पाकिस्तान की कट्टरता के खिलाफ एक नई खुशखबरी
कराची: पाकिस्तान में जहां हर तरफ कट्टरता ही दिखाई देती है, वहां की जनता के लिए एक नई खुशखबरी है। एड्स के खिलाफ मुहिम में अब धर्मगुरू भी उनका साथ देने शामिल हो गए हैं और वे इसके खिलाफ जागरुकता बढ़ा रहे हैं। खास बात यह है कि इस मुहिम में सरकारी एजेंसियां भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रही हैं। मसलन, कराची के धर्मगुरू अब्दुल खालिक फरीदी जैसे धर्मगुरू।
दरअसल, पाकिस्तासन के मुस्लिम समाजों पर धर्मगुरूओं के प्रभावों का इस्तेमाल करने के लिए एक अनोखी परियोजना शुरू की गयी है। धर्मगुरू आमजन में व्याप्त इस गलतफहमी को दूर करेंगे कि एड्स की बीमारी चरित्रहीनता के कारण होती है। इस परियोजना की सफलता को आंकने पर पाकिस्तान सरकार ने भी इस पर अपनी सहभागिता की है।
कराची के धर्मगुरू अब्दुल खालिक फरीदी मस्जिद में नमाज पढऩे के लिए आने वाले सैकड़ों नमाजी को यह संदेश देते हैं। उनके मदरसे में एक हजार से ज्यादा बच्चे भी पढ़ते हैं। साथ ही वह बाहर भी जाते हैं। हर जगह वह एड्स के बारे में अपना संदेश देते हैं।
फरीदी इस मुहिम से जुड़े अपने तजुर्बे के बारे में बताते हैं, ‘शुरू में ज्यादातर लोग शर्म करते हैं। कुछ तो बुरा भी मानते हैं, लेकिन अब वह ध्यान से सुनते हैं। लोगों ने एड्स को किसी बड़े गुनाह के बजाय अनेक घातक बीमारियों में से एक के रूप में देखना शुरू कर दिया है।’(पंजाबकेसरी)