भाजपा की नेतानियों की करतूतों से गुंडे भी नतमस्‍तक, त्राहिमाम् चिल्‍लाए

बिटिया खबर
: मेनका गांधी तो पक्‍की बकैत निकलीं : गाजीपुर की विधायक को अपराधियों के साथ की दरकार : लखीमपुर वाली मंजू त्‍यागी ने तो पुलिस इंस्‍पेक्‍टर का थूथन कूंचने के लिए जूता उठाया : मुगलसराय, बहराइच की विधायक भी कुख्‍यात मर्दानी :

कुमार सौवीर
लखनऊ : कभी किसी दलित का जीना हराम करने की धमकी देना, कभी किसी पुलिस इंस्‍पेक्‍टर पर जूता-चप्‍पल, तो कभी गालियां-धमकियां। कभी अपराधियों से अपनी करीबी तो कभी बड़े अफसरों को सरेआम बेवजह अभद्रता का प्रदर्शन। कभी निजी रिश्‍तों में उठापटक और धमाल, तो कभी चटखारा भरते एकांत निजी वीडियो। आलम यह है कि इन लोगों की करतूतों के सामने बड़े-बड़े गुंडे, अपराधी, माफिया वगैरह भी नतमस्‍तक हो गये हैं, नमन कर रहे हैं और त्राहिमाम्-त्राहिमाम् कर रहे हैं।
जी नहीं, आप गलत समझ रहे हैं। दरअसल, यह समाजवादी पार्टी से जुड़े कार्यकर्ताओं या नेताओं से जुड़े कुकृत्‍य नहीं हैं, बल्कि यह करतूतें तो उन बड़े नेताओं के हैं जो भाजपा के जिम्‍मेदार माने जाते हैं और अपनी पार्टी को नैतिक, स्‍वच्‍छ और शुचितावादी दल के तौर पर मानते और कहते-प्रचारित करते नहीं थकते हैं। और इससे भी बड़ी बात तो यह हरकतें तो भाजपा में केंद्र से लेकर प्रदेश इकाइयों से जुड़ी महिला विधायकों के नाम पर दर्ज होने लगी हैं, जो या तो केंद्रीय मंत्री हैं, सांसद या फिर विधायक।
ऐसे-ऐसे कृत्‍यों-कुकृत्‍यों में अपने नाम का डंका बजा रही हैं भाजपा की महिला मंत्री, विधायक अथवा दीगर नेतानियां। अपने शौर्य का खूब मर्दानी प्रदर्शन कर रही हैं भाजपा की यह मंत्री, विधायक नेतानियां। चाहे वह पीलीभीत से सांसद और केंद्र में मंत्री मेनका गांधी हों, या चाहे वह लखीमपुर खीरी की विधायक हों। चाहे वह बहराइच के पूर्व विधायक की पत्‍नी जो यहां से भाजपा विधायक भी हैं या फिर चाहे वह गाजीपुर की महिला विधायक हों, अथवा मुगलसराय की विधायक। इतना ही नहीं, बिजनौर की एक महिला विधायक भी आजकल काफी चर्चित बतायी जा रही हैं।
अभी पिछले बरस ही मेनका गांधी ने एक दलित परिवार का जीना हराम कर दिया था। उस दलित का अपराध यह था कि उसने अपने साथ हुए अपने अन्‍याय का लखीमपुर खीरी की विधायक हैं मंजू त्‍यागी। वे चाहती हैं कि खनन में जो लोग लगे हैं, वे केवल उनके ही अपने लोग हों। इतना ही नहीं, मंजू चाहती हैं कि उनका मुंहलगा बकैत जब किसी चौराहे पर एसडीएम और इंस्‍पेक्‍टर से गाली-गलौज करे, तो उस पर कार्रवाई करते हुए उसे हवालात में बंद करने के बजाय पुलिस उस बकैत को ससम्‍मान थाने की कुर्सी थमा कर उसे चाय-नाश्‍ता कराये और कोर्निश-फर्शी सलाम ठोंकते हुए उन्‍हें जयजयकारा कराते हुए सम्‍मानित करे। लेकिन इंस्‍पेक्‍टर ने शुरूआत में तो मंजू त्‍यागी के चरणों में अपनी खूब नाक रगड़ी, माथा बहुत टेका। यह भी गिड़गिड़ाया कि मैं आपके पैर छू रहा हूं। मगर मंजू पर तो विधायकी का बिगड़ैल रस चूने लगा था। मंजू त्‍यागी ने न आवदेखा, न ताव। सीधे फोन पर पर धमकी दे डाली कि, मैं अभी थाने पर पहुंच कर तेरा चेहरा अपने जूतों से पीटूंगी।
बहराइच में नानपारा की विधायक है माधुरी वर्मा। विधायक तो हैं भाजपा की, मगर उनके पति हैं समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक। माधुरी का सारा काम-धंधा उनके पति ही करते हैं। बताते हैं कि जब भी कोई बात होती है, माधुरी का इशारा होता है और उनके पति अपने समाजवादी-कुकृत्‍यों के अनुभवों से गुंडागर्दी शुरू कर देते हैं। दो दिन पहले नानपारा तहसील में भी माधुरी का फरमान लेकर उनके पति ही पहुंचे। साथ में थे आधा दर्जन समर्थक। दफ्तर में घुसते ही उन्‍होंने तहसीलदार को पीटना शुरू कर दिया और जब पुलिस क्षेत्राधिकारी ने ऐतराज किया, तो उसका भी खोपड़ी बजा दिया।
गाजीपुर की सुनीता सिंह तो बहुत ही जोशीली हैं। वे तो अपने पक्ष में बल खोजने-जोड़ने के लिए बाहुबलियों का साथ चाहती हैं। उनका कहना है कि उनके क्षेत्र में जितने भी अपराधी या माफिया हैं, पहले उनसे परिचय लें, और अपना आशीर्वाद हासिल करने के बाद ही कामधंधा शुरू करें। वे चाहती हैं कि पार्टी, विधायक और क्षेत्र के विकास के लिए अपराधियों के साथ गठबंधन अनिवार्य है। उधर मुगलसराय की विधायक तो रेलवे स्‍टेशन पर डीआरएम पर भिड़ गयीं। हालत मारपीट तक पहुंच गयी।

उधर बिजनौर में विधायक को लेकर खासा हंगामा खड़ा हुआ है। वजह है एक वीडियो, जिस पर विधायक कलेक्‍ट्रेट पर धरने में बैठ गयीं। कुछ भी हो, इस वीडियो को लेकर पूरे पश्चिम यूपी में तहलका मचा हुआ है, जबकि भाजपा की छीछालेदर चल रही है।

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