: अचानक हुआ फैसला, आज हुई घोषणा : दिल्ली में चल रही है नेटवर्क-18 की बड़ी बैठक, कई फैसलों की प्रतीक्षा : यूपी विधानसभा चुनाव के ठीक सिर पर मीडिया में हल्ला-दंगा शुरू :
कुमार सौवीर
लखनऊ : आज पहली खबर पत्रकार ब्रजेश मिश्र से। खबर यह है कि ईटीवी के सीनियर एडीटर ब्रजेश मिश्र ने ईटीवी के विशाल-विस्तृत संसार को हमेशा-हमेशा के लिए लम्ब-लेट विदाई प्रणाम कर दिया है। यूपी के समाचार जगत में एक बड़ी शख्सियत के तौर पर अपने अंगद-पांव जमाये ब्रजेश मिश्र अब अपना खुद का एक बड़ा मीडिया-वेंचर शुरू करने जा रहे हैं। हालांकि इस बारे में अभी तक कोई ज्यादा समाचार नहीं मिल पाया है, लेकिन तय माना जा रहा है कि ब्रजेश का यह नया उपक्रम लखनऊ से ही संचालित होगा। उधर
ताजा-ताजा खबर है कि ब्रजेश मिश्र ने ईटीवी से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि इस बारे में करीब एक साल से कानाफूसी चल रही थी कि ब्रजेश मिश्र ईटीवी को छोड़ने ही जा रहे हैं, लेकिन आज अचानक ब्रजेश ने इसका अपने दफ्तर में ऐलान कर ही दिया। उन्होंने अपने करीबियों को बुला कर या फिर उन्हें फोन करके अपने इस फैसले का ऐलान किया कि वे ईटीवी छोड़ने जा रहे हैं। अन्तिम खबर मिलने तक ब्रजेश अपनी सीट पर बैठे बताये जा रहे हैं।
आपको बता दें कि र्इटीवी चैनल का यह तीसरा तीसरा तीखा मोड़-पड़ाव है जब ईटीवी की दिशा बल गयी। इसके पहले हैदराबाद के रामूजी द्वारा स्थापित इस चैनल को रामूजी के नेतृत्व में आशातीत सफलता मिली थी, लेकिन रामूजी के निजी-पारिवारिक संकटों के बाद उन्हें कई-कई टुकड़ों में बंटना पड़ा था। लेकिन इन दोनों मोड़ों के दौरान ईटीवी के चरित्र और उसकी चालढाल और उसकी रीढ-ढांचे पर कोई भी कोई खास फर्क नहीं आया। बल्कि यह चैनल लगातार और भी तेजी पकड़ता ही चला। लेकिन इधर अम्बाली के रिलायंस ने जब से कई बड़े मीडिया घरानों को खरीद कर अपना मीडिया साम्राज्य फैलाया था, ईटीवी भी उसी बहाव में नेटवर्क-18 समूह-दल में शामिल हो गया। लेकिन इसके साथ ही तय हो गया कि ईटीवी की दिशा बदलने ही वाली है।
मूलत: प्रतापगढ के रहने वाले ब्रजेश फिजिक्स से स्नातक हैं और किसी औपचारिक पत्रकारिता से नहीं आये हैं। लेकिन अमर उजाला होते हुए जिन भी पड़ावों-समूहों में ब्रजेश ने काम किया, वह उनकी सफलता की कहानी है। हालांकि ब्रजेश पर कई आरोप भी लगे, लेकिन इन आरोपों से ब्रजेश लगातार बरी होते गये। सन-05 से 08 तक और उसके बाद सन-10 से आज तक ब्रजेश ने ईटीवी पर दो सफलतम पारियां सम्भाली हैं।
ब्रजेश ने अपनी आगामी रणनीति का पुरा खुलासा तो नहीं किया, लेकिन बताया कि अब वे ईटीवी से अलग हो चुके हैं और अपना नया काम ही शुरू करेंगे। इसमें टीवी और अन्य समाचार संस्थान शामिल होंगे। जाहिर है कि यूपी चुनाव के दौरान तक ब्रजेश अपना यह वेंचर प्रभावी तौर पर लागू करने की जी-जान लड़ायेंगे। लेकिन कैसे, इस बारे में कोई भी खबर ब्रजेश ने मेरी बिटिया डॉट कॉम को नहीं दी है।