यूपी में बलात्‍कार मुद्दा भुनाने में जुटी कांग्रेस

ज़िंदगी ओ ज़िंदगी

 

बलाकार पर मायावती की लीक पर चली कांग्रेस

रीता जोशी ने दी बलात्‍कार पीडि़ता को पचास हजार की सहायता

मुरादाबाद में डेढ साल पहले के हादसे पर कांग्रेस का नया अंदाज

बस्‍ती पहुंच कर रानीपुर बिलारी में पीडि़त परिजनों से मिलीं रीता

यूपी में बलात्‍कारों का मामला अब कांग्रेस के निशाने पर है। मुरादाबाद में अपने जहरीले भाषण के बाद मुंह की खा चुकीं प्रदेश कांग्रेस अध्‍यक्ष रीता बहुगुणा जोशी अब बलात्‍कार पीडि़तों का मामला उठाने में जुट गयी हैं। आज वे बस्‍ती पहुंचीं और पीडि़तों से मिलीं। बुधवार को वे सीतापुर भी जाएंगीं।

गौरतलब है कि करीब डेढ साल पहले बलात्‍कार के ही मामले में अपनी लम्‍बी और बेअंदाज भाषण में उन्‍होंने सूबे की मुख्‍यमंत्री मायावती पर गहरी और तीखी टिप्‍पणी कर दी थी, जिसके बाद यूपी की राजनीति में तूफान उठ खड़ा हुआ था। खुद रीता जोशी का घर मनबढ बसपाइयों ने फूंक दिया था, और उधर दिल्‍ली की ओर जा रहीं रीता जोशी को गाजियाबाद में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। हालांकि बाद में रीता ने अपने भाषण पर खेद भी व्‍यक्‍त किया था।  लेकिन हाल ही प्रदेश में बढ रही बलात्‍कार की वारदातों से रीता जोशी का हौसला फिर बढ़ने लगा है। वे इस मामले में माया सरकार को जीभर कर कोसते हुए अपने घावों पर मलहम लगाने और इस तरह कांग्रेस में नई जान फूंकने की तैयारी में जुट गयी हैं। हालांकि इस बार उनकी भाषा काफी संतुलित है।

 

रीता बहुगुणा जोशी आज अपरान्ह जनपद बस्ती के रानीपुर बिलारी गांव पहुंची, जहां 18जून को हुए बलात्कार की शिकार पीडि़ता और उसके परिजनों से मुलाकात की और प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से पचास हजार रूपये की आर्थिक सहायता दी।प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डा जोशी ने बताया कि पीडि़त परिवार नितांत गरीब हैं और एक छोटी सी कोठरी में अपने बच्चों के साथ रहते हैं। पीडि़त लड़की बच्चों में सबसे बड़ी है व 8वीं कक्षा पास है। उन्होने कहा कि 18जून को सायं उसके साथ बलात्कार हुआ और 24घंटे तक एफआईआर दर्ज नहीं की गयी, दो दिन तक पीडि़त को थाने पर अकेले रोका गया और उसके साथ उसकी मां तक को नहीं रूकने दिया गया। तीन दिन के बाद पीडि़त का मेडिकल हुआ। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि सबसे ज्यादा आपत्तिजनक यह है कि पूरे मामले में तत्परता से कार्यवाही नहीं की गयी और कानून का उल्लंघन किया गया है क्योंकि किसी भी महिला या लड़की को अकेले थाने पर नहीं रखा जा सकता है। इसके दोषियों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज हो और सख्त कार्यवाही की जाये। इसी जनपद के प्रदेश सरकार में वरिष्ठ मंत्री होने पर भी वह अभी तक पीडि़त परिवार के यहां नहीं पहुंचे हैं। उन्होने इस बात पर अफसोस जाहिर किया है कि महिलाओं और अबोध नाबालिग बच्चियों के हो रहे बलात्कार एवं हत्या की घटनाओं में ज्यादातर दलितों, पिछड़ों और मुस्लिम वर्ग की है।

डा जोशी ने कहा कि मुख्यमंत्री सुश्री मायावती द्वारा यह कहना कि यह सभी साधारण घटनाएं हैं निन्दनीय है व शर्मनाक है। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री अपने घर से बाहर निकलकर देखें कि लोग कितने असुरक्षित हैं और अपने बच्चों की सुरक्षा के प्रति कितने आशंकित हैं। डा जोशी ने कहा कि सीतापुर में हुई घटना और भी वीभत्स है, जहां 10 वर्ष की अबोध बच्ची के शरीर पर चोट पहुंचायी गयी, यह बर्बरता की नई मिशाल है। उन्होने कहाकि इतना भय व्याप्त हो गया है कि माता-पिता अपने बच्चों को घर से बाहर निकलने नहीं दे रहे हैं। बच्चियों की साक्षरता वैसे भी बहुत हैं और अगर ऐसा ही रहा तो बच्चियां शिक्षा ग्रहण नहीं कर पायेंगीं।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कहा कि बागपत में बलात्कार की शिकार महिला और उसका पूरा परिवार सुरक्षा की मांग करता रहा, किन्तु सुरक्षा नहीं मिली, जिसके कारण पहले उसके पति ने आत्महत्या कर ली और बाद में पीडि़त लड़की ने आत्महत्या कर ली।

इस मौके पर सांसद श्री जगदम्बिका पाल ने कहा कि वह प्रदेश में महिलाओं और अबोध नाबालिग बच्चियों के साथ हो रहे बलात्कार एवं हत्या के मामले को मानसून सत्र में संसद में पूरी जोरदारी के साथ उठायेंगे। डा जोशी के साथ सांसद जगदम्बिका पाल, जिलाध्यक्ष अनिरूद्ध त्रिपाठी आदि वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। रीता बहुगुणा जोशी कल दिनांक 22जून को प्रातः जनपद सीतापुर पहुंचकर ग्राम गुनवांपुर, थाना-सदरपुर, बिसवां, सीतापुर में मुस्लिम वर्ग की अबोध बालिका के साथ हुए बलात्कार एवं हत्या से पीडि़त परिजनों से मुलाकात करेंगीं। साथ में प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष मीरा सिंह भी साथ रहेंगी।

 

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