: सौतनों में आज ही होगा चकाचक चुनावी झोंटा-नुचव्वर : बड़े लोगों के यौन-अपराधों का अड्डा है अमेठी : गायत्री की बढ़त पर मुकदमे से गरिमा का पलड़ा भारी हो गया :
कुमार सौवीर
अमेठी : होशियार, खबरदार, होशियार। खास-ओ-आम को इत्तिला और ताईद की जाती है कि अमेठी राजघराने समेत सभी ऐरे-गैरे-नत्थू-खैरों की प्रतिष्ठाओं की छीछालेदर वाले रथयात्रा निकल रहे हैं। इस रथयात्राओं में ज्यादातर की तो पूरी की पूरी चिन्दियां उड़ सकती हैं, गंदगी आप पर भी पड़ सकती है। इसलिए मेहरबान, कद्रदान, जरा होशियार, खबरदार, होशियार।
जनता से गुजारिश है कि वे अपना टाट-पट्टी लेकर मौके पर पहुंचें और इस रथयात्राओं का मुजायका लें। मौका है विधानसभा चुनाव का, जिसमें ऐसे-ऐसे लोग विधायकी की दौड़ में खुद में लाल मिर्च लगाये घूम रहे हैं। इन सभी का ख्वाब हैं कि वे विधानसभा में पहुंच कर माननीय हो जाएंगे।
हां, तो मेहरबान, कद्रदान, खानदान, पानदान, पीकदान, नाबदान। जनता का दुर्भाग्य है कि इनमें से ही किसी को एमएलए का ताज पहनाचा जाएगा। चाहे वह उस तरह का चरित्र रखने वाला हो, या फिर इस तरह का करेक्टर रखता हो। इससे भी फर्क नहीं होता है कि कि उसमें तनिक सा भी करेक्टर है भी, या नहीं। वह लूज-करेक्टर है, अथवा टाइट-करेक्टर।
मेहरबान। आपके पास फिलहाल तीन ही करेक्टर हैं अमेठी के चुनावी युद्ध-क्षेत्र में। एक ने तो अपना सुहाग गंवा कर सारी सम्पदा इकट्ठा कर ली, दूसरी वह है जिसने बीस साल तक अपनी लड़ाई एक बार भी खुद नहीं लड़ी, लेकिन आज आम आदमी के हक-हुकूक के लिए झंडाबरदारी कर रही हैं। और तीसरी शख्सियत वह है कि जिसने जस-तस का पांव पखारे, इज्जत बेची, लेकिन बदले में सरकार में मंत्री की कुर्सी हासिल कर वह महकमा जुटा लिया, जहां सिर्फ अवैध ही अवैध कमाई होती है। नतीजा इस शख्स ने बेहिसाब दौलत बटोर ली। मेहरबान, कद्रदान।
कहने की जरूरत नहीं है कि इस बार अमेठी के चुनाव में आप एक निहायत असहाय मतदाता होंगे। आपके पास उम्मीदवारों की तो खासी भीड़ होगी, लेकिन एक भी कोई सही, सटीक, जिम्मेदार, ईमानदार और सच्चे अर्थों में आपका हिमायती उम्मीदवार नहीं होगा, जिसके हाथों में अगले पांच बरसों तक आप अपने स्वर्णिम भविष्य की कल्पना के लिए बागडोर थमा सकें। कोई नृशंस है, कोई खुद को सिर्फ दुखों का पहाड़ साबित करने के लिए आपकी आंखों की कोरों को भिंगोने की साजिश कर रहा है, तो एक में तो इतनी भी शर्म नहीं है कि वह उस युवती को न्याय दिला सके, जिसकी इज्जत-आबरू उसने ही लूट रखी है और अब पूरी बेशर्मी से न केवल मामले को दबाने में साजिश कर रहा है। वह तो शुक्रिया अदा कीजिए सुप्रीम कोर्ट को, जिसने न्याय की डगर को प्रशस्त कर अमेठी के लोगों को सच और झूठ साबित करने का मौका दिया है।
बहरहाल, प्रमुख न्यूज पोर्टल मेरी बिटिया डॉट कॉम इस मामले पर इस पूरे इलाके में चल रहे त्रिकोणीय संघर्ष पर आपको जानकारियां मुहैया करायेगा। बतायेगा कि कौन सा प्रमुख उम्मीदवार आपके पास है, और उसका कच्चा-चिट्ठा क्या-क्या रहा है। आज तक यह तीनों शख्सियतों पर हम आपको सिलेसिलेवार तीन कडि़यों में पेश करेंगे। उन कडि़यों को देखने-बांचने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं:-