कैथोलिक समुदाय बंटा हुआ है विधेयक पर
लंदन : भारतीय दंत चिकित्सक सविता हलप्पनवार की मौत के बाद आयरलैंड में गर्भपात संबंधी कानून में संशोधन के लिए लाए गए विधेयक पर यहां की संसद में पूरी रात बहस हुई जिस वजह से इस पर मतदान में विलंब हुआ।
बीते साल अक्टूबर में 31 साल की सविता का गर्भपात करने से यहां के गैलवे अस्पताल के चिकित्सकों ने यह कहते हुए मना कर दिया था कि आयरलैंड का कानून उन्हें इसकी इजाजत नहीं देता। इसके बाद सविता की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद आयरलैंड में इस कानून को बदलने को लेकर बहस तेज हुई।
सरकार ने गभर्पात के दौरान जीवन संरक्षण विधेयक का मसौदा तैयार किया है। इसको लेकर यह कैथोलिक देश बंटा हुआ नजर आ रहा है। इस साल की शुरूआत में हुई सविता मामले की तहकीकात में पता चला कि अगर समय रहते उनका गर्भपात किया जाता तो उनकी जान बच सकती थी। यहां की संसद में बुधवार को इस काफी देर तक बहस हुई जो सुबह तक जारी रही। विधेयक में 165 संशोधनों में से 100 से अधिक पर अभी बहस होनी है।