फायनेंस कम्पनियों के बुरे दिन शुरू: भगोड़ा प्रमोटर दबोचा गया

ज़िंदगी ओ ज़िंदगी

बंगाल में महिला एजेंट ने पति समेत आत्महत्या  की कोशिश की

: भाग खड़ा हुआ था शारदा ग्रुप सुप्रीमो : सोनमर्ग में दबोचा गया प्रमोटर और उसके डायरेक्टर : कम्पनी से ममता बनर्जी और उसकी सरकार से खफा हैं बंगाली लोग :

कोलकाता : तो अब फाइनेंस कम्पनियों के भागने का मौसम शुरू हो गया है। आंधियां और उनके थपेड़े खासे तेज हैं, इसीलिए ऐसी कम्पनियों से जुड़े लोगों में भगदड़ शुरू हो गयी है। ताजा मामले में एक कम्पनी का सुप्रीम बंगाल से भाग निकला तो उसके एजेंट अब आत्महत्या तक करने पर आमादा हो गये हैं, जबकि कम्पनियों से जुड़ी एक महिला ने निवेशकों के दबावों और धमकियों से डर कर आत्महत्या का रास्ता अख्तियार कर लिया है। एक महिला ने तो अपने पति के साथ ही नींद की गोलियां खा कर आत्महत्या की कोशिश की। बताते हैं कि ऐसी कम्पनियों के दिन अब बहुत बुरे होने लगे हैं। खबर है कि इन कम्पनियों से अपनी करीबी के चलते पूरे प्रदेश में निवेशकों में ममता बनर्जी और उनकी सरकार के खिलाफ जबर्दस्त आक्रोश व्यक्त हो गया है। जगह-जगह प्रदर्शन भी शुरू हो गये हैं। लेकिन सबसे ज्यादा बुरी हलत तो इन कम्पनियों के एजेंटों की है, जिन्होंने कम्पनियों में लोगों का पैसा जमा कराया था, लेकिन अब कम्पनी के दिवालिया हो जाने के चलते अब निवेशक ऐसे एजेंटों पर भी अपना निशाना बना रहे हैं।

वैसे ऐसी कम्पनियों में सुगबुगाहट की शुरूआत तो सेबी के आदेशों और निर्देशों से ही शुरू हो गयी थी। लेकिन फाइनेंस कम्पनियों की जननी-भूमि रही बंगाल से सनसनी सबसे ज्यादा है। पियरलेस कम्पनी से ही देश में फायनेंस और चिट-फंड फर्मों का धंधा चोखा बनाने का मसाला भरा था। एक दौर में देश में फाइनेंस कम्पनियों की बाड़ खड़ा कर चुकीं कम्पनियों का वैचारिक खाद-पानी बंगाल से ही आया था। ताजा खबरों के मुताबिक पश्चिम बंगाल में लोगों का पैसा लेकर भागी शारदा ग्रुप की चिटफंड कंपनी का सु्प्रीमो-प्रमोटर सुदीप्तो सेन को पुलिस ने दबोच लिया है। यह पिछले कई दिनों से फरार चल रहा था। पुलिस इस शख्स़ को पिछले कई दिनों से तलाश कर रही थी। लेकिन पुलिस को सुदीप्तो सेन का कोई अता-पता ही नहीं मिल पा रहा था। हालांकि पश्चिम बंगाल की पुलिस की कई टोलियां सुदीप्तो  सेन और उसके सहयोगियों को तलाशने के लिए जी-तोड़ कर रही थीं। लेकिन अचानक मंगलवार को जम्मू एवं कश्मीर के सोनमर्ग से उसके दो सहयोगियों के साथ सुदीप्तो सेन का सुराग मिला। निशानदेही के बाद पुलिस को पता चला कि सुदीप्तो सेन और उसके सहयोगी सोनमर्ग में छिपे हैं। यह पता चलते ही पुलिस ने उन्हें दबोचने के लिए जाल बिछाया और आखिरकार अपने साथियों के साथ छिपे हुए सुदीप्तो सेन को गिरफ्तार कर लिया गया। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि उन्हें एक होटल से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार लोगों में कंपनी के निदेशक देबजानी मुखर्जी और अरविंद सिंह चौहान भी शामिल हैं।

लेकन इसी बीच एक दुखद खबर भी है। शारदा ग्रुप की चिटफंड कंपनी के एजेंट तापसी सिंघा और उनके पति श्रीनंदन सिंघा ने नींद की गोलियां खाकर खुदकुशी की कोशिश की है। बताते हैं कि इन दोनों के ऊपर करीब साढ़े 5 लाख की देनदारी है। बताया जा रहा है कि लोग दोनों पर पैसे को लेकर दबाव बना रहे थे, जिन्होंने इन लोगों से पैसा कम्पनी में जमा कराया था, हालांकि माध्यम रही हैं तापसी सिंघा और उसका पति श्रीनंदन सिंघा।

शारदा कम्पनी के भागने की खबर से निवेशकों ने तापसी और श्रीनंदन का घेराव किया था। इससे परेशान होकर इन्होंने खुदकुशी की कोशिश की। इससे पहले भी दो लोगों ने खुदकुशी की थी। गौरतलब है कि चिटफंड कंपनियों की ठगी के खिलाफ पश्चिम बंगाल में जनता का गुस्सा भड़क उठा है। लोगों का पैसा लेकर भागी इस चिटफंड कंपनी के एजेंट खासतौर पर लोगों के निशाने पर हैं। इसी के साथ ममता सरकार के खिलाफ भी गुस्सा बढ़ रहा है जिसके शारदा ग्रुप से अच्छे रिश्ते रहे हैं। परेशान सरकार ने चिटफंड कंपनियों के कामकाज की उच्चस्तरीय जांच एसआईटी को सौंप दी है।

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