाई लड़ के जीती जाती है ना कि समझौतों से। हालांकि अब तक लाठीचार्ज के इस पूरे प्रकरण में 6 सिपाहियों समते कोतवाल राय साहब यादव को निलंबित किया गया है और सीओ संदीप सिंह का कार्यक्षेत्र बदला गया है।
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