अपने देश में गोमांस खाकर भारत आयें पर्यटक, गोवा-केरल वाले खाते रहें

ज़िंदगी ओ ज़िंदगी

: गोमांस पर नये पर्यटन मंत्री ने छेड़ दिया फिर एक नया सुर : बीबीसी ने छापा कि खाते रहो, गोमांस खाते रहो, जबकि टाइम्‍स ऑफ इंडिया ने लिखा है कि जिस विदेशी को गोमांस पसंद है, वह अपने देश में खाकर भारत में आये :  भुवनेश्‍वर में टूअर्स ऑपरेटरों की सभा से छिटकी चिन्‍गारी :

मेरी बिटिया डॉट कॉम संवाददाता

लखनऊ : लो दोस्‍तो, फिर शुरू हो गया है गोमांस पर एक नया लफड़ा। देश के नये पर्यटन मंत्री और पूर्व नौकरशाह केजे अल्‍फांस ने कहा है कि जिस विदेशी पर्यटक को गोमांस की ज्‍यादा चाहत हो, तो वह पहले अपने देश में जमकर गोमांस का भक्षण कर ले, ताकि उसकी इच्‍छा पूरी हो जाए। और जब पेट भर जाए और फिर लम्‍बे समय तक उसे गोमांस की जरूरत न महसूस हो, उसके बाद ही वह भारत-भ्रमण का अपना कार्यक्रम तैयार करे, भारत घूमे-फिरे। लेकिन हैरत की बात है कि इस बयान के तीन दिन पहले ही अल्‍फांस ने यह ऐलान किया था कि गोवा की ही तरह केरल में भी गोमांस को लेकर कोई दिक्‍कत नहीं होगी। भाजपा को भी इस पर कोई दिक्‍कत नहीं है।

मतलब यह कि गोमांस को लेकर देश की राजनीति में विवाद अब फिर से भड़कने की आशंकाएं बलवती होती जा रही हैं। आपको बता दें कि चार दिन पहले ही अपने शपथ ग्रहण कार्यक्रम के बाद मोदी कैबिनेट में फेरबदल फौरन बाद ही पर्यटन मंत्री अल्‍फांस कन्नथानम ने साफ कह दिया था कि केरल में गोमांस खाना बंद नहीं होगा।

उन्‍होंने कहा था कि कहा, ”भाजपा ने यह कभी नहीं कहा कि गोमांस नहीं खाया जा सकता है। जैसे गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर पहले ही कह चुके हैं कि राज्य में गोमांस का उपभोग किया जा सकेगा. ठीक उसी तरह केरल में भी इसका उपभोग जारी रहेगा।” इतना ही नहीं, अलफोंस ने कहा कि भाजपा के पास यह कहने का अधिकार नहीं है कि गोमांस नहीं खाया जा सकता है। हम देश के किसी भी हिस्से में लोगों के खानपान की आदतें तय नहीं कर सकते हैं।”

लेकिन आठ सितम्‍बर को अल्‍फांस ने फिर यह कह कर हंगामा खड़ा कर दिया कि जिस विदेशी पर्यटन को गोमांस खाना हो, वह अपने देश में गोमांस खाकर ही भारत में आये। टाइम्‍स ऑफ इंडिया में छपी एक खबर के मुताबिक अल्‍फांस ने इस बारे में यह बयान भुवनेश्‍वर में आयोजित राष्‍ट्रीय टुअर्स ऑपरेटर्स एसोसियेशन के 33 वार्षिकोत्‍सव में दिया है। टाइम्‍स ने लिखा है कि Newly sworn-in Union tourism minister K J Alphons has an advice for foreigners visiting the country: Eat beef in your own countries and then come to India.

Asked whether cow vigilantism and restrictions on beef consumption in several states had affected India’s hospitality sector, the minister said on Thursday: “They [foreigner tourists] can eat beef in their country and come to India.”

He was speaking on the sidelines of the 33rd annual convention of the Indian Association of Tour Operators in Odisha’s capital city. Alphons’s comment comes just days after he purportedly said people in Kerala would continue to eat beef. “As Goa chief minister, Manohar Parrikar, has said that beef will be consumed in the state. Similarly, it will be consumed in Kerala,” the former bureaucrat was quoted as saying after taking charge as tourism minister.

Absoulutely right ! When we visit certain countries we dont get to eat what we are used to. So why this fuss ? Travel to europe and see veg meals are almost dream. Respect the country of visit & what it offers.

When asked about his earlier comment, Alphons said: “It’s a cock-and-bull story. I am not the food minister to decide on it.”

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