सुप्रीम कोर्ट का आदेश ठेंगे पर, सहारावाले 101 सामूहिक विवाह में जुटे

ज़िंदगी ओ ज़िंदगी

: हिन्दू, मुस्लिम, सिख और ईसाई जोड़ों के विवाह का भव्य समारोह आयोजित : सहारा शहर में आयोजित हुआ भव्‍य विवाह समारोह सम्‍पन्‍न :

लखनऊ: अपनी 25 हजार करोड़ की देनदारी न करने पर सुप्रीम कोर्ट ने कल ही सहारा इंडिया और उसकी कम्‍पनियों को कड़ी चेतावनी देते हुए अवमानना नोटिस जारी की थी। लेकिन सहारावालों ने इस आदेश को दरकिनार करते हुए इस भारी-रकम अदा करने के बजाय, आज अपने लखनऊ स्थित सहारा शहर में 101 जोडों की भव्‍य तौर पर शादी सामूहिक तौर पर करा दी। इस कार्यक्रम में राज्‍यपाल और मुख्‍यमंत्री व लखनऊ के महापौर डा दिनेश शर्मा को आमंत्रित कराया गया, लेकिन किसी भी ऐसे मान्‍यगण्‍य ने यह सवाल नहीं उठाया कि जब जनता के हजारों करोड़ रूपये यह कम्‍पनी सर्वोच्‍च न्‍यायालय के स्‍पष्‍ट आदेश के बावजूद नहीं अदा कर रही है, फिर ऐसे आयोजन में शामिल करने का औचित्‍य क्‍या है।

व्यावसायिक समूह सहारा इंडिया परिवार ने आज अपने वार्षिक ‘सामूहि़क विवाह समारोह’ के अंतर्गत समाज के आर्थिक रूप से कमजोर 101 कन्याओं का विवाह सम्पन्न कराया। यह प्रति वर्ष सहारा द्वारा सहारा शहर, लखनऊ में पूरी धूमधाम से आयोजित किया जाता है। विभिन्न धर्मों के आर्थिक रूप से कमजोर 101 कन्याओं के एक ही स्थान पर सम्पन्न विवाह का यह आयोजन साक्षी बना। इस वर्ष 90 हिन्दू, 4 मुस्लिम, 4 सिख और 3 ईसाई जोड़ों का इस पवित्र अवसर पर गठबंधन सम्पन्न हुआ। सामूहिक विवाह समारोह वर्ष 2004 से आयोजित किया जा रहा है और यह उसका लगातार दसवां साल है। अभी तक 1010 जोड़ों को आशीर्वाद दिया जा चुका है।

ज्ञातव्य है कि प्रतिवर्ष 101 विवाह के लिए सहारा उन वर-वधु के परिवारों से आवेदन आमंत्रित करता है जो विवाह का खर्चा स्वयं वहन नहीं कर सकते। जांच-पड़ताल की प्रक्रिया पश्चात आवेदकों को समारोह में सम्मिलित किया जाता है। उल्लेखनीय है कि सभी प्रकार की वैवाहिक व्यवस्थाओं जैसे रिश्तेदारों के लिए खाना, वस्त्र, निवास, बरात का स्वागत, कन्यादान, 101 मण्डपों को सजाना आदि सहारा इंडिया परिवार द्वारा किया गया। इसके अतिरिक्त सहारा सभी नवदम्पतियों को उनके इस नये सफर की शुýआत में भी मदद करता है। इस हेतु सहारा द्वारा 2 लाख रूपये से अधिक की गृहोपयोगी वस्तुएं नवदम्पतियों को भेंट की गयीं, जिसमें रंगीन टेलीविजन, फ्रिज, आलमारी, डबल बेड, डेसिंग टेबिल, आभूषण, वर के लिए सूट व वधु के लिए साड़ी तथा दोनों के लिए कलाई घडि़यां भी प्रदान की गयीं।

इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के राज्यपाल  बी.एल. जोशी, मुख्यमंत्री,  अखिलेश यादव, मेयर डा. दिनेश शर्मा  व  नरेश अग्रवाल ने उपस्थित होकर नवदम्पतियों को आशीष प्रदान किया। इसके अतिरिक्त श्रीमती छबि राय, सुब्रत राय सहारा जी की माताजी, श्रीमती स्वप्ना राय, वाइस चेयरमैन, सहारा इंडिया परिवार,  अशोक राय चैधरी, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर वर्कर, सहारा इंडिया परिवार तथा  कुमकुम राय चैधरी, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर वर्कर, सहारा इंडिया परिवार ने भी नवदम्पतियों को आशीष प्रदान किया।

इस अवसर पर सहारा शहर का फूलों से श्रृंगार किया गया था। जगह-जगह पर रंगोली सजायी गयी थी एवं मंत्रों के पवित्र उच्चारण व शहनाई वादन कर रहा था। विभिन्न समुदायों के विवाह अवसर पर सम्बन्धित धर्म के नामी आचार्यों द्वारा पण्डालों में विधिवत वैवाहिक रस्म पूरी करायी गयी। विवाह समारोह में अनेक गणमान्य अतिथि भी आमंत्रित थे और सहारा इंडिया परिवार के लोग भी मौजूद थे।

सुब्रत राय और सहारा इंडिया की धांधागर्दी

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *